Brahmapur Buxar Police: बक्सर/ब्रह्मपुर: जब्त शराब की हेराफेरी करने के मामले के आरोपी दारोगा और प्रशिक्षु सिपाही को बुधवार को जेल भेज दिया गया। दोनों को जेल भेजे जाने के दौरान ब्रह्मपुर पुलिस के चेहरे पर कार्रवाई की दहशत भय बनकर पसर गया था। एसपी मनीष कुमार की कड़ी कार्रवाई के बाद सभी न सिर्फ सहमे हुए है। बल्कि अपने भविष्य को लेकर चितिंत है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि ब्रह्मपुर पुलिस ने पिछले 12 सितंबर को पुरवा गांव के समीप फोरलेन से 40 लाख का शराब जब्त किया था। जब्त शराब को थाना से बेचने का प्रयास चल रहा था। एसपी को यह जानकारी मिली कि पचास लीटर शराब अलग कमरे में रखा हुआ है। चौकीदार के माध्यम से शराब का गलत उपयोग किया जा रहा है।
जांच में बात सही पाए जाने पर एसपी के आदेश पर थानाध्यक्ष बैजनाथ चौधरी समेत पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ इंस्पेक्टर सुभाष चंद्रा के बयान पर पुलिस ने नामजद एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में पांचों नामजद के साथ अपर थानाध्यक्ष योगेंद्र कुमार को भी निलंबित कर दिया गया है।
इधर पुलिसकर्मियों पर हुई कार्रवाई को सभी एकतरफा मान रहे हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर पुलिसकर्मियों ने बताया कि बिना जांच व पूछताछ के आनन-फानन में एफआईआर दर्ज कर दिया गया। निष्पक्ष जांच करने पर सच्चाई उजगार हो जायेगी।
Brahmapur Buxar Police – दो पुलिसकर्मियों को भेजा गया जेल
जब्त शराब की हेराफेरी के मामले में गिरफ्तार दारोगा कुंवर कन्हैया प्रसाद और प्रशिक्षु सिपाही विकास कुमार को जेल भेज दिया गया है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस कांड के अनुसंधान की जिम्मेवारी डुमरांव के इंस्पेक्टर मनोज कुमार को दी गई है। इस मामले में थानाध्यक्ष और दो चौकीदारों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। शराब मामले में कार्रवाई होने के साथ ही बुधवार को दूसरे दिन भी थाना परिसर में सन्नाटा पसरा रहा। ब्रह्मपुर थाना में पदस्थापित कोई भी कर्मी इस मामले में कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है।