रेलवे चिकित्सालयों में उपलब्ध हैं पर्याप्त चिकित्सा सामग्री
आइसोलेशन कोच, पीपीई किट, मास्क आदि की उपलब्धता में पूर्व मध्य रेल अग्रणीे
अब तक लाखों गरीब एवं असहाय लोगों को उपलब्ध कराए गए निःशुल्क भोजन
मालगाड़ियों एवं पार्सल स्पेशल द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है दैनिक आवश्यकता की चीजे
बिहार/पटना। (खबरें आपकी स्टेट डेस्क)। पूर्व मध्य रेल यह सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य कर रहा है कि कोरोना वायरस के कारण कोई भी व्यक्ति पीड़ित न हो। इसके लिए कई महत्वपूर्ण एवं दूरगामी कदम उठाए गए हैं। रेल मंत्री, अध्यक्ष/रेलवे बोर्ड द्वारा विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जो भी दिशा-निर्देश प्राप्त हो रहे हैं उसे शत-प्रतिशत लागू किया जा रहा है। महाप्रबंधक ललित चंद्र त्रिवेदी इन दिशा-निर्देर्शों के पालन हेतु नियिमित रूप से पूर्व मध्य रेल के पांचों मंडल के मंडल रेल प्रबंधकों तथा विभागाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं।
विदित हो कि विगतकाल में रेलवे द्वारा युद्ध के समय में भी अपनी सेवाएं जारी रखीं गाई थी। परंतु वर्तमान परिदृश्य में आम लोगों के व्यापक स्वास्थ्य हित को प्राथमिकता देते हुए इतिहास में पहली बार अब तक का सबसे बड़ा कदम उठाते हुए कोविड़-19 के प्रसार को रोकने हेतु 03 मई, 2020 तक सभी यात्री ट्रेनों का परिचालन स्थगित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसा सिर्फ इसलिए कि हर भारतीय स्वस्थ और सुरक्षित रहें। हालांकि माल और पार्सल ट्रेन के परिचालन को जारी रखते हुए देश के कोने-कोने में लोगों को खाद्यान्न सहित अन्य सभी आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
पूर्व मध्य रेल भारत सरकार के स्वास्थ्य देखभाल के पूरक के रूप में भी कार्य कर रहा है।पूर्व मध्य रेल द्वारा आइसोलेशन कोचों का निर्माण, कोविड-19 की जरूरतों को पूरा करने के लिए मौजूदा रेलवे अस्पतालों को तैयार किया गया है । इमरजेंसी सेवा के साथ-साथ अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड लगाए गए है। अतिरिक्त चिकित्सकं और चिकित्साकर्मियों की उपलब्धता के साथ-साथ असहाय एवं जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मण्डलों एवं मुख्यालय में कोविड-19 हेल्पलाइन नं. प्रारंभ किए गए हैं। जहां चौबीसों घंटे रेलकर्मी तैनात हैं।
कोरोना योद्धा‘‘ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं कर्मचारी
इस बीमारी के बचाव में पूर्व मध्य रेल के कई कर्मचारी ‘‘कोरोना योद्धा‘‘ के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। पूर्व मध्य रेल के अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा अपना एक दिन का वेतन 12 करोड़ रूपया PM CARE Fund में जमा किया गया। वैश्विक महामारी को देखते हुए पूर्व मध्य रेल ने कई बचाव एवं रक्षात्मक कदम उठाए हैं
मालगाड़ियों का परिचालन यथावत् जारी
भले ही रेल का पहिया रूका हो परंतु आम लोगों की जिंदगी का पहिया सतत् चलता रहे, इसके लिए पूर्व मध्य रेल निरंतर कार्यरत है। आम लोगों के लिए दैनिक आवश्यकता की सामग्री उपलब्ध होती रहे, इसके लिए मालगाड़ी एवं विशेष पार्सल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। विभिन्न गुड्स शेड, स्टेशनों और नियंत्रण कार्यालयों में तैनात रेलकर्मी चौबीसों घंटे अपनी सेवाएं देकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कहीं भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित न हो ।
दिनांक 22 मार्च 2020 से 18 अप्रैल 2020 तक पूर्व मध्य रेल में 7.44 मिलियन टन कोयला, 0.85 मिलियन टन पेट्रोलियम उत्पाद, 0.16 मिलियन टन खाद्यान्न, 0.02 मीलियन टन ऊर्वरक का लदान किया गया। जबकि इस दौरान पूर्व मध्य रेल के विभिन्न टर्मिनलों पर 180 रेक खाद्यान्न, 43 रेक ऊर्वरक, 11 रेक नमक, प्याज तथा पेट्रोलियम उत्पाद के क्रमशः 5-5 रेक, चीनी, तारकोल एवं मक्का के 2-2 रेक तथा ऑटोमोबाइल के 3 रेक सहित आम लोगों के दैनिक आवश्यकता की वस्तुओं की पूर्ति के लिए कुल 253 रेकों की अनलोडिंग हुई
पार्सल स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन
कम मात्रा में आम लोगों के आवश्यकता से संबंधित सामानों के परिवहन के लिए 03 मई, 2020 तक भारतीय रेल द्वारा चलायी जा रही पार्सल स्पेशल ट्रेनों में से 29 पार्सल स्पेशल ट्रेनें पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के पटना, आरा, बक्सर, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, धनबाद, दरभंगा, सहरसा, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर सहित लगभग सभी प्रमुख स्टेशनों पर रूकते हुए चलायी जा रही हैं। समय-सारणी पर चलाए जाने के कारण इसकी उपयोगिता में काफी वृद्धि हुई है। इसी क्रम में पूर्व मध्य रेल द्वारा पंडित दीन दयाल उपाध्याय और सहरसा के बीच वाया हाजीपुर, मुजफ्फरपुर के रास्ते प्रतिदिन पार्सल स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है ।
