Svachchhata hee seva: शाहपुर नगर पंचायत के अधिकारियों की जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही और समुचित कार्य योजना का अभाव इस स्थिति के मुख्य कारण हैं।
- हाइलाइट : Svachchhata hee seva
- स्वच्छता ही सेवा जागरूकता अभियान में शाहपुर नगर पंचायत की निष्क्रियता हो रही उजागर
- नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने हेतु उचित संदेश और कार्यक्रम का कार्यान्वयन सुस्त
आरा/शाहपुर: स्वच्छता अभियान, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2014 में प्रारंभ किया गया, 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक देश में स्वच्छता और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इस अभियान का उद्देश्य न केवल शारीरिक स्वच्छता को बढ़ावा देना है, बल्कि नागरिकों में स्वच्छता के महत्व को भी उजागर करना है। लेकिन, इधर बिहार में भोजपुर जिला अंतर्गत शाहपुर नगर पंचायत की निष्क्रियता ने स्थानीय स्तर पर अभियान के प्रभाव को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
शाहपुर नगर पंचायत इस स्वच्छता अभियान में अपेक्षित योगदान देने में अब तक असफल रही है। नगर पंचायत के अधिकारियों द्वारा जागरूकता फैलाने और स्वच्छता गतिविधियों को नियमित रूप से आयोजित करने में कमी और इनकी असफलता को नकारा नहीं जा सकता। भोजपुर जिले के अन्य निकाय क्षेत्र में स्वच्छता अभियान से जुड़े कार्यक्रमों जैसे कि स्वच्छता रैलियाँ, कार्यशालाएँ और नुक्कड़ नाटक, धार्मिक स्थल,नदी,तालाब,पोखर आदि के साफ-सफाई का कार्य निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चल रहा है। लेकिन शाहपुर नपं की जिम्मेदारियों के प्रति लापरवाही और समुचित कार्य योजना का अभाव इस स्थिति के मुख्य कारण हैं।
इधर, शाहपुर नगर पंचायत द्वारा हर माह करीब 12 लाख रुपया सफाई पर खर्च करने के बवजूद सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फुलकन मुजफ्फरपुर अपनी जिम्मेदारी निभाने में फेल साबित हुआ है। इसके अतिरिक्त, साफ-सफाई और कूड़ा प्रबंधन की आवश्यक बुनियादी ढाँचे की कमी ने भी समस्या को और बढ़ा दिया है।
शाहपुर नगर पंचायत की उपमुख्यपार्षद झुनीया देवी ने कहा की स्वच्छता मात्र एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि एक सेवा भी है, जिसे सभी को मिलकर निभाना चाहिए। शाहपुर नगर पंचायत के अधिकारी एवं कर्मी अपनी कार्यप्रणाली को सुधारते हुए स्वच्छता जागरूकता अभियान में सक्रिय भूमिका निभाए। जागरूकता और सहभागिता से ही स्वच्छता के प्रति नागरिकों में जिम्मेदारी और सजगता का भाव उत्पन्न किया जा सकता है।
वार्ड पार्षद कामेश्वर राज ने कहा की शाहपुर नगर पंचायत के अधिकारियों की निष्क्रियता और जागरूकता अभियान की प्रभावहीनता ने स्वच्छता ही सेवा के महत्व को कम कर दिया है। यदि शाहपुर नगर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है, तो आवश्यक है कि नगर प्रशासन सक्रियता से काम करे और जनप्रतिनिधियों के साथ विभिन्न सामाजिक संगठनों का योगदान सुनिश्चित करे। केवल तत्परता और सामूहिक प्रयासों से ही हम स्वच्छता के इस महत्त्वपूर्ण उद्देश्य को प्राप्त कर सकते हैं।