Biometric Attendance: शाहपुर नगर पंचायत के कर्मियों की बायोमिट्रिक मशीन में हाजिरी लग रही है जबकि एनजीओ के 40 सफाई कर्मचारी बायोमिट्रिक मशीन पर हाजिरी नहीं लगाते।
- हाइलाइट : Biometric Attendance
- नियमित नगरपालिका कर्मी बायोमिट्रिक मशीन पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहें हैं
- सफाई एजेंसी द्वारा नियुक्त 40 सफाई कर्मियों की नहीं बन रही बायोमिट्रिक हाजिरी
Biometric Attendance आरा: शाहपुर नगर पंचायत के कर्मियों की बायोमिट्रिक मशीन में हाजिरी लग रही है जबकि एनजीओ के 40 सफाई कर्मचारी बायोमिट्रिक मशीन पर हाजिरी नहीं लगाते। जानकारी के अनुसार एनजीओ द्वारा अभी पूरी सूची नपं कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराई गई है। विदित रहें की खबरे आपकी द्वारा बायोमीट्रिक मशीन से फर्जी कर्मियों के नाम पर हो रहे खेल का खुलेगा राज शीर्षक से एक प्रमुख खबर चलाई गई थी। जिसकी सच्चाई अब सामने आने लगी है।
पढ़ें :- बायोमीट्रिक मशीन से फर्जी कर्मियों के नाम पर हो रहे खेल का खुलेगा राज
शाहपुर नगर पंचायत के सफाई कर्मियों की बायोमिट्रिक मशीन में हाजिरी लगाने की प्रक्रिया में विसंगतियाँ साफ उजागर हो रही हैं। नियमित नगरपालिका कर्मी बायोमिट्रिक मशीन पर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहें हैं, वहीं शाहपुर नपं के सफाई एजेंसी (एनजीओ) द्वारा नियुक्त किए गए 40 सफाई कर्मचारी इस प्रणाली का पालन नहीं कर रहे हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि यह शाहपुर नगर प्रशासन की पारदर्शिता और जवाबदेही पर भी सवाल खड़ा करती है।
पढ़ें : नगर के सफाई एजेंसी प्रताप सेवा पर ईएसआई और पीएफ घोटाले का आरोप
शाहपुर नपं में कार्यरत सफाई एजेंसी प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फूलकान मुजफ्फरपुर की एनजीओ द्वारा नगर पंचायत कार्यालय को अभी तक 40 सफाई कर्मियों की सूची ईएसआई कार्ड सहित उपलब्ध नहीं कराया गया है। हकीकत यह है कि शाहपुर नगर पंचायत में 40 की जगह आधे से भी कम कार्यरत इन सफाई कर्मियों को उनकी मेहनत का न्यायोचित पारिश्रमिक तक नहीं मिलता है। वही बायोमिट्रिक हाजरी के लिए आधार कार्ड देकर सफाई कर्मियों के कोरम को पूरा करने की खेल को जल्द ही उजागर किया जाएगा।
विदित रहें की शाहपुर नगर पंचायत के सफाई एजेंसी पर ईएसआई और पीएफ घोटाले का आरोप है। सफाई कर्मी के वेतन से कटौती होने और कंपनी प्रावधानों के बावजूद भी एक साल से सफाई कर्मियों को ईएसआई कार्ड नहीं दिया गया है और ना ही पीएफ का पैसा दिया गया है। आखिर इन सफाई कर्मियों के 29% ईएसआई और पीएफ का पैसा कौन खा रहा है ?
इधर, जानकारों की माने तो एक साल से शाहपुर नगर पंचायत में काम करने वाली एजेंसी द्वारा सफाई कर्मियों का ईएसआई कार्ड बनाया ही नहीं गया है। और ना ही यहां कंपनी के पास ईएसआई कार्ड वाले सफाई कर्मी मौजूद है। हर माह 11 लाख 87 हजार से ज्यादा रुपया लेकर सफाई कर्मियों के ईएसआई और पीएफ में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। नगर विकास एवं आवास विभाग के पत्रांक 09/ नगरपालिका प्रशासन निदेशालय (विविध) -20/2021 -3352/ दिनांक 17/11/2021 के आदेश के आधार पर शाहपुर नगर प्रशासन यदि चाहे तो एनजीओ के एकरारनामा को रद्द किया जा सकता है और ब्लैकलिस्टेड करते हुए पैसा रिकवर की कारवाई भी हो सकती है।