Ethanol factory in Bhojpur: ग्रामीणों का फैक्ट्री प्रबंधन पर आरोप
- प्रदूषित पानी को पास की बरसाती नदी में छोड़ा जा रहा
- फसल के नुकसान के साथ-साथ मवेशियों की हो रही मौत
Bihar/Ara: एशिया की सबसे बड़ी एथनॉल फैक्ट्री में गुरुवार को स्थानीय ग्रामीणों ने अचानक हमला बोल दिया। लाठी-डंडों के साथ पहुंचे कुछ उग्र ग्रामीणों ने तोड़फोड़ भी की। ग्रामीणों का आरोप था कि फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से लगातार प्रदूषित पानी को पास की बरसाती नदी में छोड़ा जा रहा है। इस पानी से फसल के नुकसान के साथ-साथ मवेशियों की मौत हो रही है। बार-बार गुहार के बाद भी प्रबंधन मौन है। एथनॉल फैक्ट्री भोजपुर जिले के गड़हनी ब्लॉक अंतर्गत देवढ़ी गांव में स्थित है।
वहीं फैक्ट्री प्रबंधक सुधीर कुमार ने घटना के संबंध में चरपोखरी थाने में रतनपुर-सिहार-बरघरा के सौ से भी ज्यादा ग्रामीणों के खिलाफ़ लिखित आवेदन दिया है। आवेदन में कहा है कि कि उनके प्रतिष्ठान बिहार डिस्टर्लस एंड बोटर्लस प्रा० लि० के दोनों गेट पर बरघरा, रतनपुर एवं सीहार के 100 से 120 लोगों की ओर से तोड़ फोड़ की गई। रजिस्टर और कैमरों को क्षतिग्रस्त किया गया और जो भी सामान उनके हाथ लगा, उसे तोड़फोड़ दिया गया। लेबर कॉलोनी में मारपीट की गई, जिससे कुछ लेबर और गार्ड को हल्की चोटें आयी हैं।
Ethanol factory in Bhojpur: बता दें कि गड़हनी नगर पंचायत के देवढी में स्थित फैक्ट्री में ईएनए व एथनॉल का उत्पादन किया जाता है, जो ज्वलनशील पदार्थ में से हैं। फैक्ट्री प्रवंधक सुधीर कुमार ने बताया कि किसी भी ग्रामीण को दिक्कत थी तो बात करते, न कि अचानक हमला करते। ऐसा लगता है कि इन ग्रामीणों को उकसाया गया है ऐसा करने के लिए। इन सभी को लगा होगा कि होली की छुट्टी होगी और कोई भी फैक्ट्री में आज नहीं होगा और इन लोगों ने हमला बोल दिया।