Nari Shakti: जाको राखे साइयां मार सके ना कोई….. बिहार के सोनपुर में शुक्रवार सुबह गंगा नदी में डूबी एक महिला 90 किलोमीटर दूर मोकामा में सुरक्षित बचा ली गई। महिला को तैरना नहीं आता था, वह किसी चीज के सहारे 24 घंटे तक नदी में बहती रही।
- हाइलाइट :Nari Shakti
- सोनपुर में डूबी महिला मोकामा में जिंदा मिली,
- तिनके के सहारे गंगा की लहरों से जूझती रही
- महिला, 90 किलोमीटर दूर जिंदा बचाई गई
Nari Shakti: जाको राखे साइयां मार सके ना कोई… वाली कहावत तो सभी ने सुन रखी है, लेकिन यह कहावत एक बार फिर चरितार्थ हुई। बिहार के सोनपुर में डूबी एक महिला 90 किलोमीटर तक गंगा की लहरों से जूझती रही और अंतत जिंदगी से जारी जंग में उसने जीत हासिल कर ली। महिला का नाम प्रमिला देवी (60) है। वह वैशाली जिले के सोनपुर गंगा घाट पर शुक्रवार को डूब गई थीं। लगभग 24 घंटे बाद वह 90 किलोमीटर दूर मोकामा में सही सलामत बचा ली गईं।
प्रमिला शुक्रवार सुबह करीब सात बजे गंगा नदी के सोनपुर घाट पर पति के साथ आई थीं। नदी में नहाने के दौरान वह डूब गईं। पति ने भी उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन वे भी डूब गए। पति-पत्नी दोनों गंगा नदी में डूबते चले गए। प्रमिला देवी किसी तरह 90 किलोमीटर से अधिक दूरी तक गंगा नदी की लहरों से जूझती रहीं। गंगा में तैरती हुई किसी वस्तु के सहारे वह लगातार बहती रहीं। उनको तैरना भी नहीं आता था। आखिर में पटना जिले के मोकामा स्थित मेकरा गांव के लोगों ने प्रमिला को बचाया।
मेकरा निवासी सोनू शनिवार सुबह गंगा नदी किनारे किसी काम से गया हुआ था। इसी दौरान एक महिला को उसने डूबते हुए देखा। कुछ लोगों को आवाज लगाते हुए सोनू ने नाव के सहारे प्रमिला देवी को गंगा नदी से बाहर निकाला। 24 घंटे से अधिक समय तक गंगा नदी में रहने के कारण शरीर पूरी तरह से अकड़ने लगा था।
नदी से बाहर निकालने के बाद स्थानीय लोगों द्वारा तेल मालिश की गई तथा डॉक्टर को बुलाकर इलाज कराया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि उनको तैरना नहीं आता था लेकिन ईश्वर की कृपा थी कि वह सही सलामत सुरक्षित बचा ली गई। पति के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। मोकामा थाना को जानकारी मिली। महिला परिजन के साथ सोनपुर चली गई।