New Law – Anti-Democracy : नये अपराधिक कानून के खिलाफ भाकपा माले की ओर से राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस के तहत जिला कार्यालय श्रीटोला आरा से प्रतिरोध मार्च निकाला गया।
- हाइलाइट : New Law – Anti-Democracy
- नये कानून जो लागू किए गए हैं, वे पहले से कहीं अधिक दमनकारी और प्रतिगामी हैं- भाकपा माले
Ara : नये अपराधिक कानून के खिलाफ भाकपा माले की ओर से राष्ट्रव्यापी प्रतिवाद दिवस के तहत जिला कार्यालय श्रीटोला आरा से प्रतिरोध मार्च निकाला गया। बस स्टैंड पहुंच सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले नेताओं ने कहा कि भारत के हर नागरिक पर एक आशंका ही नहीं मंडरा रही, बल्कि इसका डर है। यह उन नये आपराधिक कानूनों के क्रियान्वयन का प्रतीक है, जो अलोकतांत्रिक, जनविरोधी और क्रूर माना जाता है।
नये कानून जो लागू किए गए हैं, वे पहले से कहीं अधिक दमनकारी और प्रतिगामी हैं, जो सर्वोच्च न्यायालय के उदाहरणों से जुड़े नहीं हैं और संविधान का पालन नहीं हो सकता। वर्तमान सरकार को बिना किसी निर्देश के मनमाने ढंग से और लगभग असीमित शक्ति देते हैं कि वे किसी को भी चुनकर गिरफ्तार कर सकें। हिरासत में ले सकें, मुकदमा चला सकें और दोषी ठहरा सकें। उन्हें आतंकवादी और राष्ट्रविरोधी करार देना भी शामिल है।
प्रतिवाद मार्च में भाकपा माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव, राज्य कमेटी सदस्य सुधीर कुमार सिंह, क्यामुद्दीन अंसारी, जिला स्थाई समिति सदस्य दिलराज प्रीतम, अमित कुमार बंटी, ऐपवा नगर सचिव संगीता सिंह, अजय कुमार गांधी, आइसा जिला सचिव विकास कुमार, हरिनाथ राम, सुरेश पासवान, वार्ड पार्षद मो राजन, संतविलास राम, रौशन कुशवाहा, रणधीर कुमार चंद्रवंशी, लव कुमार, प्रभात कुमार, जगजीवन राम व प्रमोद रजक समेत कई लोग शामिल थे।