Cleanliness mess in Shahpur Nagar: नगर प्रशासन की अनदेखी के चलते बेपटरी हुई सफाई व्यवस्था से नाराज शाहपुर नगर पंचायत बोर्ड (सशक्त स्थायी समिति) के पार्षदों का गुस्सा फूट पड़ा।
- हाइलाइट :- Cleanliness mess in Shahpur Nagar
- सफाई व्यवस्था से नाराज पार्षदों का गुस्सा फूट पड़ा
- कार्यपालक पदाधिकारी से नाराज पार्षदों ने की शिकायत
- पूरी तरह दुरुस्त किया जाएगा नगर की सफाई व्यवस्था- कार्यपालक
आरा/शाहपुर: नगर प्रशासन की अनदेखी के चलते बेपटरी हुई सफाई व्यवस्था से नाराज शाहपुर नगर पंचायत बोर्ड (सशक्त स्थायी समिति) के पार्षदों का गुस्सा फूट पड़ा। पार्षदों ने एनजीओ के सफाई कर्मियों की उपस्थिति का जायजा लेने वृहस्पतवार की सुबह छः बजे नगर पंचायत कार्यालय जा पहुंचे और सफाई कर्मियों की संख्या कम देख भड़क उठे।
सफाई कर्मियों की संतोषजनक उपस्थिती नही रहने पर बोर्ड सदस्यों ने एनजीओ कर्मी वीरेन्द्र साह से इसका कारण पूछा। एनजीओ कर्मी वीरेन्द्र साह के टालमटोल जबाब सुनकर असंतुष्ट पार्षदों ने एनजीओ मालिक को बुलाने और कार्यपालक पदाधिकारी से मिलकर मामले को अवगत कराने की बात कही गई। इस अवसर पर बोर्ड सदस्यों में सगीर साह, संजय चतुर्वेदी सहित पार्षद कामेश्वर राज, समाजसेवी भूटेली महतों, मुन्ना पंडित, धन कुमार पांडेय, पूर्व उपमुख्य पार्षद गुपतेश्वर साह आदि थे।
सफाईकर्मियों ने पार्षदों से की शिकायत, हो रहा कैश पेमेंट
इधर, सफाई कर्मियों ने भी अपनी समस्या पार्षदों को बताई। सफाईकर्मियों ने कहा कि वे लोग विगत कई वर्षों से नगर पंचायत में कार्यरत है। पूर्व के एनजीओ द्वारा सफाई कर्मियों को सभी संसाधन ससमय उपलब्ध कराया जाता था और मानदेय भी समय से खाता में भेज दिया जाता था। लेकिन नए एनजीओ के द्वारा विगत छः माह से हमलोगों का मानदेय भी समय से नही दिया जा रहा है। हो -हल्ला करने पर खाता में मानदेय नही भेजकर कैश में पेमेंट किया जाता है।
सफाईकर्मियों के भविष्य साथ खिलवाड़
कर्मियों ने कहा की नए एनजीओ के द्वारा सफाईकर्मियों के भविष्य साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विगत दो माह से एनजीओ ने पैसा नही दिया है। जबकि हम सभी सफाई कर्मी समय से लगातार अपनी सेवा नगर पंचायत को दे रहे है।सफाई कर्मियों ने बताया की सफाई जमादार के विवाद मामले को लेकर एनजीओ द्वार हमलोगों के मानदेय और EPF के मामलों को अटका कर रखा गया है। मांग करने पर काम से हटा दिए जाने की धमकी दी जाती है।
कार्यपालक पदाधिकारी से पार्षदों ने की शिकायत
पार्षदों ने शाहपुर नगर पंचायत की बिगड़ती सफाई व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। नगर पंचायत में गंदगी का अंबार लगा है। साफ सफाई के नाम पर हर माह एनजीओ को 11 लाख 87 हजार रुपये खर्च देने के बाद भी स्थिति बदली नहीं है। ऐसे में नाराज वार्ड पार्षदों ने कार्यपालक पदाधिकारी के चेंबर में जाकर जमकर खरी खोटी सुनाते हुए नियमित सफाई नहीं होने पर चुनाव अचार संहिता के बाद आंदोलन की चेतावनी दी।
सशक्त स्थायी समिति के सदस्यों ने कहा
वार्ड पार्षद संजय चतुर्वेदी,सगीर साह ने बताया कि नगर पंचायत के विभिन्न सड़कों पर कूड़े-कचरे का अंबार लगा हुआ है। कई जगह पर नालियां बजबजा रही है, सड़कों पर नाले का पानी बह रहा है लेकिन एनजीओ के 45 और नगर पंचायत के कर्मियों को मिलाकर करीब 50 से ज्यादा की संख्या में सफाई कर्मी हैं। बावजूद हर वार्ड की गलियां क्यों नहीं साफ हो रही है। आखिर इतने लाखों रुपये खर्च किस लिए हो रहे हैं।
गोरखधंधा बंद नहीं हुआ तो सड़क पर उतरेंगे – कामेश्वर राज
वहीं वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा है कि साफ सफाई के नाम पर लाखों रुपये की उगाही की जा रही है। नली-गली-ढलाई के नाम पर पैसों की लूट मची हुई है। ऐसे में अगर यह गोरखधंधा बंद नहीं हुआ तो सड़क पर उतरेंगे।
सफाई व्यवस्था को पूरी तरह से दुरुस्त किया जाएगा:- कार्यपालक
सफाई व्यवस्था समस्याओं पर पूछे जाने पर कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा की इसके जिम्मेदार एनजीओ धारक को बुलाया गया है। आगामी एक सप्ताह में नगर की सफाई व्यवस्था को पूरी तरह से दुरुस्त कर दिया जाएगा।