Worship of Maa Aranya Devi: चैत नवरात्र के नौंवे दिन मां दुर्गा का पूजन करने के लिए मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी रही। आरा की अधिष्ठात्री मां आरण्य देवी के मंदिर में श्रद्धालु-भक्तो ने पूरे भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की।
- हाइलाइट्स: Worship of Maa Aranya Devi
- रामनवमी के अवसर पर आरण्य देवी के दर्शन के लिए उमड़ी रही भीड़
- ट्रस्ट के अध्यक्ष सह एमएलसी राधाचरण साह ने मां के दरबार में टेका मत्था
- लगातार तीसरे दिन ट्रस्ट द्वारा वितरित किया गया प्रसाद
आरा: चैत नवरात्र के नौंवे दिन मां दुर्गा का पूजन करने के लिए मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ी रही। आरा की अधिष्ठात्री मां आरण्य देवी के मंदिर में श्रद्धालु-भक्तो ने पूरे भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की। मां आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि रामनवमी को लेकर अहले सुबह करीब तीन बजे मां की आरती की गई। इसके बाद देवी दर्शन और पूजा अर्चना के लिए महिला-पुरुष श्रद्धालु-भक्तों का जनसैलाब उमड़ पडा। लोगों को देवी दर्शन के लिए घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ा। बावजूद इसके श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव के साथ मां के दरबार में हाजिरी लगाए।
रामनवमी के मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष सह भोजपुर-बक्सर के एमएलसी राधाचरण साह ने मां के दरबार में पूजा-अर्चना की। नवमी को लेकर मां आरण्य देवी का आकर्षक ढ़ंग से फूलों से श्रृंगार किया गया था। सुबह में महिला-पुरुष भक्तो की लाइन आरण्य देवी से व्यापार मंडल तक पहुंच गई। यह सिलसिला दोपहर करीब 12 बजे तक चला। पुलिस-प्रशासन की टीम, आरण्य देवी मंदिर विकास ट्रस्ट के सेवक एवं स्थानीय वोलिंटियर लोगों को कतारबद्व कराकर मां के दर्शन करा रहे थे। भक्त आरण्य देवी मैया की जय…भैरो भैया की जय….सच्चे दरबार की जय… के जयकारे लगा रहे थे। चैत नवरात्र को लेकर तीसरे दिन भी श्रद्धालु-भक्तों के बीच ट्रस्ट द्वारा प्रसाद वितरण किया गया। प्रसाद वितरण के दौरान मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी काफी सक्रिय दिखे।
मंदिर निर्माण में दान देने के लिए मची रही होड
चैत्र नवरात्र के महानवमी तिथि पर आरण्य देवी मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों का जन सैलाब उमडा रहा। इस दौरान माता के भव्य मंदिर निर्माण में लोगों ने दिल खोलकर दान दिया। कई लोगों ने क्यू आर कोड के माध्यम से माता के मंदिर निर्माण में गुप्त दान किया। बता दें की माता के मंदिर का जिर्णोद्धार कार्य तीव्र गति से चल रहा है। पांचवें फ्लोर की ढलाई हो चुकी है। 155 फीट ऊंचा माता का मंदिर बनने वाला है।