Bibiganj bank robbers arrested:लूट के तीन लाख रुपये, एक देसी पिस्टल, एक कट्टा, तीन गोली व छह मोबाइल बरामद
लूट में इस्तेमाल दोनों बाइक और लूटे गये पैसे से खरीदी कार भी जब्त
खबरे आपकी बिहार/आरा। भोजपुर के गजराजगंज ओपी क्षेत्र के बीबीगंज स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक में लूट की घटना का पुलिस ने ठीक आठवें दिन खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने मास्टर माइंड सहित छह लुटेरों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से बैंक से लूटे गये 3 लाख छह हजार रुपये, कैश ब्रिफकेश का टूटा ताला, एक देसी कट्टा, एक पिस्टल, तीन गोली और छह मोबाइल बरामद किये गये हैं। लूट में इस्तेमाल दोनों बाइक और लूट के पैसे से खरीदी गयी एक कार भी जब्त की गयी है। गिरफ्तार लुटेरों में नगर थाना क्षेत्र के एमपी बाग मोहल्ला निवासी सूरज कुमार उपाध्याय उर्फ बाबा, जिला स्कूल, वार्ड नंबर -10 निवासी जैकी कुमार, नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो निवासी आनंद कुमार उर्फ भल्लू, रुपेश पासवान, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी प्रवीण कुमार पांडेय उर्फ छोटू पाण्डेय और गीधा ओपी क्षेत्र के बीरमपुर गांव निवासी निखिल कुमार ठाकुर शामिल हैं। सभी को रविवार की रात शहर के अलहफीज कॉलेज के पास गिरफ्तार किया गया। इनमें तीन घटना जबकि तीन षड़यंत्र में शामिल थे। सभी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
Bibiganj bank robbers arrested: प्रेस कांफ्रेंस कर एसपी ने दी घटना की पूरी जानकारी
एसपी विनय तिवारी द्वारा सोमवार को बीबीगंज स्थित बैंक परिसर में प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटना के बाद एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में टीम गठित कर लुटेरों की पहचान और धरपकड़ के लिये छापेमारी की जा रही थी। इसी क्रम में रविवार की रात सूचना मिली की लुटेरे अल हफीज कॉलेज के पास किसी अपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिये जमा हैं। उसके बाद घेराबंदी कर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी के दौरान उनके पास से लूटे गये तीन लाख छह हजार रुपये, लूट में इस्तेमाल हथियार, दोनों बाइक, मुंह बांधने वाला गमछा, ब्रिफकेश का टूटा ताला और मोबाइल बरामद किया गया। बता दें कि पिछले सोमवार 7 मार्च को बीबीगंज स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण में धावा बोल अपराधियों ने 13 लाख रुपये लूट लिया था।
सीसीटीवी और तकनीकी से मिली सफलता, नागरिकों की भूमिका सरहानीय
बीबीगंज बैंक लूट कांड में सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी जांच और लोकल इनपुट से पुलिस को सफलता मिली है। इसमें सीसीटीवी फुटेज और आम नागरिकों की भूमिका काफी अच्छी रही। एसपी ने बताया कि बैंकों को सुरक्षा के लिहाज से निर्देश दिए गए थे। उसमें एक-दो कमियां थी। हालांकि बैंक के अंदर और बाहर लगे पांचों सीसीटीवी काम कर रहे थे। घटना के दिन सीसीटीवी से लुटेरों फुटेज मिल गया, जिससे अनुसंधान में काफी मदद मिली।
Bibiganj bank robbers arrested: उन्होंने बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी आरा की ओर भागे थे। उसके आधार पर आरा के रास्ते और आसपास के इलाके के सभी सीसीटीवी के फुटेज की जांच की गयी। उसमें अपराधियों की पहचान कर ली गयी और तकनीकी आधार पर धरपकड़ शुरू की गयी। इसके लिये छापेमारी भी की जा रही थी। हालांकि घटना के बाद लुटेरे आरा से बाहर भाग गये थे। इधर, छह दिनों तक गिरफ्तारी नहीं होने से लुटेरे निश्चिंत हो गये और रविवार को आरा पहुंचे। तभी लोकल इनपुट और मोबाइल सर्विलांस से सभी के आरा आने की सूचना मिल गयी। उसके बाद सभी को दबोच लिया गया। एसपी ने लूट का खुलासा करने में शहर के आम नागरिकों की भूमिका की भी काफी सराहना की। कहा कि घटना के बाद शहर के काफी लोगों द्वारा लुटेरों के बारे में महत्वपूर्ण सूचना और जानकारी दी गयी।