एक अभिनव पहल:
मानवता की मिसाल पेश करते हुए पूर्व मध्य रेल के डेहरी-ऑन-सोन स्टेशन के रेलकर्मी ने डेहरी अनुमंडल के मुड़ियार गांव को गोद लिया। लॉकडाउन अवधि के प्रारंभ से ही इन रेलकर्मियों द्वारा मुड़ियार गांव के जरूरतमंद एवं असहाय लोगों को इस वायरस से बचाव के प्रति जागरूकता लाते हुए ग्रामीणों के मध्य मास्क, सेनिटाइजर, साबुन, दवाईयां सहित आवश्यकता के सभी संसाधन निःशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इसके साथ ही जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन की सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है।
असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के लिए निःशुल्क भोजन की व्यवस्था
अपनी सामाजिक सेवा प्रतिबद्धता के तहत पटना, राजेन्द्रनगर टर्मिनल, दानापुर, गया, धनबाद, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, सोनपुर, हाजीपुर मुजफ्फरपुर, बरौनी, समस्तीपुर सहित पूर्व मध्य रेल के. अन्य कई स्टेशों पर लॉकडाउन के प्रारंभ से 20 अप्रैल तक लगभग 01 लाख 70 हजार गरीब एवं असहाय लोगों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया गया।
पीपीई किट का निर्माण तथा रेलवे चिकित्सालयों में विशेष प्रावधान
रेलवे चिकित्सालयों में 100 से अधिक अनुभवी चिकित्सक तथा नर्स एवं 250 से अधिक पैरा मेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे तैनात हैं तथा लगभग 800 रेलकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया। वर्तमान में पूर्व मध्य रेल के चिकित्सालयों में 09 स्पेशल क्लिनिक कार्यरत हैं। अब तक 70 हजार मरीजों की स्क्रीनिंग की गई है । इनमें संदिग्ध पाए गए 73 मरीजों को उचित निगरानी में रखा गया है । इसी तरह कोविड-19 के मरीजों के इलाज/बचाव हेतु कुल 135 आइसोलनेशन बेड तथा क्वारंटाइन हेतु 590 बेड तैयार किए गए हैं । किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी चिकित्सालयों में आवश्यक चिकित्सा सामग्रियां उपलब्ध हैं।
अब तक 2656 पीपीई पोशाक तैयार कर लिया गया है तथा 31 मई, 2020 तक 30 हजार पीपीई पोशाक तैयार कर लिए जाएंगे। अभी तक के आंकड़ों के अनुसार पीपीई पोशाक बनाने के मामले में पूरे भारतीय रेल में पूर्व मध्य रेल उत्तर रेलवे के बाद दूसरे स्थान पर है। रेलवे अस्पताल में कार्यरत चिकित्सक, चिकित्साकर्मी एवं रेलकर्मियों के उपयोग के लिए पूर्व मध्य रेल द्वारा 66 हजार मास्क तथा लगभग 10 हजार 167 लीटर सेनिटाइजर तथा छिड़काव के लिए 8.5 हजार लीटर कीटनाशक तैयार किए गए । चिकित्सालयों में बुखार ग्रस्त मरीजों को अन्य रोगियों से अलग रखा जा रहा है। बुखार के मामलों के लिए अलग से वार्ड स्थापित किए हैं जहां सुरक्षात्मक उपायों के साथ चिकित्साकर्मियों को तैनात किया गया है।
स्टेशनों, कार्यालय भवन आदि का सेनिटाइजेशन
ट्रेनों, प्लेटफार्म, स्टेशन परिसर, कार्यालय आदि को संक्रमणमुक्त करने के लिए इसे सेनिटाइज्ड किया जा रहा है। सभी फ्रंटलाइन स्टाफ को पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट और स्प्रेयर कम सैनिटाइजर इक्विपमेंट उपलब्ध कराए गए हैं।
शयनयान श्रेणी के कोचों का आइसोलेशन कोच के रूप में परिवर्तन
भारत सरकार के स्वास्थ्य देखभाल प्रयासों में अतिरिक्त योगदान देने के उद्देश्य से पूर्व मध्य रेल द्वारा 269 कोचों को क्वारंटाइन/आइसोलेशन वार्ड के रूप में बदला गया हैै। इन कोचों में कोरोना वायरस से संक्रमित अथवा संदेहास्पद मरीजों के लिए 4304 बर्थ का प्रावधान किया गया है।
आरोग्य सेतु एप का प्रयोग
कोविड-19 का दृढ़ता से मुकाबला करने के लिए सरकार द्वारा अन्य उपायों के साथ-साथ तकनीक का भी सहारा लिया जा रहा है। इन्हीं तकनीकों में से एक है आरोग्य सेतु एप का प्रयोग।क्षपूर्व मध्य रेल में अब तक कुल कर्मचारियों के लगभग 90 प्रतिशत से अधिक रेलकर्मी आरोग्य सेतु एप को मोबाइल में इंस्टॉल कर चुके हैं। उपरोक्त के साथ-साथ उठाए गए अन्या कदमों के आधार पर यह कहना उपयुक्त होगा कि पूर्व मध्य रेल द्वारा समाज के प्रत्येक वर्गों के हितों का ध्यान रखते हुए राष्ट्रहित में अधिक से अधिक योगदान देने का प्रयास किया जा रहा है। यह जानकारी पूर्व मध्य रेल/हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने दी।