Sonu shot near Fatehpur canal:जख्मी ड्राइवर का शहर के निजी अस्पताल में कराया जा रहा इलाज
मीडियाकर्मी सह आईरा के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह एवं दारोगा अरविंद कुमार ने खून देकर जख्मी ड्राइवर की बचाई जान
सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के फतेहपुर नहर के समीप गुरुवार की देर रात घटी घटना
खबरे आपकी आरा। भोजपुर जिले में अपराधियों का मनोबल सर चढ़कर बोल रहा है। अपराधी आए दिन अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते आ रहे है। घटना के बाद पुलिस भी अपराधियों पर नकेल कसने की कोशिश कर रही है। लेकिन अपराधी बाज नही आ रहे हैं। ताजा मामला जिले के सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के फतेहपुर नहर के समीप गुरुवार की देर रात की है। जह़ा हथियारबंद अपराधियों ने सिकरहट्टा थाना के प्राइवेट ड्राइवर को गोली मार दी। उसे दाहिने पैर में जांघ में गोली मारी गई है। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। आनन-फानन में उसे इलाज के लिए शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया।
Sonu shot near Fatehpur canal:तीन वर्षो से था सिकरहट्टा थाना में प्राइवेट ड्राइवर
जानकारी के अनुसार जख्मी ड्राइवर सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के चंदा गांव निवासी पशुराम सिंह का 27 वर्षीय पुत्र सोनू कुमार उर्फ नीलेश कुमार है। वह करीब तीन वर्षो से सिकरहट्टा थाना में प्राइवेट ड्राइवर के रूप में काम करता है। इधर, सिकरहट्टा थाना के प्राइवेट ड्राइवर सोनू कुमार उर्फ नीलेश कुमार ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि फतेहपुर नहर के समीप बाइक सवार तीन हथियारबंद अपराधी घर लूटने की योजना को लेकर मंडरा रहे है।
सूचना पाकर स्थानीय थाना के गश्ती ड्यूटी पर तैनात एसआई अरविंद कुमार, तीन होमगार्ड जवान विजय सिंह, पुरुषोत्तम राय, राम कुमार के साथ वह फतेहपुर नहर के समीप पहुंचे। तभी पुलिस को देखकर दो अपराधी भाग गए। जबकि पुलिस ने एक अपराधी को पकड़ लिया। उसी दौरान पकड़े गए उक्त अपराधी ने प्राइवेट ड्राइवर सोनू कुमार उर्ग निलेश कुमार के दाहिने पैर में गोली मार दी और वह भी फरार हो गया। गोली लगने से वह जमीन में गिर पड़ा। जिसके बाद उसे पुलिस कर्मियों द्वारा उसे इलाज के लिए आरा शहर के बाबू जारी स्थित निजी अस्पताल लाया गया। जहां उसका इलाज कराया जा रहा है।
इलाज कर रहे डॉ.विकास सिंह ने बताया कि एक युवक कुछ देर पहले गोली से जख्मी हालत में आया है। उसे दाहिने पैर में जांघ के ऊपरी हिस्से में गोली लगी है। गोली लगने से खून काफी बह गया था और उसका शरीर पूरा उजला पड़ गया था। उसका हिमोग्लोबिन जांच किया गया, उसे तत्काल खून की जरूरत थी। आरा के एक मीडियाकर्मी सह आइरा के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह और एक दारोगा अरविंद कुमार ने उसे खून दिया है। जिसके बाद उसकी जान बच पाई है। उसके कुछ स्टेबल हो जाने के बाद ही ऑपरेशन किया जाएगा।