Ghanshyam Yadav murder in Saraiya: कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सरैंया गांव वार्ड नंबर-4 निवासी अकलू यादव के 46 वर्षीय पुत्र घनश्याम यादव हैं। वह पेशे किसान थे
जेल से जमानत पर आए किसान की गोली मारकर की हत्या, तीन आरोपित गिरफ्तार
पुलिस ने शव का सदर अस्पताल में कराया पोस्टमार्टम
कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सरैया गांव में शनिवार की देर रात घटी घटना
Bihar/Ara: भोजपुर के कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सरैंया गांव में शनिवार की देर रात जेल से जमानत पर आए किसान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें सिर में काफी करीब से गोली मारी गई है। जिसके कारण उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई है।
जानकारी के अनुसार मृतक कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सरैंया गांव वार्ड नंबर-4 निवासी अकलू यादव के 46 वर्षीय पुत्र घनश्याम यादव हैं। वह पेशे किसान थे। इधर, मृतक के बेटे प्रदीप यादव ने बताया कि एक वर्ष पूर्व गांव के ही बृजेश यादव के हत्या हुई थी। जिसमें उसके पिता घनश्याम यादव, भाई लवकुश यादव एवं उसके तीन चाचा को नामजद आरोपित बनाया गया था। जिसके बाद पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
कहा की पांच माह पूर्व ही वे जेल से जमानत पर बाहर आए थे। इसी बीच तीन माह पूर्व आरोपित पक्ष द्वारा उनके घर में आग लगा दिया गया था। जिसके बाद उन लोगों पर केस किया गया था। जिसको लेकर गवाही चल रही है। दो दिन पूर्व ही उनके द्वारा उसके पिता को मारने की धमकी भी दी गई थी। शनिवार की रात करीब दस बजे सभी आरोपित उनके घर में आए थे। उस समय उन्होंने कुछ नहीं कहा और चुपचाप वापस चले गए थे। शनिवार के देर रात करीब बारह बजे पुनः सभी लोग दुबारा उसके घर आए। इसके बाद उन्होंने उनके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद सभी आरोपित वहां से फरार हो गए।
दूसरी ओर मृतक के पुत्र प्रदीप यादव ने बबलू यादव एवं आनंद पर पूर्व की रंजिश में अपने पिता (Ghanshyam Yadav murder in Saraiya) की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया है। इसके बाद परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी।
बता दें कि 26 अप्रैल 2021 को मृतक के बेटे लवकुश एवं बृजेश यादव के बीच खेल के दौरान विवाद हो गया था, जिसमें लवकुश द्वारा उसकी पिटाई की गई थी। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। इसके बाद उसकी इलाज क्रम में मौत हो गई थी। जिसके बाद मृतक बृजेश यादव के चाचा विनोद यादव के बयान पर घनश्याम यादव,उसके बेटे लवकुश यादव,उसके तीन भाई दिनेश यादव, उमेश यादव, एवं राजेश्वर यादव को नामजद आरोपी बनाया गया था। जिसके बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
पांच माह पूर्व घनश्याम यादव व उनके तीन भाई दिनेश यादव, उमेश यादव एवं राजेश्वर यादव बेल पर बाहर आए थे। जबकि मृतक का पुत्र लवकुश यादव अभी जेल में बंद है। एक वर्ष पूर्व मृतक बृजेश यादव के चाचा विनोद यादव ने खुदकुशी कर ली थी।
वही इस मामले में एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि रात्रि में कृष्णागढ़ थाना अंतर्गत सरैया क्षेत्र के एक टोला में घनश्याम यादव जो अभी कुछ दिन पहले जेल से जमानत पर आए थे। उनकी गांव के ही मैनेजर यादव और उनके लड़कों के बीच आपसी लड़ाई चल रही थी। उसी में मैनेजर यादव और उनके लड़कों ने रात्रि में घनश्याम यादव को गोली मार दी और उनकी मृत्यु हो गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन मुख्य आरोपियों को की गिरफ्तार कर लिया है एवं स्थिति सामान्य है। साथ ही पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
बताया जाता है कि मृतक अपने चार भाई व एक बहन में बड़े थे। मृतक के परिवार में पत्नी सामांती देवी, तीन पुत्र लवकुश, दीपक, प्रदीप व तीन पुत्री शोभा देवी, उषा देवी एवं पुतुल कुमारी है। घटना के बाद मृतक के घर में कोहराम मच गया है। मृतक की पत्नी सोमांती देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।