Sunday, December 22, 2024
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भोजपुर एसपी समेत 64 पुलिस अधिकारी और जवान सम्मानित

आरा के प्रोफेसर दंपती हत्याकांड, एसएलआर सहित हथियारों की बरामदगी और हत्या में वांछित 50 हजार के इनामी की गिरफ्तारी में सराहनीय कार्य करने वाले भोजपुर एसपी समेत 64 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया।

Bhojpur – SP: आरा के प्रोफेसर दंपती हत्याकांड, एसएलआर सहित हथियारों की बरामदगी और हत्या में वांछित 50 हजार के इनामी की गिरफ्तारी में सराहनीय कार्य करने वाले भोजपुर एसपी समेत 64 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया।

  • हाइलाइट : Bhojpur – SP
    • प्रोफेसर दंपती की हत्या सहित तीन कांडों के उद्भेदन के लिए शाहाबाद रेंज के डीआईजी ने डेहरी में किया सम्मानित
    • दंपती हत्याकांड में 17, एसएलआर बरामदगी में 25 और इनामी की गिरफ्तारी में 22 पुलिसकर्मी किये गये पुरस्कृत
    • भोजपुर सहित शाहाबाद रेंज के 108 पुलिस अफसरों और जवानों को सराहनीय कार्य के लिए किया गया सम्मानित

आरा: प्रोफेसर दंपती हत्याकांड, एसएलआर सहित हथियारों की बरामदगी और हत्या में वांछित 50 हजार के इनामी की गिरफ्तारी में सराहनीय कार्य करने वाले भोजपुर एसपी समेत 64 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया। डेहरी में वार्षिक पारितोषिक वितरण दिवस के अवसर पर डीआईजी नवीन चंद्र झा की ओर से सभी अफसरों को सम्मानित किया गया। Bhojpur – SP एसपी समेत सभी अफसरों को प्रशस्ति पत्र और इंस्पेक्टर से सिपाही संवर्ग तक के कर्मियों को प्रशस्ति पत्र के साथ ही बतौर पुरस्कार के तौर पर सात हजार से लेकर तीन हजार की राशि दी गई। इसके लिए मुख्यालय की ओर से भोजपुर के 64 सहित शाहाबाद रेंज के 108 पुलिस अफसरों और जवानों का चयन किया गया था।

इनमें एसपी प्रमोद कुमार यादव, तत्कालीन सदर एसडीपीओ सह एएसपी चंद्रप्रकाश, जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह, तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष शंभू भारत, चरपोखरी थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा और कोईलवर थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सहित 64 पुलिसकर्मी शामिल हैं। हालांकि भोजपुर में सराहनीय काम और कांडों के उद्भेदन करने में सम्मानित अधिकतर अफसरों का दूसरे जिलों में तबादला हो गया है। इनमें तत्कालीन एएसपी चंद्रप्रकाश फिलहाल सिटी एसपी के पद पर हैं। वहीं इंस्पेक्टर शंभू भगत, संजय कुमार सिन्हा और अविनाश कुमार फिलहाल बक्सर जिले में पोस्टेड हैं।

इधर, एक साथ 64 अफसरों और जवानों को पुरस्कार मिलने पर भोजपुर पुलिस महकमे में खुशी है। उधर, अफसरों और जवानों को सम्मानित करते हुए डीआईजी नवीन चंद्र झा की ओर से सभी की सराहना कर शुभकामनाएं दी गईं। उन्होंने सभी को टीम के रूप में काम करने की बात कही, ताकि अपराधियों व अपराध पर काबू पाया जा सके। बालू माफियाओं पर कार्रवाई और हथियार बरामदगी में 25 पुलिसकर्मियों को सम्मान पिछले साल सात जुलाई को Bhojpur – SP एसपी प्रमोद कुमार यादव के नेतृत्व में कोईलवर थाना क्षेत्र के कमालुचक घाट से पुलिस टीम ने छापेमारी कर आठ बालू तस्करों को गिरफ्तार किया था। तब तस्करों के पास से एक एसएलआर, पांच राइफल, दो देसी कट्टा, एक पिस्टल, 86 गोलियां, खोखे और सात लाख रुपए नगद बरामद किये गये थे। छापेमारी में एसपी प्रमोद कुमार यादव के अलावा, तत्कालीन एएसपी चंद्र प्रकाश, इंस्पेक्टर शंभू भारत, तत्कालीन दारोगा अविनाश कुमार, राकेश कुमार सिंह, रवि कुमार गुप्ता, राजू कुमार यादव, संतोष कुमार, सिपाही कमलेश कुमार, अमित कुमार, अरविंद कुमार, कपिल मंडल, संजय कुमार पाल, ब्रह्मानंद पाठक, धर्मेंद्र कुमार, विनीत कुमार, शैलेश कुमार, विपुल कुमार सिंह, रंजीत कुमार, संजू कुमार, सुकेश कुमार, रतन कुमार, प्रियतम कुमार, मदन कुमार और ओम प्रकाश शामिल हैं।

