Dr. A. Ahmad: अहमदाबाद से लौटने पर डॉ. अहमद ने बताया कि डायबिटीज बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारत अब मधुमेह का राजधानी बनता हुआ नजर आ रहा है।
- हाइलाइट्स: Dr. A. Ahmad
- डॉ. ए. अहमद ने कहा: डायबिटीज कई रोगों को जन्म देता है। यह मदर डिजीज है
आरा: शहर के प्रसिद्ध डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. ए. अहमद अहमदाबाद स्थित फोरम कन्वेक्शन एंड सेलिब्रेशन सेंटर क्लब-7 में आयोजित वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ डायबिटीज अधिवेशन (डायबिटीज इन एशिया स्टडी ग्रुप) में शामिल होकर लौटे। अधिवेशन में देश-विदेश के हर कोने से करीब बीस हजार डेलिगेट, स्पीकर शामिल होकर अपने ज्ञान का अदान-प्रदान किया। अधिवेशन में डॉ. अहमद को फेलोशिप इन डायबिटीज की उपाधि से नवाजा गया।
अहमदाबाद से लौटने पर डॉ. अहमद ने बताया कि डायबिटीज बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। भारत अब मधुमेह का राजधानी बनता हुआ नजर आ रहा है। अब कम उम्र के लोगों को भी यह रोग बहुत तेजी से फैल रहा है। इसके इलाज में मरीज को भी काफी सक्रिय एवं सचेत रहना चाहिए। मधुमेह को नियंत्रण के लिए दवा के साथ-साथ खानपान पर नियंत्रण, समय पर खाना, शारीरिक सक्रियता भी काफी जरूरी है।
सुबह में अवश्य एक घंटा टहलना या योगा, कसरत करें एवं हरे साग-सब्जी, फल-सलाद ज्यादा से ज्यादा ले तथा नियत समय पर नियमित मात्रा में खाना खाएं। कम से कम छह घंटे सोए। मोबाइल का प्रयोग कम से कम करे। धूमपान एवं शराब के सेवन से बचाए। मधुमेह के रोगी को कम से कम 3 महीने में अपना एफबीजी, पीपीबीजी, यूरिन, ग्लूकोज, एचबीए1सी एवं साल में एक बार सी-पीईपीटीआईडीई करना, जीवन शैली में बदलाव, मधुमेह को नियंत्रण रखने का मूल मंत्र है।
अब तरह-तरह की नई दवाइयां, इंसुलिन, ओरल इंसुलिन के साथ आर्टिफिशियल पेनक्रियाज, पेनक्रियाज ट्रांसप्लांट का भी प्रचलन बढ़ रहा है। बावजूद इसके संयम एवं सक्रियता बहुत जरूरी है। क्योंकि डायबिटीज कई रोगों को जन्म देता है। यह मदर डिजीज है l खासकर यह आंख, किडनी एवं हार्ट को प्रभावित करता है।