Shahpur CO Pankaj Jha-सीओ ने सामुदायिक रसोई में बन रहे भोजन का किया औचक निरीक्षण
सीओ ने बाढ़ से विस्थापित लोगो के साथ लंगर में खाया खाना, सुनी महिलाओं की समस्याएं
खबरे आपकी शाहपुर: गंगा के जलस्तर में कमी के बावजूद बाढ़ और आसमानी बारिश बाढ़ के कारण विस्थापितो के लिए विकट समस्या बनी हुई है। इस बीच मंगलवार को तटबंध पर विस्थापितो के बीच पहुंच शाहपुर सीओ ने लोगो से साथ खाना खाया।विस्थापित महिलाओं ने सीओ से कहा साहेब खाली भात मिलत बा, तनी रोटियों देबे के कहीं।
बाढ़ प्रभावित कई पंचायत के लोगो तक अब भी सरकार नही पहुंच सकी है। इन पंचायतों के लोग सरकारी इमदाद को अबतक टकटकी लगाए हुए है। पूर्व में लगातार बाढ़ की विभीषिका झेलने वाले लोगों को पता है कि बाढ़ की तो बानगी भर है। बाढ़ का समय तो अभी अब आने वाला है। प्रशासन द्वारा महज 5 पंचायतों के लिए फिलहाल सामुदायिक रसोई का इंतजाम किया गया है। जबकि प्रखंड के सभी 20 पंचायतों के 107 गांव पूर्ण रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित किया जा चुका है।
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गंगानदी के जलस्तर में गिरावट के बाद प्रखंड के मुख्य सड़कों से बाढ़ का पानी उतरने लगा है। शाहपुर-कारनामेपुर पथ, बिहिया चौरास्ता-गौरा पथ तथा बिहिया-बेनवलिया पथ पर मंगलवार के दोपहर बाद से साथ आवागमन धीरे-धीरे शुरू हो चुका है। हालांकि मुख्य सड़कों से गांवो को जोड़ने वाले सभी पथों पर अब भी बाढ़ का पानी भरा हुआ है। जिसके कारण वाहनों का आवागमन बाधित है। बाढ़ के कारण लोग अभी भी घरो से बाहर निकलने में असमर्थ है।
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Shahpur CO Pankaj Jha-शाहपुर सीओ पंकज कुमार झा मंगलवार की सुबह अचानक बक्सर-कोईलवर तटबंध पर बाढ़ प्रभावित लोगों के चल रहे सामुदायिक रसोई के निरीक्षण को पहुंचे। इन्होंने एक-एक कर चार सामुदायिक रसोई में बन रहे भोजन को देखा। साथ ही बांध पर विस्थापित लोगो से बातचीत कर उनके समस्याओं को सुना, महिलाओं ने सीओ से कहा साहेब खाली भात मिलत बा, तनी रोटियों देबे के कही।। सीओ ने बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच बैठकर खाना खाया। इसके पश्चात उन्होंने नोडल अधिकारी व कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि बाढ़ प्रभावित लोगों के सुविधाओं में किसी तरह की कमी नही होनी चाहिए। सीओ ने बताया कि सभी विस्थापित लोगो के लिए चलाए जा रहे लंगर प्रत्येक दिन 6 हजार के करीब लोग भोजन कर रहे है। एनडीआरफ की टीम राहत व बचाव कार्य मे लगातार लगी हुई है।
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