snake bite increased in Bihar-आरा शहर के अहिरपुरवा और काराकाट के मझरियां गांव की घटना
सोमवार की रात सोते समय सांप ने डंसा, झाड़-फूंक के चक्कर में गयी जान
दोनों ने इलाज के लिये सदर अस्पताल लाये जाने के क्रम में तोड़ा दम
खबरे आपकी snake bite increased in Bihar आरा शहर के टाउन थाना क्षेत्र अन्तर्गत अहिरपुरवा में सोमवार की रात सांप के डंसने से इंटर की एक छात्रा की मौत हो गई। झाड़-फूंक कराने के चक्कर में इलाज होने में देर होने के कारण छात्रा की जान चली गयी। सदर अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। मृत छात्रा अहिरपुरवा निवासी शिवजी यादव की 18 वर्षीय पुत्री मिंता कुमारी थी। परिजन के अनुसार वह सोमवार की रात मां के साथ अपने कमरे में सोई थी। उसी दौरान किसी विषैले सांप ने उसे डंस लिया। इससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। पढ़ें-आरा व्यवहार न्यायालय परिसर में आयोजित होगा लोक अदालत
बताया जा रहा है कि उसके बाद उसे झाड़-फूंक के लिये परिजन नारायणपुर गांव लेकर चले गये। काफी प्रयास के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ, तो इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल लाया। लेकिन तबतक काफी देर हो चुकी थी। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद परिजन बिना पोस्टमार्टम कराये शव लेकर चले गये। बताया जाता है कि छात्रा पांच बहन और एक भाई में सबसे छोटी थी। उसके परिवार में मां फूला देवी, बहन दुर्गावती, सीमा, मंजू, तीजी और भाई उमेश कुमार है। घटना के बाद उसके घर में कोहराम मच गया है। मां फूला देवी सहित परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।
snake bite increased in Bihar- रोहतास में कंपाउंडर की सांप डंसने से मौत
रोहतास के मझरियां में घर में सो रहे क्लीनिक संचालक की सांप के डंसने से मौत
इलाज और झाड़-फूंक के चक्कर में रात भर घूमते रहे परिजन
आरा सदर अस्पताल पहुंचने से पहले चली गयी संचालक की जान
आरा। रोहतास के काराकाट थाना क्षेत्र के मझरिया गांव में सोमवार की रात सर्पदंश से एक प्राइवेट कंपाउंडर की मौत हो गई। इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाने के दौरान उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया। मृतक मझरिया गांव निवासी चंद्रदेव सिंह उर्फ रामनंदन सिंह के 48 वर्षीय पुत्र जय बिहारी सिंह थे। वह पेशे से एक प्राइवेट कंपाउंडर थे और गांव में सी अपना क्लीनिक चलाते थे।
उनके परिजन ने बताया कि सोमवार की रात वह अपने घर में सो रहे थे। उसी बीच एक विषैले सांप ने उन्हें डंस लिया। इससे उनकी हालत बिगड़ गई। उसके बाद इलाज के लिये उन्हें बिक्रमगंजस्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया। कोई सुधार नहीं होने पर झाड़-फूंक कराने तरारी थाना क्षेत्र के सेदहा गांव ले गये। लेकिन वहां भी उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। उसे देख एक बार फिर इलाज शुरू कराया गया। इस बार उन्हें पहले पीरो ले जाया गया। उसके बाद आरा सदर अस्पताल लाया गया। लेकिन आरा सदर पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गयी।
आरा सदर अस्पताल में डॉक्टर द्वारा मृत घोषित कर दिये जाने के बाद परिजन शव लेकर चले गये।उनकी मौत से घरवालों में रोना-धोना मच गया। सदर अस्पताल में ही परिजन शव के पास बिलखने लगे। इससे अस्पताल का माहौल भी गमगीन हो गया था। बताया जाता है कि मृत कंपाउंटर चार भाई और एक बहन में छोटे थे। उनके परिवार में पत्नी मीना देवी और एक पुत्री मनीषा कुमारी है। घटना के बाद पत्नी व बेटी सहित परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।
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