Sambhavna Residential High School: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित ‘शांति स्मृति’ संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की जयंती शिक्षक दिवस के रुप में मनाई गई।
- हाइलाइट: Sambhavna Residential High School
- बच्चो को संस्कारयुक्त शिक्षा दें शिक्षक:डॉ. कुमार द्विजेंद्र
- संभावना आवासीय उवि में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णण की जन्म जयंती पर शिक्षक दिवस के रुप में मनी
आरा। शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित ‘शांति स्मृति’ संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के जुबली हॉल में शुक्रवार को पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन की जयंती शिक्षक दिवस के रुप में मनाई गई। उद्घाटन प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह एवं निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र ने संयुक्त रूप से किया। तत्पश्चात डॉ. राधाकृष्णन के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ.अर्चना सिंह ने कहा कि सभी लोग परोक्ष या अपरोक्ष रूप से शिक्षा देने का कार्य करते हैं। हमारे पास मां की गोद से निकलकर अनगढ़ बालक आता है। शिक्षक उसे कुम्हार की भांति गढ़ कर एक मटके की शक्ल देता है। खुशी तब होती है, जब वही बच्चे अच्छी जॉब लेकर विद्यालय में अपने सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के लिए आते है, उन्होंने कहा कि एक शिक्षक ही बच्चों को अच्छा, सच्चा एवं ईमानदार इंसान बना सकता है। जो राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकते है। शिक्षक अपने छात्र की सफलता में ही अपनी सफलता देखता है। संभावना से विगत 29 वर्षों से एक पीढी निकल गई। अब दूसरी पीढी आ रही है। हमें बच्चों को पठन-पाठन से ज्यादा नैतिक शिक्षा देनी होगी। यही शिक्षको का कर्तव्य है।
अध्यक्षता करते हुए निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र ने कहा कि आज शिक्षको के लिए बडा ही अहम दिन होता है। शिक्षा संस्कार की जननी होती है। संस्कार विहिन शिक्षा का कोई महत्व नहीं होता है। इसलिए हमें बच्चो को संस्कार युक्त शिक्षा देना चाहिए। शिक्षक समाज का निर्माता होता है। हम बच्चों को इसलिए पढ़ाते हैं कि वे आगे चलकर संस्कारवान बने, उन्होंने कहा कि आज के दौर में बच्चे शिक्षकों का चाल दाल, पहनावा, व्यवहार, आचरण एवं अनुशासन आदि का अनुसरण करते हैं। आपको कोई नया तरीका अपनाना चाहिए, जिससे आपसे प्रभावित हो। शिक्षक खुद को संस्कारवान बनाएं तभी बच्चे संस्कारवान बन सकते हैं। आपकी सफलता बच्चों में समाहित है। इसलिए अपने आप को साबित करें। संभावना स्कूल हमेशा से अपनी संस्कृति और संस्कार के लिए कार्य करता है।
संभावना पब्लिक स्कूल के प्राचार्य दीपेश कुमार ने कहा कि शिक्षक देश के राष्ट्र निर्माता होते है। शिक्षक से गलती होती है. तो पुरी पीढी बर्बाद हो जाती है। विद्यालय के परीक्षा प्रभारी राजेश रमण ने कहा कि संभावना स्कूल बच्चों को नन्हें पौधे से वृक्ष का रूप देता है। इसका उदाहरण हाल ही में सीबीएसई परीक्षा के दौरान भोजपुर टॉपर बनी कक्षा XII की मुस्कान कुमारी है। शिक्षक ब्रजेश तिवारी ने कहा कि शिक्षक बच्चों एवं उनके परिजन पर फोकस करें। शिक्षकों में ज्ञान की कोई कमी नहीं है। बच्चों को अच्छे गुण सिखाएं।
समारोह में छात्राओं ने समूह गीत ज्ञान के दाता सर्वपल्ली राधाकृष्णन् का वंदन और समूह गीत गुरू बच्चों को रखना संभाल के….. भी प्रस्तुत कर समा बांध दिया। समूह गीत छात्रा सलोनी सिंह, मिनाक्षी पाण्डेय, प्रतीज्ञा सिंह, शौम्या सिंह, सारिका सिंह, वंदना कुमारी, सिक्षम कुमारी, श्रेया, कृतिका कुमारी, प्रियांशी सिंह एवं श्रेयांग्नी ने प्रस्तुत किया।
समारोह के दौरान संभावना पब्लिक स्कूल के संगीत शिक्षक महेश शर्मा ने भजन प्रस्तुत किया। वही संभावना आवासीय उवि के संगीत शिक्षक अमितेश रंजन ने भोजपुरी लोक गीत, दीपेश कुमार ने भक्ति भजन एवं धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने गजल प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। संगीत शिक्षक धर्मेंद्र कुमार एवं रेणु पांडेय ने युगल गीत ‘आदमी मुसाफिर है… प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
अंत में विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं द्वारा संयुक्त रूप से प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह एवं निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र को मोमेंटो एवं उपहार देकर सम्मानित किया। तत्पश्चात प्राचार्या एवं निदेशक ने शिक्षक दिवस के मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं को अंग वस्त्र एवं उपहार प्रदान कर सम्मानित किया। संचालन वरीय शिक्षक अरविंद ओझा एवं धन्यवाद ज्ञापन उप प्राचार्य ऋषिकेश ओझा ने किया।



