Monday, December 4, 2023
No menu items!
Homeराजनीतबिहार में शराबबंदी नाटक: माफिया दो घंटे में शराब बनाकर उसे बेच...

बिहार में शराबबंदी नाटक: माफिया दो घंटे में शराब बनाकर उसे बेच दे रहे हैं- जीतन राम मांझी

Jitan Ram Manjhi said: बिहार में अराजक स्थिति हो गई है और यहां कोई भी सुरक्षित नहीं है। ये बातें पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने रविवार को औरंगाबाद के दानी बीघा स्थित सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि बिहार में प्रत्येक दिन हत्याएं हो रही हैं। सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। 17 सौ करोड़ की लागत से जो पुल बना था, वह उद्घाटन के पहले ही ध्वस्त हो गया लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।

Jitan Ram Manjhi said: जहरीली शराब से मौतें – शराबबंदी एक नाटक- मांझी

उन्होंने कहा कि गवाहों की हत्या हो जा रही है और सरकार को अपराध के बारे में पता भी नहीं चल रहा है। जीतन मांझी ने कहा कि शराबबंदी के नाम पर बिहार में नाटक हो रहा है। गरीबों को शराब पीने पर हजारों रुपए का जुर्माना देना पड़ रहा है और अतिरिक्त पैसे भी खर्च हो रहे हैं। जहरीली शराब से मौतें हो रही हैं। शराब बनाने में सात से आठ घंटे का समय लगता है लेकिन माफिया दो घंटे में शराब बनाकर उसे बेच दे रहे हैं। यूरिया समेत जहरीले पदार्थ का इस्तेमाल किया जा रहा है।

shahpur ranglal
shahpur ranglal

राज्य की कानून व्यवस्था ध्वस्त – फिर लौट रहा जंगलराज- मांझी

इससे पहले भी राज्य की कानून व्यवस्था पर निशाना साधते हुए मांझी ने कहा था, बिहार में फिर से जंगलराज लौट रहा है। वहीं मुजफ्फरपुर में आशुतोष शाही हत्याकांड की सीबीआई से जांच की बात कही थी। यूपी के फूलपुर से नीतीश के चुनाव लड़ने की अटकलों पर मांझी ने कहा था कि उनकी जाति की संख्या वहां अधिक है। वे जातिगत राजनीति करते हैं, इसलिए अब वहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं। अगर नालंदा से चुनाव लड़ते तो जनता उन्हें आटा-दाल का भाव बता देती। 17 साल मुख्यमंत्री रहे, फिर भी खुद पर इतना विश्वास नहीं है कि चुनाव जीत जाएंगे। इसलिए एक से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं। उन्होंने कहा था कि बिजली की दरों में वृद्धि कर नीतीश किसानों और आम जनता को परेशान कर रहे हैं। अगले चुनाव में जनता सबक सिखा देगी।

@khabreapki
@khabreapki
- Advertisment -

Most Popular