Shahabad DIG Satya Prakash: शाहाबाद डीआईजी के रूप में योगदान देने के बाद पहली बार मंगलवार को आरा पहुंचे पुलिस उप महानिरीक्षक ने एसपी सहित सभी अधिकारियों के साथ बैठक की और अपराध नियंत्रण, कांड डिस्पोजल व ट्रैफिक सहित हर मामले की गहन समीक्षा की।
- हाइलाइट्स: Shahabad DIG Satya Prakash
- आरा पहुंचे शाहाबाद डीआइजी ने अधिकारियों संग बैठक के बाद दी जानकारी
- ग्रामीण इलाकों में पंचायत स्तर पर पुलिस पदाधिकारी को दिया जाएगा बीट का जिम्मा
- डकैती और चोरी सहित अन्य वारदात होने पर बीट अधिकारी कर होगी कार्रवाई
- डीआईजी ने कांडों के डिस्पोजल का किया रिव्यू, लंबित केस का शीध्र निष्पादन का टास्क
Shahabad DIG Satya Prakash आरा: अपराध नियंत्रण को लेकर अब बीट सिस्टम पुलिसिंग व्यवस्था लागू होगी। शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में यह व्यवस्था शुरू की जायेगी। ग्रामीण इलाकों में पंचायत स्तर पर पुलिस पदाधिकारी तैनात किए जाएंगे। बीट सिस्टम पुलिसिंग व्यवस्था लागू होने के बाद डकैती व चोरी सहित अन्य किसी भी तरह की घटना होने पर इलाके के पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होगी। मंगलवार को आरा पहुंचे शाहाबाद डीआईजी सत्य प्रकाश द्वारा अधिकारियों संग बैठक करने के बाद यह जानकारी दी गई।
शाहाबाद डीआईजी के रूप में योगदान देने के बाद पहली बार मंगलवार को आरा पहुंचे पुलिस उप महानिरीक्षक ने एसपी सहित सभी अधिकारियों के साथ बैठक की और अपराध नियंत्रण, कांड डिस्पोजल व ट्रैफिक सहित हर मामले की गहन समीक्षा की। उससे पहले डीआईजी की ओर से न्यू पुलिस लाइन और पुलिस ऑफिस सहित सभी शाखाओं का निरीक्षण किया। उस क्रम में डीआईजी द्वारा एसपी ऑफिस की अपराध, हिंदी, अभियोजन, स्पीडी ट्रायल और पासपोर्ट समेत विभिन्न शाखाओं का भी जायजा लिया।
डीआईजी ने बताया कि शहर और ग्रामीण इलाके में बीट सिस्टम पुलिसिंग की व्यवस्था की जा रही है। उसके तहत ग्रामीण इलाकों में पंचायत स्तर पर पुलिस पदधिकारी को बीट दिया जाएगा। ताकि वह प्रभावित ढंग से अपनी ड्यूटी का अनुपालन करें। किसी भी पदाधिकारी के इलाके में चोरी, डकैती जैसी घटनाएं होती, तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। उससे पूर्व आरा पहुंचने पर डीआईजी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बैठक में एसपी राज, एएसपी परिचय कुमार, सदर एसडीपीओ टू रंजीत कुमार सिंह, जगदीशपुर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह और साइबर डीआइजी एसडीपीओ अबू सैफी मुर्तजा सहित सभी इंस्पेक्टर एवं थानाध्यक्ष उपस्थित थे।
Shahabad DIG Satya Prakash: हर हाल में खत्म करें पेंडिंग केसों का बैकलॉग, सर्किल इंस्पेक्टर व थानाध्यक्ष करें रिव्यू
डीआईजी ने केस डिस्पोजल के समीक्षा के दौरान सभी अफसरों को लंबित कांडों का तीव्र गति से निष्पादन का साफ संदेश दिया। कहा कि पेंडिंग कांडों का बैक लॉग हल हाल में खत्म करना होगा। उन्होंने डिस्पोजल करने अनुमंडल वाइज पेंडिंग कांडों की समीक्षा की। डीआईजी ने कहा कि सदर एसडीपीओ- वन के यहां करीब दो हजार केस पेंडिंग है। सभी सर्किल इंस्पेक्टर और थानाध्यक्षों को निर्देश दिया गया है कि उन कांडों का रिव्यू करें।
