Ara Hospital – आरा शहर के हरी जी हाता स्थित हार्ट केयर हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. अमित कुमार जयसवाल (हृदय रोग विशेषज्ञ) ने 8 माह के बच्चे की जन्मजात हृदय रोग की जानकारी देकर व इलाज कराकर नया जीवन दिया।
- हाइलाइट :-
- दिल्ली से बच्चे की सर्जरी करा कर लौटे माता-पिता ने चिकित्सक को दिया धन्यवाद
- बच्चे का शारीरिक ग्रोथ नहीं हो रहा था। वह बार-बार निमोनिया से पीड़ित हो जा रहा था
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आरा शहर के हरी जी हाता स्थित हार्ट केयर हॉस्पिटल (Ara Hospital) के चिकित्सक डॉ. अमित कुमार जयसवाल (हृदय रोग विशेषज्ञ) ने 8 माह के बच्चे की जन्मजात हृदय रोग की जानकारी देकर व इलाज कराकर नया जीवन दिया। चिकित्सक डॉ. अमित जयसवाल ने बताया की कुछ दिन पूर्व आरा निवासी परिजन अपने आठ माह के बच्चे का इलाज कराने के लिए उनके पास ले आए। जहां उसका इको कराकर जांच किया गया। इस दौरान पता चला कि बच्चे के हृदय का वाल्व सिकुड़ गया है, जिससे हार्ट सही ढंग से पंपिंग नहीं कर रहा था। बच्चे का शारीरिक ग्रोथ नहीं हो रहा था। वह बार-बार निमोनिया से पीड़ित हो जा रहा था।
चिकित्सक ने परिजनों को जानकारी दी की बच्चे को जन्मजात हृदय रोग की बीमारी है तथा उसका सर्जरी दिल्ली के अस्पताल में कराएं। इसके बाद परिजन अपने बच्चों को लेकर दिल्ली ले गए। जहां उसका सफलतापूर्वक सर्जरी किया गया। परिजन दिल्ली से बच्चे की सर्जरी कराकर हार्ट केयर हॉस्पिटल में पहूंचे। और उन्होंने चिकित्सक डॉ. अमित जायसवाल को धन्यवाद दिया कि उनका इकलौता बच्चा पूर्णतः स्वस्थ हो गया है।
डॉ. अमित जयसवाल ने बताया कि जो भी बच्चा जिसका वजन नहीं बढ़ रहा है। उसे बार-बार निमोनिया हो रहा हो। उसके हार्ट की जांच परिवारवालों को अवश्य करानी चाहिए। ताकि बच्चे के हृदय रोग के बारे में जानकारी मिल सके और उसका समय पर इलाज हो सके।