आरा में रची गयी थी लूट की साजिश, पैसे का बंटवारा भी हुआ
बीबीगंज बैंक लूटकांड का मुख्य केंद्र आरा रहा। साजिश से लेकर पैसे का बंटवारा तक आरा में ही हुआ। लुटेरे भी आरा शहर के ही रहने वाले निकले। एसपी ने बताया कि सूरज कुमार उपाध्याय उर्फ बाबा के इशारे पर आरा में लूट की साजिश रची गयी थी। आरा से ही रेकी की गयी और घटना के दिन भी वहीं से पांच लुटेरे बाइक से बीबीगंज गये थे। लूट की घटना के बाद सभी आरा में ही अपने अड्डे पर पहुंचे। वहां पैसे का सभी ने आपस में बंटवारा कर लिया। बताया जाता है कि सभी अपराधियों ने आपस में दो-दो लाख रुपये बांट लिया। उसमें छोटू ने डेढ़ लाख रुपए में अल्टो कार खरीद ली थी।
सूरज उर्फ बाबा मास्टर माइंड, लूट में पहले भी जा चुका है जेल
आरा शहर के एमपी बाग निवासी सूरज कुमार उपाध्याय उर्फ बाबा बैंक लूटकांड का मास्टर माइंड बताया जा रहा है। वह पूर्व में भी लूट के मामले में जेल जा चुका है। एसपी ने बताया कि सूरज पिछले साल शहर में एक ज्वेलरी शॉप लूट में जेल गया था। जेल से आने के बाद उसने सभी साथियों के साथ मिलकर बैंक लूट की साजिश रची थी। उसके बाद रेकी की गयी और घटना को अंजाम दिया गया। एसपी ने बताया कि अन्य लुटेरों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। उन्हीं के बदौलत कांड के उद्भेदन में काफी मदद मिली। उन्होंने बताया कि बैंक के अंदर तीन अपराधी प्रवेश किए थे। बाकी तीन षडयंत्र में शामिल थे। एसपी ने अपराधियों ने दो दिन पहले की रेकी फिर डाला डाका
Bibiganj bank robbers arrested बैंक में डाका डालने से पहले लुटेरों ने बैंक की रेकी भी की थी। इसके तहत लुटेरों द्वारा आरा से शाहपुर इलाके तक रेकी की गयी था। इसी क्रम में बीबीगंज स्थित बैंक की सुरक्षा को भी देखा गया था। एसपी विनय तिवारी ने लुटेरों से पूछताछ के बाद इसकी जानकारी दी। उनके अनुसार घटना की सीन रिक्रियेट करने के दौरान लुटेरों ने बताया कि रेकी के दौरान बैंक की पूरी गतिविधियों और भागने के लिये रास्ता देखा गया। उसके बाद बीबीगंज स्थित बैंक में डाका डालने की प्लानिंग की गयी। उसके बाद दो बाइक से पांच लुटेरे बीबीगंज पहुंचे। वहां दोनों बाइक सीसीटीवी से बचने के लिये बैंक से कुछ दूर पेड़ के समीप लगा दी। फिर सीसीटीवी से बचने के लिये पीछे के रास्ते बैंक तक पहुंचे और लूट की घटना को अंजाम दिया गया।
अनुसंधान दल में शामिल अफसर व कर्मी
अनुसंधान दल में शामिल लोगो में अपर पुलिस अधीक्षक सह एसडीपीओ सदर हिमांशु, पुलिस निरीक्षक सह मुफ्फसिल थानाध्यक्ष अनिल कुमार, पुलिस निरीक्षक सदर अंचल गौतम कुमार, पुअनि अवधेश कुमार, पुअनि कुमार रजनी कान्त, पुअनि राकेश कुमार सिंह, पुअनि सुदेह कुमार, पुअनि सह गजराजगंज ओपी इंचार्ज चंदन कुमार, जवान अविनाश कुमार, मिथलेश प्रसाद, अमित कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, ब्रहमानंद पाठक, कपिल मंडल, अमित कुमार सिन्हा, प्रमोद कुमार, चालक सिपाही सुकेश कुमार तथा संजू कुमार शामिल थे। जगदीशपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार जगदीशपुर, नगर थानाध्यक्ष आरबी चौधरी तथा बिहिया थानाध्यक्ष शशि भूषण का भी काण्ड अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
बरामदगी
छापेमारी में 1 देशी पिस्टल, 1देशी कटटा, 3 कारतूस, 3 लाख 6 हजार नकदी, 6 मोबाइल, लूट में प्रयुक्त 2 मोटरसाईकिल, लूटी गयी राशी से क्रय की गयी एक आल्टो, लूटी गयी कैश ब्रिफकैश ताला टुटा हुआ, अभियुक्तों द्वारा चेहरा बांधने में प्रयुक्त किया गया 2 गमछा है।