Pawan Srivastava: जेपी मूवमेंट के सजग सिपाही व कवि पवन श्रीवास्तव ने शनिवार को पूणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में अंतिम सांस ली।
- हाइलाइट्स: Pawan Srivastava
- कवि पवन श्रीवास्तव के निधन से विद्यालय परिवार को हुई अपूरणीय क्षति-डॉ.अर्चना
- विद्यालय ने अपना अभिभावक व मार्गदर्शक खो दिया- डॉ. कुमार द्विजेंद्र
- संभावना आवासीय उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित हुआ प्रार्थना सभा
Pawan Srivastava: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के सभी शाखाओं में शनिवार को कवि व लेखक पवन श्रीवास्तव के असमायिक निधन पर प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किया गया।
इस मौके पर विद्यालय की प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि कवि पवन श्रीवास्तव ने ही विद्यालय का नाम ‘संभावना’ रखा था। वे विद्यालय के स्थापना काल से ही जुड़े रहें तथा अपनी बहुमूल्य विचारों से सभी को मार्गदर्शित करते रहें। उनके निधन से विद्यालय परिवार को अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी निकट भविष्य में भरपाई संभव नहीं है।
विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि विद्यालय ने अपना अभिभावक एवं मार्गदर्शक खो दिया। पवन श्रीवास्तव विद्यालय के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। वे जेपी मूवमेंट के एक सजग सिपाही थे। विद्यार्थी जीवन से ही वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य थे। वे सामाजिक कार्यकर्ता, कुशल वक्ता, सहज हृदय व्यक्ति थे। उनके निधन से विद्यालय परिवार अपने आप को अकेला महसूस कर रहा है।
उनके निधन से विद्यालय परिवार ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भोजपुर को अपूरणीय क्षति हुई है। प्रार्थना सभा में छात्र-छात्राओं के अलावे, शिक्षक शिक्षिका एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी शामिल हुए। बता दें कि विद्यालय के मार्गदर्शक कवि पवन श्रीवास्तव ने शनिवार को पूणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे करीब 70 वर्ष के थे तथा पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे।