Saturday, November 23, 2024
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जाति जनगणना पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बयान से सियासी बवाल

राजद सुप्रीमों की यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा जाति जनगणना का समर्थन तभी करने की बात कहने के एक दिन बाद आई है

Lalu Yadav – census causes: राजद सुप्रीमों की यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा जाति जनगणना का समर्थन तभी करने की बात कहने के एक दिन बाद आई है

  • हाइलाइट : Lalu Yadav – census causes
    • आरएसएस और भाजपा को कान पकड़कर समझाने’ संबंधी टिप्पणी

Bihar: राजद सुप्रीमों और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की जाति जनगणना कराने के लिए ‘आरएसएस और भाजपा को कान पकड़कर समझाने’ संबंधी टिप्पणी से भगवा खेमे और विपक्षी दल के नेताओं के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है।

राजद सुप्रीमों की यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा जाति जनगणना का समर्थन तभी करने की बात कहने के एक दिन बाद आई है, जब एकत्र किए गए आंकड़ों का उपयोग वंचितों के कल्याण के लिए किया जाएगा, न कि राजनीतिक कारणों से।

जाति जनगणना के मुद्दे पर केंद्र की भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार पर निशाना साधते हुए राजद सुप्रीमों ने 3 सितंबर को संकेत दिया कि विपक्ष सरकार पर इतना दबाव डालेगा कि वह जाति जनगणना कराने के लिए मजबूर हो जाएगी।

पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट किया, “हम आरएसएस और भाजपा को कान पकड़कर बैठा देंगे और जाति जनगणना करवाएंगे। उनके पास क्या अधिकार है कि वे जाति जनगणना नहीं करवाएंगे? हम उन्हें इतना मजबूर करेंगे कि उन्हें यह करना ही पड़ेगा। दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और गरीबों को एक होने का समय आ गया है।”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि प्रसाद ने गुंडे की भाषा का इस्तेमाल किया है, वहीं राजद ने जवाब में अपने नेता का बचाव करते हुए दावा किया कि भगवा खेमा आरक्षण के खिलाफ है।

बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि भाजपा धमकियों से नहीं डरती। चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, “उनकी भाषा गुंडों वाली है। उन्हें ये सब बंद कर देना चाहिए। आने वाले विधानसभा चुनावों में लोग उन्हें और उनकी पार्टी को करारा जवाब देंगे।”

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