Bahiro Ara Crime: घायलों में नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो गांव निवासी अशोक सिंह का बेटा सह पेट्रोल पंप संचालक अभिषेक कुमार (25) और ओम प्रकाश सिंह का बेटा अर्जुन सिंह (19) शामिल है।
- हाइलाइट : Bahiro Ara Crime
- इलाज के लिए आरा के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया
- घटना की पूरी जानकारी मिलते ही पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है
Bahiro Ara Crime आरा: नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो गांव में शनिवार की देर शाम शराब बेचने का विरोध करने पर पेट्रोल पंप संचालक और उसके भतीजे को अपराधियों ने गोली मार दी। घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी वहां से भाग निकले। घायलों में नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो गांव निवासी अशोक सिंह का बेटा सह पेट्रोल पंप संचालक अभिषेक कुमार (25) और ओम प्रकाश सिंह का बेटा अर्जुन सिंह (19) शामिल है।
घायल पेट्रोल पंप संचालक को गोली दाहिने साइड पीठ और पंजरी में मारी गई है। वहीं, उसके भतीजे को दाहिने साइड पंजरी में गोली लगी है। परिजन द्वारा उन्हें इलाज के लिए आरा के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया। जहां उनका इलाज कराया जा रहा है।
वहीं घटना की सूचना मिलते ही सहायक पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार और नवादा थानाध्यक्ष कमल जीत पुलिस बल के साथ आरा के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। घायलों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली। इसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
इस मामले में सहायक पुलिस अधीक्षक परिचय कुमार ने बताया कि देर शाम बहिरो में 2 युवकों को गोली लगी है। उन्होंने बताया कि शराब बेचने के विरोध करने पर ये विवाद हुआ है। एक पक्ष द्वारा वहां शराब बेचा जा रहा था। इसको लेकर दूसरे पक्ष द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई भी की थी। इसी बात को लेकर दूसरे पक्ष द्वारा इसका विरोध किया गया कि पुलिस को सूचना क्यों दी गई। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ और उसी में गोली चली है। इसमें दोनों युवकों को गोली लगी है।
वहीं, परिचय कुमार ने कहा कि पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है। इसमें जो भी अभियुक्त होंगे उनकी गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी भी कर रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इधर, घायल पेट्रोल पंप संचालक अभिषेक सिंह ने बताया कि गांव में ही कुछ लोग उन लोगों के घर के आगे देसी शराब बेचते हैं। इसको लेकर उनके मोहल्ले के ही एक बड़े भाई राजेंद्र प्रसाद सिंह के बेटे रवि रंजन सिंह द्वारा शुक्रवार को विरोध किया गया था। इसको लेकर उन लोगों द्वारा मारपीट की गई थी।
मारपीट के दौरान घायल हो गए थे। शनिवार की देर शाम जब वह अपने गांव में घर के बगीचे में बैठा था। तभी चार-पांच की संख्या में वहां अपराधी आए और उसे बुलाया। जब वह वहां गया तो उनके द्वारा उस पर ताबातोड़ फायरिंग कर दी गई। इसमें दोनों चाचा-भतीजे को गोली लग गई।