मैनेजर हत्याकांड सहित पांच मामलों का खुलासा: छह बदमाश गिरफ्तार
भोजपुर पुलिस को हाथ लगी बड़ी सफलता:
दो देसी पिस्टल, तीन देसी कट्टा,104 गोलियां और पांच मोबाइल बरामद
लूट में इस्तेमाल दो बाइक और मैनेजर के लूटे गये दो मोबाइल भी मिले
ब्लॉक में बीडीसी मेंबर और बिहिया में चौकीदार पुत्र को गोली मारने का खुला राज
भोजपुर न्यूज़ आरा। भोजपुर के बिहिया स्थित माइक्रो फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मैनेजर हत्याकांड में शामिल बदमाशों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरा ब्लॉक कैंपस में बीडीसी मेंबर और बिहिया में चौकीदार पुत्र को गोली मारे जाने सहित चार गंभीर कांडों का भी खुलासा किया है। अबतक इन मामले में पुलिस द्वारा छह बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो देसी पिस्टल, तीन देसी कट्टा, आठ एमएम की पांच, 7.62 प्वाइंट के 74, 12 बोर की 12 गोलियां और पांच मोबाइल बरामद किये गए हैं। मैनेजर हत्याकांड में इस्तेमाल दो बाइक और लूटे गये दो मोबाइल भी बरामद कर लिये गये हैं। गिरफ्तार अपराधियों में मुफस्सिल के धोबहां ओपी क्षेत्र के सेमरिया गांव निवासी केशव उर्फ मनीष पांडेय, अतुल पांडेय, अमित लाल उर्फ बबलू, गजराजगंज ओपी क्षेत्र के पकड़ी निवासी बीरबल कुमार, पकड़ियाबर गांव निवासी सुमित कुमार और आरा नवादा थाना क्षेत्र के मौलाबाग निवासी लल्लू उर्फ विशाल कुमार शामिल हैं। इनमें अतुल पांडेय गिरोह का मास्टरमाइंड है। वह बीडीसी मेंबर का पुत्र बताया जा रहा है। गिरफ्तार अपराधियों में कुछ को राज्य के बाहर से भी पकड़ा गया है। एसपी संजय कुमार सिंह द्वार प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि माइक्रो फाइनेंस कंपनी कर्मी की हत्या के बाद अपराधियों की पहचान व कांड का खुलासा करने के लिए एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में टीम बनायी गती थी। टीम ने तकनीकी जांच के आधार पर एक बदमाश की पहचान करते हुए उसको गिरफ्तारी कर लिया। उसकी पूछताछ और निशानदेही पर उसके पांच अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इन सभी के पास से हथियार, गोली आदि भी बरामद किया गया।
लूटपाट का विरोध करने पर गोली मार की गयी फाइनेंस कंपनी के मैनेजर की हत्या
भोजपुर न्यूज़ : सारण जिला निवासी माइक्रो फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर शैलेश यादव की लूटपाट का विरोध करने पर हत्या की गयी थी। इस मामले में गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के बाद एसपी की ओर से यह जानकारी दी गयी। बताया गया कि अतुल पांडेय, सुमित कुमार, एस कुमार उर्फ मुंशी और बबलू उर्फ अमित लाल फाइनेंस कर्मी से लूटपाट कर रहे थे। तब कर्मी लुटेरों से भिड़ गया था। उससे बौखलाए लुटेरों ने उन्हें गोली मार दी गयी थी। उससे उनकी मौत हो गयी थी। उसके बाद बदमाश उनके मोबाइल लेकर भाग गए थे। बताते चलें कि सात अगस्त को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चंदा और कल्याणपुर गांव के बीच फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर शैलेश यादव की गोली मार हत्या कर दी गयी। बदमाशों द्वारा उन्हें करीब से ताबड़तोड़ तीन गोलियां मारी गयी थी।मैनेजर सारण जिले के मशरक गांव निवासी अलख राय के 28 वर्षीय पुत्र थे। वर्तमान में वह बिहिया बाजार स्थित एक फाइनेंस कंपनी में करीब डेढ़ वर्षो से फील्ड ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे। हाल ही में उनका प्रमोशन असिस्टेंट मैनेजर के पद पर हुआ था। घटनास्थल से उनकी बाइक, हेलमेट और गाड़ी की डिक्की में पड़े 40 हजार रुपये नगद भी बरामद किया गया था। हालांकि उनका बैग और दो मोबाइल गायब थे। इस कांड में अभी एक अपराधी फरार चल रहा है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है।
हत्या और हथियार बरामदगी को लेकर प्राथमिकी दर्ज
भोजपुर न्यूज़ : फाइनेंस कंपनी के असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर शैलेश यादव की हत्या और गिरफ्तार बदमाशों के पास से हथियार बरामदगी को लेकर मुफस्सिल थाना में तीन अलग-अलग कांड दर्ज किये गये हैं। हथियार बरामद के मामले को लेकर थाना में कांड संख्या 268/22 और 269/22 दर्ज की गई है। वहीं हत्या को लेकर कांड संख्या 250/22 दर्ज की गयी है। 269/22 में दो और 268/22 में एक अभियुक्त बनाया गया है। तीन अन्य एक को थाना कांड संख्या 250/22 और दो अभियुक्तों को आरा नवादा थाना कांड संख्या 175/22 में जेल भेजा गया।
पैसे लेने के बाद भी वोट नहीं देने पर बीडीसी को मारी गयी थी गोली
भोजपुर न्यूज़ आरा। धोबहां ओपी क्षेत्र के शुक्लपुरा गांव निवासी और बीडीसी मेंबर वीरेंद्र चंद्रवंशी को पैसे लेने के बाद प्रमुख के चुनाव में वोट नहीं देने पर गोली मारी गयी थी। हत्या में अतुल पांडेय की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद इसका खुलासा हुआ है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ में अतुल पांडेय ने बताया कि उसकी मां अगरसंडा पंचायत की बीडीसी मेंबर हैं। वह प्रखंड प्रमुख के चुनाव में उम्मीदवार थी। उसे लेकर बीडीसी मेंबर वीरेंद्र चंद्रवंशी को पैसे दिया गया था। पैसे लेने के बावजूद उन्होंने उसकी मां को वोट नहीं दिया था। उसके खुन्नस में उसने केशव पांडेय और बीरबल कुमार के साथ मिल कर उसे गोली मार दी थी। इसके लिए उसने तीन दिनों तक ब्लॉक में रेकी की थी। बता दें चार मार्च 2022 को ब्लॉक कैंपस में बाघी पाकड़ पंचायत के बीडीसी मेंबर वीरेंद्र चंद्रवंशी को ब्लॉक कैंपस में दिनदहाड़े गोली मार दी गई थी।