Wednesday, December 18, 2024
No menu items!
Homeआरा भोजपुरShahpur Newsलापरवाही: गाड़ी पंक्चर, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था फेल

लापरवाही: गाड़ी पंक्चर, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था फेल

नगर पंचायत शाहपुर में खराब सफाई व्यवस्था की गवाही नगर कार्यालय में खराब पड़ी गाड़ीया दे रही है। नपं प्रशासन व नगर में कार्यरत एनजीओ इनको ठीक कराना नहीं चाहता है।

Garbage vehicle Punctured : नगर पंचायत शाहपुर में खराब सफाई व्यवस्था की गवाही नगर कार्यालय में खराब पड़ी गाड़ीया दे रही है। नपं प्रशासन व नगर में कार्यरत एनजीओ इनको ठीक कराना नहीं चाहता है।

  • हाइलाइट : Garbage vehicle Punctured
    • कबाड़ है शाहपुर नपं की सफाई व्यवस्था, कूड़ा वाहन पंक्चर, दुर्दशा के बावजूद सुधार नहीं
    • कबाड़ में सफाई व्यवस्था: डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए है दो वाहन, एक खराब

Garbage vehicle Punctured आरा: नगर पंचायत शाहपुर में खराब सफाई व्यवस्था की गवाही नगर कार्यालय में खराब पड़ी गाड़ीया दे रही है। नपं प्रशासन व नगर में कार्यरत एनजीओ इनको ठीक कराना नहीं चाहता है। कूड़ा उठाने वाली गाडिय़ां एक बार खराब हो जाती है तो महीनों उनकी मरम्मत नहीं की जाती। इसकी वजह से डोर टू डोर कूड़ा उठाने के साथ साथ NH-84 मुख्य सड़क से भी कूड़ा उठाने का काम प्रभावित हो रहा है। उसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं हो रहा है। एजेंसी का शाहपुर नगर पंचायत से एकरारनामा हुआ है उसके बाद भी अगर गाडिय़ां ठीक नहीं हो रही है तो यह शाहपुर नपं एवं एनजीओ के कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

बता दें की डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के नाम पर शाहपुर नगर के हर परिवार से नगर पंचायत कार्यालय 240 रुपया सालाना वसूल रही है। बावजूद इसके घरों का कचरा नहीं उठ रहा। गलियों में, सड़कों के किनारे, बाजारों में जिधर नजर दौड़ाई जाये कचरे के ढेर और उनमें मुंह मारते भूखे जानवर, उड़ती प्लास्टिक की थैलियां, हर कहीं कचरा नजर आ रहा है। कचरा गाड़ी आई तू कचरा निकाल… की आवाज सुनने को कब मिलेगी, यह नगरवासियों के बीच एक सपना की तरह है।

पहले से अब की हालात ज्यादा खराब: शाहपुर नगर पंचायत के जनप्रतिनिधियों द्वारा पूर्व में काम करनेवाली सफाई एनजीओ को हटाकर नए एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फूलकान, मुजफ्फरपुर के जिम्मे सफाई का कार्य दिया गया और नगरवासियों को सपना दिखाया गया कि डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के बाद नगर में कचरे के ढेर नजर नहीं आएंगे, जबकि पहले से अब के हलात ज्यादा खराब है। एक साल से कार्यरत सफाई एजेंसी की लापरवाही के कारण घरों में होने वाले कचरे को लोग इधर-उधर फेंकने को मजबूर हो रहे हैं। वही हर माह लाखों रुपए सफाई के नाम पर निकासी हो रही है।

एक वाहन के जिम्मे पूरे नगर की सफाई: दरअसल शाहपुर नगर पंचायत द्वारा एनजीओ को घर-घर कचरा संग्रहण करने के लिए 2 कचरा गाड़ियां उपलब्ध कराई गई हैं, जिनमें से एक मेंटीनेंस नहीं होने के कारण खराब स्थिति में नगर पंचायत कार्यालय परिसर में खड़ी हैं। मात्र एक कचरा वाहन के जिम्मे ही पूरे नगर का कचरा उठाने की जिम्मेवारी है। एनजीओ द्वारा सफाई में लापरवाही के कारण व्यवस्थाएं काफी खराब हो गई हैं।

इधर, ड्राइवर की सुनिए… एनजीओ व नगर कार्यालय के जिम्मेदारों को कई बार गाड़ी को ठीक कराने के लिए बोला, मगर कोई सुन ही नहीं रहा है। दरअसल एनजीओ द्वारा इनका मेंटीनेंस समय-समय पर नहीं कराने से कचरा वाहन को नगर पंचायत कार्यालय परिसर में खड़ा करना पड़ा है। अगर समय पर मरम्मत व सर्विस की जाती रहती तो ऐसी स्थिति नहीं आती।

नए इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा ट्रॉली खरीदे लेकिन उपयोग एक दिन भी नहीं

कबाड़ में सफाई व्यवस्था :कचरा संग्रहण के लिए नगर पंचायत ने नए इलेक्ट्रिक ई-रिक्शा और हाथ रिक्शा ट्रॉली खरीदे थे। लेकिन ढाई साल से ये नगर कार्यालय परिसर में ही खड़े कबाड़ नजर आ रहे हैं। इस समय शाहपुर नगर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है। प्रत्येक वार्ड में कूड़े के ढेर यह व्यां करते नजर आ जायेंगे। मगर इस व्यवस्था को लेकर एनजीओ के प्रति नगर प्रशासन सख्त दिखाई नही दे रही है। सफाई के नाम पर यहां हर माह लाखों रूपयों का दुरूपयोग हो रहा है। लेकिन सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने में एनजीओ व नगर प्रशासन पीछे है।

RAVI KUMAR
RAVI KUMAR
बिहार के भोजपुर जिला निवासी रवि कुमार एक भारतीय पत्रकार है एवं न्यूज पोर्टल खबरे आपकी के प्रमुख लोगों में से एक है।
- Advertisment -

Most Popular