हरित पहलुओं को आगे बढ़ाने के लिए किए जा रहे कई कार्य
पटना। ग्लोबल वार्मिंग को कम करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में योगदान के तहत पूर्व मध्य रेल द्वारा भी प्रमुख हरित पहलुओं पर गंभीरता पूर्वक कार्य किए जा रहे हैं। पूर्व मध्य रेल हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि रेलवे में गैर परम्परागत ऊर्जा को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहन देने से न केवल ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि जलवायु की भी रक्षा होगी और प्रदूषण में भी कमी आयेगी। इसके साथ ही पूर्व मध्य रेल द्वारा स्टेशनों पर ग्रीन कवर, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, ऊर्जा प्रबंधन और आईएसओ और ग्रीन प्रमाणन के दिशा में भी कई कार्य किये गये हैं।
पूर्व मध्य रेल द्वारा वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान इस दिशा में किये गये कार्यों का विवरण निम्नानुसार है।
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1.पूर्व मध्य रेल द्वारा अपने क्षेत्राधिकार से खुलने वाली 44 गाड़ियों के 59 रेक में हेड ऑन जनरेशन सिस्टम ¼HOG½ लगाया गया है । यह पावर कारों में डीजी सेट के उपयोग को समाप्त करता है, जो ध्वनि और वायु प्रदूषण पैदा करता है। इससे पूर्व मध्य रेल को डीजल/ईंधन के मद में होने वाले व्यय से प्रतिवर्ष लगभग 104 करोड़ की बचत होगी।
2.दानापुर में 0.5 MLD क्षमता का जल पुनर्चक्रण संयंत्र स्थापित किया गया है।
3.पटना जंक्शन, राजेन्द्रनगर, दानापुर, पाटलिपुत्र, धनबाद, बरकाकाना, गोमो, बरवाडीह, चोपन, तोरी सहित 10 स्टेशन भवनों पर वर्षा जल संचयन प्रणाली स्थापित की गई है।
4.पूर्व मध्य रेल के सभी रेलवे क्वार्टरों और सेवा भवनों को ऊर्जा कुशल फिटिंग और 100 प्रतिशत एलईडी बल्ब/रोशनी प्रदान की गई है।
5.पूर्व मध्य रेल क्षेत्राधिकार के खाली पड़े जमीनों पर कुल 01 लाख 70 हजार वृक्ष लगाये गये हैं।
6.पांचों मंडलों के 52 चिन्हित स्टेशनों का जल और ऊर्जा लेखा परीक्षण किया गया है।
7.हरित ऊर्जा उत्पादन की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठाते हुए पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों एवं कार्यालय भवन के छतों पर 5.79 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जा रहा है।
8.राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण अधिनियम के तहत चुने गए सभी 52 स्टेशनों के लिए ISO-14001:2015 प्रमाण पत्र प्राप्त किया गया।
9.QCI (क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया) द्वारा आयोजित सर्वेक्षण में संपूर्ण भारतीय रेलवे के 16 क्षेत्रीय रेलों में पूर्व मध्य रेल 12 स्थानों के उल्लेखनीय सुधार के साथ तीसरे स्थान पहुंचा. इसके साथ ही संपूर्ण भारतीय रेल के 720 स्टेशनों में ग्रीन स्टेशन रैंकिंग में 95.5% प्राप्तांक के साथ राजेंद्र नगर टर्मिनल पहले स्थान पर रहा ।
10. राजेंद्र नगर स्टेशन, मुज़फ़्फ़रपुर, सोनपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, जयनगर, सहरसा और रक्सौल में जैविक अपशिष्ट खाद संयंत्र स्थापित किया गया है।
11. बरौनी में कार्बनिक गैस संयंत्र के लिए ठोस अपशिष्ट परिचालन में है।