Saturday, November 9, 2024
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बबलू सिंह हत्याकांड जगदीशपुर: तीनों सीआईएटी जवान गिरफ्तार,रसोईये का सरेंडर

Jagdishpur Bhojpur- SP revealed the Bablu Singh murder case कुंवर बबलू सिंह की मौत की पुलिस ने चार दिन में सुलझा दी गुत्थी

पुलिस की दबिश के कारण आरोपित जवानों के प्राइवेट रसोईए ने किया सरेंडर

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पूछताछ के लिये रसोइया को रिमांड पर लेगी पुलिस, कोर्ट में देगी अर्जी 

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बिहार/आरा खबरे आपकी भोजपुर के जगदीशपुर नगर में स्वतंत्रता संग्राम के नायक वीर कुंवर सिंह के खानदान से जुड़े कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत की गुत्थी पुलिस ने चार दिन में सुलझा दी। इस मामले में पुलिस ने पहचान के बाद आरोपित सीआईएटी के तीन जवानों को गिरफ्तार कर लिया। इन जवानों में संदीप कुमार, अमित कुमार और सुनील कुमार पासवान शामिल हैं। तीनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। जबकि आरोपित जवानों के प्राइवेट रसोईया जगदीशपुर निवासी सद्दाम इदरीसी उर्फ गोंडा ने पुलिस की दबिश के कारण शुक्रवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में है।

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Jagdishpur Bhojpur:मामूली विवाद में सीआईटी के तीन जवानों और बबलू सिंह के बीच हुई थी मारपीट

Jagdishpur Bhojpur

एसपी विनय तिवारी ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले 29 मार्च को जगदीशपुर निवासी कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू सिंह की मौत हो गई थी। इस मामले में युवक की मां पुष्पा सिंह द्वारा जगदीशपुर थाना में किले की सुरक्षा में तैनात ऑफ डयूटी सीआईएटी के तीन जवान और प्राइवेट कुक जगदीशपुर वार्ड नंबर-14 कसाब मोहल्ला निवासी सद्दाम उर्फ इदरीसी उर्फ गोंडा के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करायी गयी थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुये पीरो एसडीपीओ राहुल सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। टीम ने पूरी सघनता से अनुसंधान की। इस दौरान तीनों आरोपित जवानों की पहचान की और त्वरित कार्रवाई करते हुये तीनों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि टीम की छापेमारी को देखते हुये नामजद आरोपित और कुक सद्दाम इदरिसी उर्फ गेंडा ने न्यायालय में समर्पण कर दिया। टीम में इंस्पेक्टर सह पीरो थानाध्यक्ष नंदकिशोर सिंह और आरा सदर पुलिस निरीक्षक गौतम कुमार शामिल थे।

बिसरा रिपोर्ट का इंतजार, 10-15 दिन में आने के की उम्मीद

एसपी ने बताया कि बबलू सिंह के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में कराया गया था। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई गई थी। बिसरा को जांच के लिए रखा गया है, जिसे पटना भेजा जा रहा है। पोस्टमार्टम के प्रारंभिक रिपोर्ट में मृतक के शव पर चोट के निशान मिले हैं। तीनों जवानों ने भी मारपीट में अपनी संलिप्तता स्वीकारी है। कुक को रिमांड पर लेकर भी पूछताछ की जायेगी। वहीं 10-15 दिनों के अंदर बिसरा रिपोर्ट मंगा ली जायेगी। उससे स्थिति और भी स्पष्ट हो जायेगी।

मारपीट के बाद पैदल अकेले अस्पताल गये थे बबलू सिंह

एसपी ने बताया कि 28 मार्च की रात करीब साढ़े आठ बजे तीनों जवान ड्यूटी ऑफ होने के बाद अपने प्राइवेट कुक से खाना बनवा रहे थे। तभी बबलू सिंह वहां पहुंच गये। इस दौरान मौजूद जवानों और प्राइवेट कुक से उनकी नोकझोंक हुई थी। उसके बाद जवानों और बबलू सिंह के बीच मारपीट हुई। इसके बाद बबलू सिंह पैदल हॉस्पिटल चले गये थे। सीसीटीवी फुटेज और हॉस्पिटल स्टाफ से इसकी जानकारी मिली।

बताया गया कि अस्पताल में इलाज के दौरान परिजनों से संपर्क करने की कोशिश भी की गयी थी। परिजनों के नहीं आने से उन्हें रेफर नहीं किया जा सका। इसी दौरान 29 मार्च को उनकी मौत हो गई। उसके बाद मामला तूल पकड़ लिया। एसपी ने बताया कि परिजनों द्वारा तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई थी। लेकिन उन्हें न्याय का भरोसा दिया गया। परिजनों द्वारा पुलिस को 2 दिन का समय दिया गया। पुलिस ने साक्ष्य और आसपास के लोगों से बातचीत के आधार तीनों जवानों को गिरफ्तार किया।

कमरे में जवानों द्वारा गलत काम करने का आरोप पूरी तरह निराधार

एसपी ने बताया कि मृतक बबलू सिंह की मां पुष्पा सिंह द्वारा सीआईएटी जवानों पर लगाये गये गलत काम करने के आरोप बिल्कुल निराधार है। उन्होंने बताया कि किले पर 16 सीआईएटी के जवान रहते थे। फिलवक्त 11 जवान रह रहे थे। उनमें दो छुट्टी पर गए थे। उन्होंने खुद गुरुवार को किले में जाकर जांच की। उन्होंने बताया कि पुष्पा सिंह के घर और जवानों के कमरे के बीच काफी दूरी है। उनके घर से जवानों का कमरा साफ दिखाई भी नहीं देता। सबसे बड़ी बात है कि सभी जवान एक ही हॉलनुमा कमरे में बेड लगा कर रहते हैं। इसलिए यह आरोप निराधार है।

बबलू एक्साइज मामले में जा चुके थे जेल, जवानों से रहा था विवाद

एसपी ने बताया कि Jagdishpur Bhojpur वीर कुंवर सिंह गढ़ का किला पुरातत्व विभाग के जिम्मे है। पहले वहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता था। इसको लेकर एसडीओ के परमिशन पर सीआईएटी गार्ड की तैनाती की गई थी। जब से जवानों की तैनाती की गई थी। उसी समय से कुंअर रोहित सिंह उर्फ बबलू को अपने घर पर आने-जाने में थोड़ी परेशानी होती थी। उन्हें घूम कर जाना पड़ता था। उन्होंने बताया कि बबलू सिंह एक्साइज एक्ट के कई मामले जगदीशपुर थाने में दर्ज हैं। उस मामलों में वह जेल भी जा चुके हैं। एसपी विनय तिवारी ने बताया की बबलू सिंह पर वर्ष 2017 से ही शराब पीने के मामले में एफआईआर दर्ज हो रहा है। उस मामले में वह कई बार जेल भी जा चुका है। साथ ही बबलू सिंह का आने-जाने को लेकर अक्सर जवानों के साथ विवाद होता रहता था। 

पांच माह पहले काम पर आया था सद्दाम

Jagdishpur Bhojpur वीर कुंवर सिंह के परिवार से जुड़े कुंवर रोहित सिंह उर्फ बबलू की मौत के मामले में न्यायालय में समर्पण करने वाला कुक सद्दाम इदरीसी 5 माह पहले बाहर चला गया था। हाल में ही वह जगदीशपुर वापस लौटा था। तब से वह सीआईएटी जवानों का खाना बना रहा था।

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