हत्या में 50 हजार के इनामी की गिरफ्तारी में 22 पुलिसकर्मी किये गये पुरस्कृत

शाहपुर के करनामेपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव निवासी गवाह हत्याकांड में फरार 50 हजार के इनामी उमाशंकर मिश्र की गिरफ्तारी के लिए भी 22 पुलिसकर्मी सम्मानित किये गये। भाजपा नेता विशेश्वर ओझा हत्याकांड के मुख्य गवाह कमल किशोर की हत्या में आरोपित उमाशंकर मिश्रा कोर्ट के आदेश पर पेरोल पर आने के बाद फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। पुलिस मुख्यालय की ओर से 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। काफी प्रयास के बाद उसे आरा से गिरफ्तार किया गया था। उस मामले में एसपी प्रमोद कुमार यादव, जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह, इंस्पेक्टर शंभू भगत, तत्कालीन दारोगा राकेश कुमार सिंह, रवि कुमार गुप्ता, राजू कुमार यादव, संतोष कुमार, सिपाही कमलेश कुमार, अमित कुमार, अरविंद कुमार, कपिल मंडल, संजय कुमार पाल, ब्रह्मानंद पाठक, धर्मेंद्र कुमार, विनीत कुमार, शैलेश कुमार, विपुल कुमार सिंह, रंजीत कुमार, संजू कुमार, सुकेश कुमार, रतन कुमार, प्रियतम कुमार, मदन कुमार और ओम प्रकाश पुरस्कृत किये गये।

पांच हजार फुटेज खंगाले और तीन दिन पैदल चलने के बाद पुलिस ने किया प्रोफेसर दंपती हत्याकांड का खुलासा

आरा के नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा में प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी प्रो. पुष्पा सिंह की 29 जनवरी की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। दोनों का शव 31 जनवरी की रात उनके ही फ्लैट से मिला था। हत्या उनके ही नौकर तपन डे उर्फ दीपक ने पैसे के विवाद में की थी। हालांकि जिस समय शव मिला, उस समय घर में कोई नहीं था। बाहर से ताला बंद था। चूंकि दंपती की तीन बेटियां ही हैं, जो बाहर रहती थीं। ऐसे में घर में पति-पत्नी ही रहते थे। असम का रहने वाला नौकर तपन डे खाना बनाने आता था और फिर चला जाता था। उसकी अगल-बगल के लोगों या दंपती के रिश्तेदारों से संपर्क नहीं था। ऐसे में कोई उसे पहचानता भी नहीं था। तफ्तीश में जुटी पुलिस के पास सिर्फ एक संदिग्ध के फोटो के अलावा कुछ नहीं था। केस पूरी तरह ब्लाइंड था और सबसे बड़ी मुश्किल संदिग्ध की पहचान करना था। उसे चैलेंज के रूप में लेते हुए पुलिस ने सीसीटीवी को खंगालना शुरू किया।

एसपी प्रमोद कुमार यादव ( Bhojpur – SP) के नेतृत्व में पुलिस ने आरा से पीरो तक सभी फुटेज खंगाले। उसी क्रम में आरा रेलवे स्टेशन के फुटेज में उसे देखा गया। पता चला कि संदिग्ध पैसेंजर ट्रेन से पटना गया है। इसके बाद से ही पुलिस को आगे की राह दिखी। चूंकि पुलिस को शुरू से ही संदिग्ध के पटना के एक होटल का वेटर होने का संदेह था। ऐसे में आरा रेलवे स्टेशन पर फुटेज मिलने के बाद पुलिस फिर पटना पहुंची और कड़ी से कड़ी मिलने लगी। इस क्रम में पुलिस दो दिनों तक संदिग्ध का फोटो लेकर पटना में पैदल घूमती रही। जो भी मिला उसे संदिग्ध का फोटो दिखा कर पहचान करने की कोशिश की जाती रही।

उसी दौरान पुलिस को एक बुजुर्ग मिले, जिनसे संदिग्ध की पहचान हो सकी। तब पता चला कि दीपक का असली नाम तपन डे है और वह असम का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस टीम लगातार 32 घंटे गाड़ी चलाकर करीब 15 सौ किलोमीटर दूर असम के धेमाजी पहुंची और तपन डे उर्फ दीपक को गिरफ्तार किया गया।

एसपी प्रमोद कुमार यादव के नेतृत्व में उस टीम में इंस्पेक्टर शंभू भारत, अविनाश कुमार, तत्कालीन दारोगा संजय कुमार सिन्हा, राकेश कुमार सिंह, सिपाही अमित कुमार, अरविंद कुमार, कपिल मंडल, संजय कुमार पाल, ब्रह्मानंद पाठक, धर्मेंद्र कुमार, विनीत कुमार, शैलेश कुमार, विपुल कुमार सिंह, रंजीत कुमार, संजू कुमार और सुकेश कुमार शामिल थे। सभी को सम्मानित करने के लिए चयनित किया गया।

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