प्रतिवेदित कांड से दोगुना डिस्पोजल करना होगा। ताकि बैकलाग खत्म हो सके। लंबित कांडों का डिस्पोजल नहीं करने वाले पुलिस पदाधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। पिछले दिनों एनबीडब्ल्यू के निष्पादन में भोजपुर टॉप रहा। एनबीडब्ल्यू के डिस्पोजल के बारे में सभी एसडीपीओ को सर्टिफिकेट देना होगा। उन्होंने कहा कि बालू उत्खनन, शराब एवं मादक पदार्थ के माध्यम से संपत्ति अर्जित करने वालों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता 107 के तहत कार्रवाई की जाएगी। अब तक 15 लोगों को चिन्हित कर रिपोर्ट भेजा जा चूका है। उस मामले में कार्रवाई अंतिम चरण पर है।
पटना और छपरा के अफसरों से समन्वय स्थापित कर ट्रैफिक की समस्या से निजात की कोशिश
डीआईजी ने कहा कि कोईलवर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए भी वह प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि कोईलवर में बना रहे कंट्रोल रूम को देखने जाएंगे। पटना के पुलिस पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को निजात दिलाने का प्रयास चल रहा है। इधर, सरस्वती पूजा को लेकर भी डीआईजी ने पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया। कहा कि सरस्वती पूजा को लेकर पुलिस ने अपनी चौकसी बढ़ा दी है। सरस्वती पूजा को लेकर 126 भारतीय दंड संहिता के तहत असामाजिक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी एवं बंद पत्र भरवा जाएंगे।
क्यूआरटी टीम को हर सप्ताह में दो दिन सीआरपीएफ के ट्रेनरों की ओर से दी जाएगी ट्रेनिंग
शाहाबाद रेंज डीआईजी सत्य प्रकाश मंगलवार को आरा पहुंचे। डीआईजी सबसे पहले न्यू पुलिस केंद्र पहुंच निरीक्षण किया। इसके पूर्व उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।उन्होंने न्यू पुलिस केंद्र आरा में परेड का निरीक्षण किया और उत्कृष्ट परेड प्रदर्शन करने वाले पुलिसकर्मियों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने अनुशासन और कार्यकुशलता से संबंधित आवश्यक निर्देश दिए। तत्पश्चात न्यू पुलिस केंद्र में कार्यरत जीपी शाखा, एमटी शाखा और अन्य विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया गया। आपातकालीन परिस्थितियों में उपयोग होने वाले पुलिस वाहनों का भी निरीक्षण किया गया।
उन्होंने सीआईएटी टीम और क्यूआरटी टीम की समीक्षा कर उनके कार्यों का अवलोकन किया। जिला शस्त्रागार का निरीक्षण भी किया गया, जहां तैनात जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस उप-महानिरीक्षक ने अनुशासन, तत्परता और कार्यकुशलता को प्राथमिकता देते हुए पुलिसकर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
डीआईजी ने बताया कि पुलिस लाइन के क्यूआरटी, जीपी, एमटी और आयुध समेत सभी शाखाओं का निरीक्षण किया गया। बहुत कुछ अपडेट मिला, तो कुछ खामियां भी पाई गई है। एमटी शाखा में खामियों को 15 दिनों के अंदर दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया है। क्यूआरटी टीम को हर सप्ताह में मंगलवार और शुक्रवार को सीआरपीएफ के ट्रेनरों की ओर से प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि किसी भी विषम परिस्थिति में पुलिसकर्मी तैयार रहें। इसके अलावे पुलिस कर्मियों का परेड भी होगा, ताकि वह अनुशासन में रहें।