Satyam Murder – Arrah Station: बिहिया थाना क्षेत्र के ओसाई गांव निवासी हरिद्वार ठाकुर का 26 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार काफी सालों से टाउन थाना क्षेत्र के पश्चिम टोला मोहल्ले में अपने परिवार के साथ रहता था।
- हाइलाइट्स: रेलवे स्टेशन हत्याकांड: Satyam Murder – Arrah Station
- तकनीकी और वैज्ञानिक सूत्र के जरिए रेल पुलिस ने हत्याकांड का किया खुलासा
- हत्या में शामिल तीन गिरफ्तार, मुख्य आरोपित की धरपकड़ को चल रही छापेमारी
- इलाज कराने लखनऊ जाने के दौरान आरा स्टेशन पर 27 अप्रैल की रात हुई थी मारपीट
- मारपीट के 17 दिन बाद इलाज के दौरान पटना में हुई थी छात्र की मौत
Satyam Murder – Arrah Station: आरा रेलवे स्टेशन पर स्नातक के छात्र सत्यम कुमार की हत्या की गुत्थी रेल पुलिस ने सुलझा दी है। बहन के प्रेम प्रसंग का विरोध करने पर छात्र की हत्या की गयी थी। उस मामले में पुलिस द्वारा तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। उनमें नगर थाना क्षेत्र के एमपी बाग पत्थर गली निवासी कुमार रिशू उर्फ शशांक, महादेव रोड निवासी आदित्य कुमार और नवादा थाना क्षेत्र के श्री टोला निवासी नीतीश कुमार शामिल हैं।
हालांकि मुख्य अभियुक्तों रवि कुमार अबतक पकड़ में नहीं आ सका है। पटना रेल एसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर की ओर से प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी गई। बताया कि 27 अप्रैल की रात इलाज कराने लखनऊ जाने के दौरान आरा रेलवे स्टेशन पर सत्यम कुमार नामक एक छात्र की पिटाई की गयी थी। इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई थी। उस मामले में उसके भाई सतीश कुमार की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी और मामले के उद्भेदन के लिए दानापुर रेल डीएसपी प्रशांत कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी। तफ्तीश में जुटी टीम द्वारा रेलवे स्टेशन पर लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये। तकनीकी और वैज्ञानिक सूत्र के अलावे लोकल इनपुट की भी मदद ली गई। उसमें घटना में शामिल अभियुक्तों की पहचान करते मुख्य अभियुक्तों के तीन दोस्तों को गिरफ्तार किया गया।
अनुसंधान और गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला कि सत्यम कुमार की बहन का रवि कुमार नामक युवक से प्रेम संबंध था। उसे लेकर सत्यम द्वारा दोनों को मना किया गया था। उससे रवि उससे नाराज था। उस कारण उसने सत्यम कुमार को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसे पता था कि सत्यम को इलाज कराने लखनऊ जाना है। उसी प्लानिंग के तहत वह अपने तीन दोस्तों के साथ 27 अप्रैल की रात रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां चंडीगढ़ सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन पर चढ़ने के दौरान सभी द्वारा सत्यम की जमकर पिटाई कर दी गई थी।
बता दें कि मूल रूप से बिहिया थाना क्षेत्र के ओसाई गांव निवासी हरिद्वार ठाकुर का 26 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार काफी सालों से टाउन थाना क्षेत्र के पश्चिम टोला मोहल्ले में अपने परिवार के साथ रहता था। 27 अप्रैल की रात वह इलाज कराने लखनऊ जा रहा था। उसी दौरान उसकी पिटाई कर दी गई थी। 17 दिन बाद इलाज के दौरान पटना एम्स में उसने दम तोड़ दिया था। परिजनों के अनुसार मारपीट के दौरान बदमाशों द्वारा सत्यम से करीब एक लाख बीस हजार रुपए और सोन की चेन भी छीन ली गयी थी।