Padma Shri – Bhim Singh: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में सोमवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
- हाइलाइट्स: Padma Shri – Bhim Singh
- रोजी-रोटी के साथ जीवन का लक्ष्य प्राप्त करें बच्चे- पद्मश्री डॉ. भवेश
- डॉ. भीम सिंह ने पद्मश्री प्राप्त कर भोजपुर सहित बिहार का मान बढ़ाया- डॉ. अर्चना
- संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में आयोजित हुआ सम्मान समारोह
आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में सोमवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर समाजसेवी, लेखक व पत्रकार पद्मश्री डॉ. भीम सिंह भवेश को सम्मानित किया गया। विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र एवं प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने संयुक्त रूप से डॉ. भीम सिंह भवेश को अंग वस्त्र, मोमेंटो एवं पौधा देकर सम्मानित किया।
मुख्य अतिथि पद्मश्री (Padma Shri) डॉ. भीम सिंह भवेश ने मोटिवेशनल स्पीच देकर बच्चों को ऊर्जा के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मैं संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के स्थापना काल से जुड़ा हूॅं। यहां की प्राचार्या एवं निदेशक बच्चों में शिक्षा अलख जगाने के साथ समाज के प्रत्येक गतिविधियों में भाग लेते रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पिछले दो दशक से वंचित एवं पिछड़े लोगों के लिए कार्य कर रहा हूॅं। वंचित समाज के लोगो के टोलों में प्रतिस्पर्धा नहीं है। वहां भविष्य के सपने नही हैं। बुनियादी सुविधाएं नहीं है। बहुत सारे बच्चों को ईश्वर ने साधन और समय दिया है। आप वंचित लोगों की मदद करें। समाज के लिए संवेदनशील बने। वंचित समाज के लोगों की मदद में विद्यालय का सराहनीय योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि चार प्रकार के दान होते है, अन्न, वस्त्र, औषधि एवं विद्यादान। विद्यादान का विशेष महत्व है। बच्चों को शिक्षा दीजिए, ताकि वे पैरों पर खड़े हो जाए। ऐसे कार्य करें, जिससे समाज एवं देश का नाम रोशन हो। छोटे-छोटे झांझवतों से नही घबराए। अंग्रेजी में कहा जाता है “दिस टू विल पास’ यानि “यह भी बीत जाएगा”, का उदाहरण देकर उन्होंने बच्चों को समझाया कि जीविकोपार्जन के साथ जीवन का लक्ष्य प्राप्त करें। तय कीजिए कि हमको क्या करना है? अंत में उन्होंने कहा कि मुझे मिला सम्मान सिर्फ पद्मश्री नहीं, बल्कि “कर्तव्य बोध पद्मश्री है। लक्ष्य के लिए निरंतर प्रयासरत प्रयासरत रहूंगा। जिस मुहीम में लगा हूॅं, उसे अभी और आगे ले जाना है।
इसके पूर्व स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि पद्मश्री देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। ऐसे सम्मान समरोह से बच्चों के बीच ऊर्जा का संचार होता है। हम अपने के लिए जीते हैं तथा अपने परिवार के लिए कमाते हैं। वंचित एवं उपेक्षित समाज के लोगों के लिए कार्य करने वाले व्यक्तित्व को सम्मानित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि हम इनसे कुछ सीखें। डॉ. भीम सिंह भवेश ने पद्मश्री प्राप्त कर भोजपुर ही नहीं बल्कि बिहार का गौरव बढ़ाया है।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि जो काम करेगा, उसको सम्मान अवश्य मिलेगा। प्रतिभा का धन व दौलत से कोई संबंध नहीं है। डॉ. भीम सिंह भवेश विद्यालय के स्थापना काल से जुड़े हुए हैं। यह गौरव का क्षण है। विद्यालय अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इसके पूर्व विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। समारोह में विद्यालय के शिक्षक शिक्षिका, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्रा मौजूद रहें।