Suvidha app: आरा में नागरिकों की सुविधा के लिए गेम-चेंजिंग एप बनाने वाले आरा निवासी एनआइटी के छात्र शुभम सिंह समेत अन्य छात्रों को किया गया सम्मानित
- हाइलाइट : Suvidha app
- अगस्त महीने के पहले सप्ताह से यह एप काम करने लगेगा
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अंगीभूत इकाई जगजीवन कालेज में स्टार्टअप में दिलचस्पी रखने वाले छात्रों के सम्मान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें आरा शहर के संकट मोचन नगर निवासी एनआइटी, नागपुर के प्रतिभावान छात्र और गेम चेंजिंग ‘डाक्जाप्वाइंट” एप के फाउंडर शुभम कुमार सिंह समेत अन्य स्टार्टअप को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्टार्टअप शुभम कुमार सिंंह ने ‘डाक्जाप्वाइंट’, छात्र मनीष एवं उत्कर्ष ने ‘इंडिया को स्टार्टअप’ और विकास व मुनेब ने संयुक्त रूप से ‘वर्कर देखो’ आइडिया के संबंध में अपने-अपने विचार को साझा किया। जिसकी आगत अतिथियों ने प्रशंसा की।
डाक्जाप्वाइंट एप के फाउंडर शुभम सिंह ने कहा कि यह एप नागरिकों की समस्याओं को देखते हुए बनाया गया है। सभी चिकित्सकों का भी प्रेम और स्नेह इस एप को मिल रहा है। यह एप आने वाले दिनों में काम करने के तरीके में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाएगा है। अगस्त महीने के पहले सप्ताह से यह एप काम करने लगेगा। घर बैठे लोग एप के जरिए विशेष डाक्टरों के पास नंबर लगा सकेंगे। यह एप प्ले स्टोर और गुगल बेवसाइट पर भी उपलब्ध होगा।
बतौर मुख्य अतिथि स्टार्टअप, जिला के नोडल पदाधिकारी मेघा ने कहा कि युवाओं को अपने आसपास की समस्याओं पर गौर करने पर बल देना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी समस्या का समाधान ही नये स्टार्टअप को जन्म देता है। जिला उद्योग प्रसार पदाधिकारी श्वेता ने युवाओं को नौकरी के अतिरिक्त खुद के व्यापार करने की योजना बनाने का परामर्श दिया। डाक्जाप्वाइंट एप के फाउंडर शुभम सिंह को डायरी व कलम एवं पेनड्राइव देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा विकास एवं मुनेब ‘वर्कर देखो’ आइडिया के लिए प्रोत्साहन के लिए सर्टिफिकेट एवं पेनड्राइव प्रदान किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कालेज की प्रधानाचार्या प्रो. आभा सिंह ने की। कार्यक्रम का संचालन संकाय प्रभारी डा. सत्येन्द्र पांडेय ने किया। इस मौके पर संयोजक दिव्येंदु शेखर सिंह एवं स्टुडेंट्स रिप्रेज़ेंटेटिव हर्षराज मंगलम एवं कुमार शशिरंजन के अलावा डा रीत्तिका पांडेय, डा नबारुण घोष, प्रो. शहाबुद्दीन, सिद्धू, डा. असलम परवेज, डा रामबाबू चौपाल, डा. गोपाल प्रसाद, डा. रामेश्वर सिंह, डा. सुनीता कुमारी, डा. लक्ष्मी कुमारी, डा. अमरेश कुमार, डा. राजीव नयन, डा. अजय कुमार आदि मौजूद थे।