Mahila Samvad Barhara: भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड अंतर्गत सिमरिया-पडरिया पंचायत में इंद्र जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा शनिवार को एक महत्वपूर्ण महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
- हाइलाइट्स: Mahila Samvad Barhara
- कार्यक्रम के दौरान कई महिलाओं ने अपनी सफलता की प्रेरणादायक कहानियां साझा कीं
Mahila Samvad Barhara आरा,बिहार: भोजपुर जिले के बड़हरा प्रखंड अंतर्गत सिमरिया-पडरिया पंचायत में इंद्र जीविका महिला ग्राम संगठन द्वारा शनिवार को एक महत्वपूर्ण महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भोजपुर जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया और उप-विकास आयुक्त गुंजन सिंह ने भाग लिया। यह कार्यक्रम महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसमें अधिकारियों ने ग्रामीण महिलाओं के साथ सीधा संवाद स्थापित करते हुए बिहार सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी सरल एवं सहज भाषा में दी।
जिलाधिकारी ने इस अवसर पर बताया कि राज्य सरकार द्वारा महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ लेकर और महिलाओं की सक्रिय सहभागिता से ही आज बिहार प्रगति की राह पर अग्रसर है। उन्होंने यह भी बताया कि भोजपुर जिले में अब तक महिला संवाद कार्यक्रम के माध्यम से लगभग 37 हजार से अधिक आकांक्षाएं प्राप्त हुई हैं, जिन पर कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। यह आकांक्षाएं विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की जरूरतों और उनकी इच्छाओं को दर्शाती हैं, जो कि उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होंगी।
कार्यक्रम के दौरान कई महिलाओं ने अपनी सफलता की प्रेरणादायक कहानियां साझा कीं, जो न केवल अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनीं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि कैसे सरकारी योजनाएं उनके जीवन में बदलाव ला सकती हैं। अनीता देवी ने बताया कि उनकी बहू को बिहार सरकार के महिला आरक्षण का लाभ प्राप्त हुआ और वह बिहार पुलिस में चयनित हुई हैं। यह कहानी न केवल अनीता देवी के परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करती है कि वे भी अपने सपनों को साकार कर सकती हैं। सुनीता देवी ने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना से अपनी बेटी को प्राप्त सहायता का अनुभव साझा किया।
मालती देवी ने लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के अंतर्गत शौचालय निर्माण की जानकारी दी, जिससे अब उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ता और गाँव भी स्वच्छ बना रहता है। यह न केवल उनकी व्यक्तिगत सुविधा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पूरे गाँव के स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए भी लाभकारी है।
शिवकुमारी देवी ने बताया कि उन्होंने जीविका से ऋण प्राप्त कर व्यवसाय शुरू किया और अब अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं। यह कहानी यह दर्शाती है कि कैसे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकती हैं और अपने परिवार की जिम्मेदारियों को निभा सकती हैं।
इंदु कुमारी देवी ने एएनएम के रूप में कार्य कर न केवल स्वास्थ्य सेवा में योगदान दिया, बल्कि खुद को भी आत्मनिर्भर बनाया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने काम के माध्यम से न केवल अपने लिए, बल्कि समुदाय के लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत किया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि महिला संवाद कार्यक्रम न केवल जागरूकता का एक माध्यम है, बल्कि यह महिलाओं की आकांक्षाओं को साकार करने का एक सशक्त मंच बन चुका है। यह माननीय मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच का परिणाम है कि राज्यभर में इस प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाएं योजनाओं से जुड़कर सशक्त हो रही हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी प्राप्त आकांक्षाओं पर शीघ्र कार्य कर उन्हें पूरा किया जाएगा। यह आश्वासन महिलाओं के लिए एक सकारात्मक संकेत है कि उनकी आवाज सुनी जा रही है और उनकी जरूरतों का ध्यान रखा जा रहा है।
भोजपुर जिले के सभी 1398 जीविका महिला ग्राम संगठनों में से अब तक 1352 ग्राम संगठनों में महिला संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जा चुका है, जिसमें तीन लाख 18 हजार से अधिक महिलाओं एवं छात्राओं की सहभागिता रही है। यह संख्या यह दर्शाती है कि महिलाएं इस कार्यक्रम में सक्रिय रूप से भाग ले रही हैं और अपनी आवाज उठाने के लिए तत्पर हैं।
कार्यक्रम के अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रबंधक-संचार जीविका मनीष कुमार, सुमन कुमार, गुड़िया कुमारी, प्रीति रानी, कुंदन कुमार, मुकेश कुमार, प्रखंड परियोजना प्रबंधक श्याम कुमार सिंह, नरेन्द्र कुमार, संजय कुमार एवं अन्य जीविका कर्मी उपस्थित रहे।