DIG review the crime cases : शाहाबाद डीआईजी नवीन चंद्र झा आरा सदर अनुमंडल के थानों की केस निष्पादन की स्थिति से काफी नाखुश दिखे।
- हाइलाइट : DIG review the crime cases
- आरा पहुंचे शाहाबाद डीआईजी की ओर से एसडीपीओ और थानाध्यक्षों को दिया गया निर्देश
- एसडीपीओ को थानों में कैंप लगाकर पेंडिंग केसों का निष्पादन करने का दिया गया टास्क
- डीआईजी बोले : सदर अनुमंडल के थानों में निष्पादन की स्थिति खराब, 31 तक करें निष्पादन
- बोले : कुर्की-जब्ती के निष्पादन की स्थिति ठीक, लेकिन और तेजी लाने की जरूरत
tDIG review the crime cases आरा: शाहाबाद डीआईजी नवीन चंद्र झा आरा सदर अनुमंडल के थानों की केस निष्पादन की स्थिति से काफी नाखुश दिखे। एससी-एसटी सहित बड़ी संख्या में अन्य गंभीर कांडों को पेंडिंग देख डीआईजी ने अफसरों को शीर्ष निष्पादन का निर्देश दिया। 31 दिसंबर तक डेट लाइन भी तय कर दी है। सभी एसडीपीओ को थानों में कैंप लगा लंबित कांडों का निष्पादन कराने का टास्क दिया है। हालांकि डीआईजी ने कुर्की-जब्ती के निष्पादन पर संतोष जताया। इसमें और तेजी लाने का निर्देश दिया।
डीआईजी शुक्रवार को अपराध और कांडों की समीक्षा करने शुक्रवार को आरा पहुंचे थे। इस दौरान डीआईजी ने सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-1 के कार्यालय का निरीक्षण किया। इसके बाद पुलिस ऑफिस में एसपी, सभी एसडीपीओ, सर्किल इंस्पेक्टर और थानाध्यक्षों के साथ समीक्षात्मक बैठक की। इसमें सभी थानों के लंबित कांडों, कुर्की-जब्ती, वारंट और गिरफ्तारी की समीक्षा की गयी। पुलिस व्यवस्था, जनसेवा से संबंधित गतिविधियों और सुरक्षा प्रबंधों की भी समीक्षा की। उन्होंने मौके पर कानून-व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ व प्रभावी बनाने पर जोर दिया।
अपराध नियंत्रण को लेकर गश्ती और वाहन चेकिंग को कारगर एवं प्रभावशाली बनाने का निर्देश दिया। इसके लिए एसपी और एसडीपीओ सहित वरीय अफसरों को निरीक्षण करने पर जोर दिया। साथ ही अभियान चला अपराधियों की गिरफ्तार करने, अवैध खनन और मादक पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और तस्करों के खिलाफ सीसीए का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया। तस्करी और अपराध के जरिए अकूत संपत्ति अर्जित करने वालों की थानास्तर पर पहचान करने का भी टास्क दिया।