Attack on journalist: पत्रकार के साथ दरभंगा के सिंहवाड़ा थाने में मौजूद रहकर तेजस्वी यादव ने बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है
- हाइलाइट: Attack on journalist
- आरजेडी नेता तेजस्वी यादव बोले प्रधानमंत्री आज बिहार आ रहे हैं
- क्या इस पत्रकार की मां नहीं है? क्या उसे न्याय मिलेगा? तेजस्वी यादव
- क्या आप इस पत्रकार को न्याय दिलाएंगे और मंत्री को बर्खास्त करेंगे?”
पटना। आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने एक वीडियो प्रस्तुत किया है, जिसमें स्पष्ट रूप से बिहार के नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा एक पत्रकार के साथ बदसलूकी करते हुए नजर आ रहे हैं। जो चिंता का विषय है। मंत्री जीवेश मिश्रा के करतूतों पर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सीधा निशाना साधा है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “मैं बिहार के शहरी विकास और आवास मंत्री जीवेश मिश्रा की करतूतों को सबके सामने लाना चाहता हूं। यह केवल एक घटना नहीं है, बल्कि यह एक गंभीर मुद्दा है। मंत्री जी को एक फर्जी ड्रग मामले में भी दोषी पाया गया है, जो उनकी छवि को और भी धूमिल करता है। मंत्री रहते हुए उन्होंने एक गंभीर अपराध किया है, और मैं आपके सामने उनका वीडियो पेश करता हूं।” उन्होंने आगे बताया कि जब मंत्री जी अपने निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर थे, तब एक पिछड़े समुदाय से आने वाले पत्रकार ने उनसे सड़कों के बारे में सवाल पूछा। इस सवाल का जवाब देने के बजाय, मंत्री जी ने न केवल पत्रकार के साथ मारपीट की, बल्कि उनके साथ दुर्व्यवहार भी किया।
तेजस्वी ने इस घटना को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा, “बिहार में पूरी तरह अराजकता का माहौल है। क्या मुख्यमंत्री को इस बात की जानकारी है कि उनके मंत्री को एक फर्जी ड्रग मामले में दोषी ठहराया गया है? प्रधानमंत्री आज बिहार आ रहे हैं। क्या इस पत्रकार की मां नहीं है? क्या उसे न्याय मिलेगा? आप (प्रधानमंत्री) अपने बारे में तो बोलेंगे, लेकिन क्या आप इस पत्रकार को न्याय दिलाएंगे और मंत्री को बर्खास्त करेंगे?”
आज सोमवार को तेजस्वी यादव उक्त पत्रकार के साथ थाना पर मौजूद हैं, जहां उन्होंने मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या मंत्री के खिलाफ वास्तव में एफआईआर दर्ज की जाएगी या फिर यह मामला यहीं पर रुक जाएगा। तेजस्वी यादव ने पत्रकार के साथ थाने में मौजूद रहकर बिहार की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर दी है।
तेजस्वी यादव ने मंत्री की कार्यशैली पर सवाल उठाया है, बल्कि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि बिहार में पत्रकारों के प्रति सम्मान और सुरक्षा की कमी है। यह घटना यह दर्शाती है कि कैसे सत्ता में बैठे लोग अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर सकते हैं और पत्रकारों को अपनी आवाज उठाने से रोकने का प्रयास कर सकते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा की सच्चाई को उजागर करने पर जब पत्रकारों के साथ इस तरह का व्यवहार किया जाता है, तो यह लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा है। तेजस्वी ने इस मुद्दे को उठाकर यह साबित कर दिया है कि वह न केवल राजनीतिक नेता हैं, बल्कि वह समाज के प्रति भी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं।
अब यह देखना होगा कि बिहार सरकार इस मामले पर क्या कार्रवाई करती है। क्या मंत्री जीवेश मिश्रा के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाया जाएगा, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा? तेजस्वी यादव की इस पहल ने बिहार की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। मंत्री द्वारा कारित यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या हम एक ऐसे सरकार में रह रहे हैं जहां सच्चाई और न्याय की आवाज उठाने पर इस प्रकार कीमत चुकानी पड़ती है।



