Jawahi Diyar – Liquor Trade: पुलिस की सख्ती के बाद भी उतरप्रदेश से जवही दियर के रास्ते आज भी शराब की खेप बिहार में पहुंच रही है। चर्चा यह कि शराब के इस खेल में कारोबारियों को यहां के कई सफेदपोश लोगों का भरपूर संरक्षण मिलता है। चक्की प्रखंड का जवही दियर पंचायत उतरप्रदेश के जवही गांव की सीमा से जुडा हुआ है। दियारा इलाका शराब के धंधेबाजों के लिए सेफजोन साबित हो रहा है।
बिहार में वर्ष 2016 में शराबबंदी होने के बाद इस इलाके में शराब कारोबारियों की चहलकदमी काफी बढ़ गयी है। बक्सर, भोजपुर और रोहतास के धंधेबाज शराब की खेप सुरक्षित ले जाने के लिए इसी रास्ते का उपयोग करते हैं। क्योंकि इसका भौगोलिक बनावट धंधेबाजों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में मददगार साबित होता है। जवही दियर के ग्रामीणों का कहना है कि कुछ सफेदपोश धंधेबाजों को संरक्षण देते है। जिसके कारण बिहार के गांवों तक शराब आसानी से पहुंच रहा है।
Jawahi Diyar – Liquor Trade: तीन थानों से जुड़ा है इलाका – सफेदपोश धंधेबाजों को देते है संरक्षण
चक्की प्रखंड का जवही दियर पंचायत ब्रह्मपुर थाना में आता है। जवही दियर से ब्रह्मपुर थाना की दूरी 14 किलोमीटर है। वहीं चक्की ओपी की दूरी बारह किलोमीटर के आसपास है। जबकि नैनीजोर थाना की दूरी महज छह किलोमीटर है। अधिक दूरी होने के कारण ब्रह्मपुर थाने की पुलिस की धमक इस इलाके में सुनाई नहीं देती है। सबकुछ सेटिंग गेटिंग के आधार पर चल रहा था। यही कारण है कि बिहार में शराबबंदी के बाद भी यूपी से शराब का खेप बिहार के इलाके में आसानी से पहुंचता रहता है।