Worship of Amla tree: कार्तिक अक्षय नवमी पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना कर ब्राह्माणों को भुआ समेत वस्त्र, आभूषण, द्रव्य आदि दान किया।
- हाइलाइट :-
- आंवला पेड़ की पूजा कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की
- महिलाओं ने फल व भुआ में सोना-चांदी आदि का गोपनीय दान किया
Worship of Amla tree आरा: जिले में मंगलवार को कार्तिक माह की नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया गया। कार्तिक अक्षय नवमी पर महिलाओं ने आंवला वृक्ष की पूजा-अर्चना कर ब्राह्माणों को भुआ समेत वस्त्र, आभूषण, द्रव्य आदि दान किया। धार्मिक और पौराणिक मान्यता के अनुसार आंवला पेड़ के नीचे अक्षय नवमी के दिन किये गए दान का क्षय नहीं होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इसका बड़ा ही महत्व है।
महिलाओं ने भगवान विष्णु का प्रतीक आंवला पेड़ की पूजा कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। आंवला पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाकर हवन किया। अक्षय नवमी पर महिलाओं ने वस्त्र, शृंगार प्रसाधन की सामग्री, अन्न, मिष्ठान, फल व भुआ में सोना-चांदी आदि का गोपनीय रूप से दान किया। समस्त पूजन विधि विधान के साथ कर पंडितों से कथा सुनी। इसके बाद पंडितों को भोजन करा कर दक्षिणा दिया। इसके बाद सपरिवार आंवला के पेड़ के नीचे पकाए भोजन को आंवला वृक्ष की छाया में बैठ कर प्रसाद के रूप में ग्रहण किया।
इधर, शाहपुर छोटी मठिया सहित विभिन्न मोहल्लों में आंवला पेड़ के पास पूजा करने के लिए सुबह से महिलाओं की भीड़ लगी रही। बड़ी संख्या में युवतियों ने भी आंवला पेड़ की परिक्रमा कर पूजा की। आंवला पेड़ में महिलाओं ने लाल धागा लपेट कर फेरे लगाये। इसके बाद कथा सुनकर वहीं पर भोजन तैयार किया और अपने परिजनों के साथ भोजन किया।