LED street lights Shahpur: शाहपुर नगर पंचायत में एलईडी स्ट्रीट लाइट कितनी लगाई गई। गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा गया और EESLने जो दावे किए हैं, उसमें कितना दम है, इन सबकी जांच नगर कार्यपालक पदाधिकारी नेशात आलम ने शुरू करा दी है।
- हाइलाइट्स: LED street lights Shahpur
- आंकलित विद्युत बिलों पर शाहपुर नगर पंचायत का खजाना खाली कर रहा है विद्युत विभाग- कृष्णा
LED street lights Shahpur आरा/शाहपुर: भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत में एलईडी स्ट्रीट लाइट कितनी लगाई गई। गुणवत्ता का कितना ध्यान रखा गया और ईईएसएल ने जो दावे किए हैं, उसमें कितना दम है, इन सबकी जांच नगर कार्यपालक पदाधिकारी नेशात आलम ने शुरू करा दी है।
सरकार के अवर सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग के पत्रांक-14 दिनांक 25/09/2024 के आलोक में कार्यपालक पदाधिकारी नेशात आलम के द्वारा EESL द्वारा अधिष्ठापित स्ट्रीट लाइट के अधिष्ठापन एवं रख-रखाव से संबंधित जांच के लिए पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया है।
पांच सदस्यीय जांच कमेटी में नगर प्रबंधक मृत्तुंजय कुमार सिंह, सहायक लोक स्वच्छता एवं अपशिष्ट प्रबंधन पदाधिकारी मंजीत अरोड़ा, विद्युत आपूर्ति विभाग के कनीय अभियंता नितेश यादव, नगर पंचायत के कनीय अभियंता जयनन्दन चौधरी एवं संबंधित वार्ड के वार्ड पार्षद को जांच कमिटी में रखा गया है।
पहले चरण में वार्ड संख्या-01 में प्रमुख मार्गो एवं मुहल्लों में लगी एलईडी स्ट्रीट लाइट की जांच शुरू कर दी गई है। दरअसल, ठेका एजेंसी EESLको शाहपुर नगर पंचायत में लगभग 996 एलईडी लाइट लगानी थी। एजेंसी ने दावा किया है कि उसने यह काम पूरा कर लिया है। इसके साथ ही नगर पंचायत के द्वारा खरीदारी कर अधिष्ठापित की गई एलईडी स्ट्रीट लाइटों की भी जांच की जा रही है।
नगर प्रबंधक मृत्तुंजय कुमार सिंह ने बताया की कार्यपालक पदाधिकारी के निर्देश पर प्रमुख मार्गों सहित वार्ड में लगे एलईडी स्ट्रीट लाइट की जांच शुरू की गई है। कितनी लाइट लगी है और कितनी बंद हैं। उनकी गुणवत्ता क्या है। यह रिपोर्ट कार्यपालक पदाधिकारी को सौंपी जाएगी।
सीसीएमएस का अता-पता नहीं:- इधर, समाजसेवी कृष्ण कुमार ने कहा की एलईडी स्ट्रीट लाइट में भारी घोटाला किया गया है। सेंट्रल कंट्रोल एंड मानीटरिग सिस्टम (सीसीएमएस) 40 से 50 स्ट्रीट लाइट के पोल के बीच लगाना था। जिसके माध्यम से ऊर्जा खपत पता चलती, लेकिन यह व्यवस्था सुनिश्चित नहीं हुई। मार्ग प्रकाश हेतु विद्युत विभाग आंकलित विद्युत बिलों पर नगर पंचायत का खजाना खाली कर रहा है। यही नहीं इसी सिस्टम के जरिए एलईडी स्ट्रीट लाइट को चालू और बंद किया जा सकता है।