Badal Patralekh effigy burnt: सरकार 14 फरवरी तक विधेयक वापस नहीं लेती है तो 15 फरवरी से होंगे पूरे राज्य में खाद्य वस्तुओं का व्यापार पूर्णतः बन्द
- कृषि मंत्री हाय-हाय, झारखण्ड सरकार होश में आओ
- कृषि उपज विधेयक वापस लो के नारे लगाए गए
Jharkhand खबरे आपकी/अजय संतिशी की रिपोर्ट: कृषि उपज एवं पशुधन विधेयक के विरोध में आज 4.30 बजे शाम में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का पुतला दहन किया गया। इससे पहले व्यवसायियों ने लेकर लक्ष्मी बाजार गेट से आर एल सराफ स्कूल, बजरंगी चौक, धोबिया टोला, कन्या पाठशाला होते हुए विशाल रैली भी किया।
कृषि मंत्री हाय-हाय, झारखण्ड सरकार होश में आओ और कृषि उपज विधेयक वापस लो के नारे लगाए गए। रैली वापस लक्ष्मी बाजार गेट पर आकर व्यापारियों ने सामूहिक रूप से (Badal Patralekh effigy burnt) कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का पुतला दहन किया।
संप चैम्बर के अध्यक्ष, राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश बाजला, खुदरा दुकानदार संघ के सचिव संजय बर्णवाल, संप फेडरेशन के अध्यक्ष संजय खेतान ने वक्तव्य जारी कर कहा कि कृषि उपज विपणन विधेयक का देवघर के व्यापारी सम्मिलित होकर विरोध कर रहे हैं। अब 14 फरवरी को उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम है।
झारखण्ड के व्यापारियों के लिए जीवन मरण का प्रश्न बन चुके इस विधेयक को यदि सरकार 14 फरवरी तक वापस नहीं लेती है तो 15 फरवरी से पूरे राज्य में खाद्य वस्तुओं का व्यापार पूर्णतः बन्द कर दिए जाएंगे। जनता को होने वाले कष्टों के लिए झारखण्ड सरकार पूर्ण रूप से उत्तरदायी होगी।