Most wanted Deepak Pandey:नौ माह में हत्या की तीन घटनाओं को अंजाम दे मचा दी थी सनसनी, अब सर पर पचास हजार का इनाम
तरारी थाना क्षेत्र के भकुरा गांव निवासी मोस्ट वांटेड दीपक पांडेय पर शिकंजा
नवादा, सिकरहट्टा और सहार थाने की पुलिस कर रही दीपक की तलाश
खबरे आपकी बिहार/आरा: भोजपुर में महज नौ माह में हत्या की तीन घटनाओं को अंजाम देकर सनसनी मचाने वाले कुख्यात दीपक पांडेय पर पचास हजार का इनाम रखा गया है। एसपी विनय तिवारी की अनुशंसा पर पुलिस मुख्यालय द्वारा इनाम की घोषणा की गयी है। तरारी थाना क्षेत्र के भकुरा गांव निवासी मोस्ट वांटेड दीपक पांडेय को सिकरहट्टा, नवादा और सहार थाने की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है। वह जेल में बंद एक गैंगस्टर का शागिर्द भी बताया जा रहा है। उसके खिलाफ अबतक जिले में रंगदारी, हत्या और हत्या के प्रयास के पांच मामले दर्ज हैं।
Most wanted Deepak Pandey: एसपी की अनुशंसा पर पुलिस मुख्यालय ने रखा 50 हजार का इनाम
फरवरी 2020 से सितंबर 2020 के बीच महज नौ माह में उसने तीन लोगों की हत्या कर दी थी। एसपी की ओर से इनाम रखे जाने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कुख्यात दीपक पांडेय की अपराधिक गतिविधियों और फरारी को देखते हुये उसके खिलाफ पचास हजार इनाम की प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया था। उस आधार पर पुलिस मुख्यालय द्वारा इनाम की घोषणा की गयी है।
सूचना देने वालों को इनाम
एसपी ने बताया की दीपक पांडेय की सूचना देने वालों को इनाम की राशि दी जायेगी। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार दीपक पांडेय पर नवादा में दो, सहार में दो और सिकरहट्टा थाने में एक केस दर्ज है। पुलिस के अनुसार 18 सितंबर 2011 में शहर के नवादा थाना क्षेत्र के जगदेवनगर में सिकरौल गांव निवासी पैक्स अध्यक्ष मुन्ना सिंह की हत्या कर दी गयी थी। उसमें दीपक पांडेय का नाम आया था। उसके बाद 2016 में रंगदारी के लिये गोली बारी और हत्या के प्रयास के मामले में दीपक के खिलाफ सहार थाने में केस किया गया था।
जगदेवनगर आरा शुटआउट कांड में दीपक पांडेय का नाम
एक फरवरी 2020 को सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के फतेहपुर बाजार में सिकरौल गांव निवासी योगेंद्र सिंह की गोली मार हत्या कर दी गयी थी। उसमें भी दीपक पांडेय को नामजद आरोपित किया गया था। उसके अलावे शहर के नवादा थाना क्षेत्र के जगदेवनगर शुटआउट कांड में भी दीपक पांडेय का नाम आया था। 28 सितंबर 2020 को घटी उस घटना में प्रॉपर्टी डीलर मिथुन सिंह की मौत हो गयी थी, जबकि जदयू नेता प्रिंस सिंह बजरंगी जख्मी हो गये थे। उस घटना से शहर में सनसनी मच गयी थी। हालांकि उस घटना के बाद से दीपक पांडेय की आपराधिक गतिविधियां बंद है।