Munna murder FIR story: हत्या में पूर्व मुखिया के पति अंशु उपाध्याय उर्फ सिद्धार्थ प्रियदर्शी, धनजी यादव, तेज प्रताप यादव, लाला यादव, तनिष्क उपाध्याय, सभापति यादव, जगदीश यादव और मेघनाथ यादव को नामजद आरोपित किया गया है। सभी कृष्णागढ़ थाने के बभनगावां गांव के रहने वाले हैं। इनमें एक आरोपित मुखिया को गोली मारने के मामले में जेल में बंद है। तीन-चार अज्ञात लोगों को भी आरोपित किया गया है।
- मुखिया पति हत्याकांड:
- पूर्व मुखिया के पति और बेटे सहित आठ के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी
- मुखिया के बेटे की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज, धरपकड़ को पुलिस का छापा
- पूर्व मुखिया पति सहित सभी आरोपितों पर चुनावी रंजिश में हत्या करने का आरोप
- बेटे का आरोप: गवाही देने पर दी जा रही थी हत्या की धमकी
- मुखिया को गोली मारने में जेल में बंद एक आरोपित भी किया गया नामजद
Bihar/Ara खबरे आपकी: भोजपुर के कृष्णगढ़ थाने के सरैयां बाजार में पश्चिमी गुंडी पंचायत की मुखिया के पति सह सीमेंट-छड़ व्यवसायी मुन्ना यादव की चुनावी रंजिश में हत्या करायी गयी है। पूर्व मुखिया के पति और उनके सात सहयोगियों द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया है। हत्या को लेकर मुखिया अमरावती देवी के बेटे विकास कुमार यादव की ओर से दर्ज प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है। हत्या में पूर्व मुखिया के पति अंशु उपाध्याय उर्फ सिद्धार्थ प्रियदर्शी, धनजी यादव, तेज प्रताप यादव, लाला यादव, तनिष्क उपाध्याय, सभापति यादव, जगदीश यादव और मेघनाथ यादव को नामजद आरोपित किया गया है। सभी कृष्णागढ़ थाने के बभनगावां गांव के रहने वाले हैं। इनमें एक आरोपित मुखिया को गोली मारने के मामले में जेल में बंद है। तीन-चार अज्ञात लोगों को भी आरोपित किया गया है।
प्राथमिकी में कहा गया है कि गत पंचायत चुनाव में उसकी मां अमरावती देवी मुखिया पद की उम्मीदवार थे। अंशु उपाध्याय और पूर्व मुखिया भी प्रत्याशी थी। उसमें उसकी मां अमरावती देवी जीत गयी थी। जबकि विपक्षी अंशु उपाध्याय की पत्नी हार गयी थी। उसके बाद से ही अंशु उपाध्याय अन्य आरोपितों के साथ मिल कर उसके परिवार को टारगेट कर रहे हैं। पिछले साल उसकी मां को भी गोली मारी गयी थी। उसी कड़ी में रविवार की सुबह उसके पिता की गोली मार हत्या कर दी गयी। विकास कुमार यादव के अनुसार अंशु उपाध्याय की ओर से पंचायत चुनाव के पहले भी चुनाव नहीं लड़ने की धमकी दी जा रही थी। वहीं उसकी मां को गोली मारे जाने के मामले में गवाही देने पर तेज प्रताप की ओर से भी धमकी दी जाती थी।
इधर, प्राथमिकी दर्ज करने के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी को एएससी चंद्र प्रकाश के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। इस दौरान कुछ संदिग्धों से पूछताछ भी की जा रही है। हालांकि अभी तक किसी आरोपित की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है। पुलिस हत्या के कारणों की भी तफ्तीश कर रही है। बता दें कि रविवार की सुबह बभनगावां गांव निवासी मुखिया अमरावती देवी के पति महेंद्र यादव उर्फ मुन्ना यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। उसके बाद एसपी प्रमोद कुमार की ओर से आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर टीम गठित की गयी है।
Munna murder FIR story: पूर्व मुखिया पति सहित तीन पर गोली मारने और चार पर लाइन देने का आरोप
मुखिया अमरावती देवी के बेटे विकास कुमार यादव की द्वारा दर्ज प्राथमिकी में पूर्व मुखिया पति अंशु उपाध्याय सहित तीन लोगों पर गोली मारने जबकि लाला यादव सहित चार पर लाइन देने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि रविवार की सुबह वह सीमेंट की दुकान खोलने सरैयां बाजार गया था। उसके पिता महेंद्र यादव उर्फ मुन्ना यादव गांव के ही एक केस के सिलसिले में कृष्णगढ़ थाने गये थे। उनके आने में देर हुई, तो उन्हें लाने के लिए जा रहा है। तभी उसने देखा कि गुंडी मोड़ के पास लाला यादव और मेघनाथ यादव को खड़े हैं।
वहीं इटहना मोड़ के पास जगदीश यादव और उसके पुत्र सभापति यादव खड़े थे। चारों लोग लाइनर का काम कर रहे थे। वहीं अंशु उपाध्याय और उसके पुत्र एक कल दुकान के पीछे छुपे थे। उस समय उसके पिता थाने की ओर से बुलेट बाइक से आ रहे थे। वह जैसे ही इटहना मोड़ के पास पहुंचे, तभी अंशु उपाध्याय और उसके पुत्र दुकान के पीछे से आ गये। उसके बाद अंशु उपाध्याय ने उसके पिता को गोली मार दी। उससे उसके पिता कुछ दूर जाकर गिर पड़े। तभी धनजी यादव भी एक अन्य लड़के के साथ बाइक से पहुंचा गया। उसके बाद अंशु उपाध्याय के ललकारने पर धनजी यादव और उसके साथ रहे लड़के ने उसके पिता को ताबड़तोड़ गोलियां मारी थी। उससे उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गयी।