Agricultural machinery: जीपीएस लगवाने और ऐप डाउनलोड करने की सलाह
महिन्द्रा ट्रैक्टर के अधिकृत विक्रेता राज ऑटो मोबाइल्स के तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम
खबरे आपकी आरा शहर के जीरोमाइल स्थित महिन्द्रा ट्रैक्टर के अधिकृत विक्रेता राज ऑटो मोबाइल्स एवं महिन्द्रा कृषि-ई के तत्वावधान में सोमवार को किसान दिवस उत्सव का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन केविके के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. पीके द्विवेदी, कृषि वैज्ञानिक सुप्रिया वर्मा, महिंद्रा ट्रैक्टर के टेरिटरी मैनेजर सौम्या, महिंद्रा कृषि-ई के टेरिटरी मैनेजर पुलकित राठौर, राज ऑटोमोबाइल्स के प्रोपराइटर प्रेम पंकज उर्फ ललन ने संयुक्त रूप से किया।
भूमिगत जल को बचाएं और जानवरो से करें प्यार-डाॅ. पीके द्विवेदी
इस मौके पर किसानो को संबोधित करते हुए केविके के समन्वयक डाॅ. पीके द्विवेदी ने कहा कि महिन्द्रा ट्रैक्टर का यह अच्छा कार्यक्रम है। इससे किसानो को काफी लाभ मिलेगा। किसानो को दो चीजो पर विशेष फोकस करना चाहिए। पहला खेती के लागत मूल्य को कम करना तथा दूसरा खेती से आमदनी बढाना। पहले ठंढ के दिनो में लाही जैसे कीडो का प्रभाव देखने को मिलता है। लेकिन अब वे जून के माह में आंवले के पेडो पर दिख जाते हैं। कीडे खत्म नही हो सकते हैं, इसलिए उनसे बचाव से लिए कार्य करना होगा।
पहले मिट्टी में आर्गेनिक कार्बन ढाई प्रतिशत था। अब उसकी मात्रा 80 प्रतिशत कम हो गयी है। इसलिए किसानो को अपने खेतो में वर्मी कम्पोस्ट, हरी खाद, कचडा डाल कर भूमि का संरक्षण करना होगा।, बरसात के पानी को गढडे खोदकर बचाएं। भूमिगत जल को बचाएं। जानवरो से प्यार करें, पशुपालन करें। एक किलो धान पैदा करने में काफी मात्रा में पानी लगता है। इसलिए इंडोनेशिया में धान की रोपनी पर बैन है। इसलिए खेती के तरीके में बदलाव करें। शहद, मुर्गी पालन करें। शार्ट टाइम एवं लाॅग टाइम सब्जी की खेती करें। नींबू, सरीफा के पेड लगाए। महिन्द्रा ट्रैक्टर के टेरीटरी मैनेजर सौम्या ने महिन्द्रा श्री के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से किसान डायरेक्ट महिन्द्रा कंपनी से जुड जाते हैं।
Agricultural machinery: किसानों को किराये पर मिलेंगे कृषि यंत्र
प्रोपराइटर प्रेम पंकज उर्फ ललन ने कहा कि मैं सिर्फ ट्रैक्टर विक्रेता ही नही हूं बल्कि किसानो के हित में भी काम करता हूं। उन्होंने कहा कि कृषि के कई यंत्र काफी महंगे हैं। जिससे किसान खरीद नहीं पाते हैं। इसलिए अब वे बड़े व महंगे कृषि यंत्र को भाड़े पर किसानों को उपलब्ध कराएंगे। ताकि खेती से वे अपनी आमदनी बढ़ा सके। उन्होंने किसानो को जीपीएस लगवाने और ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी।
इस अवसर पर कृषि-ई के टेरिटरी मैनेजर पुलकित राठौर ने महिंद्रा कृषि-ई द्वारा दी जा रही सेवाओं एवं कृषि एप के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौके पर कृषि वैज्ञानिक सुप्रिया वर्मा, आशुतोष सिंह, अंकित कुमार समेत काफी संख्या में किसान उपस्थित थे। इस अवसर पर कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को आकर्षक उपहार दिया गया।