Tuesday, March 19, 2024
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भोजपुर के जगदीशपुर में निगरानी के हत्थे चढा घूसखोर पंचायत न्याय सचिव

Mantosh Kumar Ram arrested:जगदीशपुर अनुमंडल स्थित आवास से हुई गिरफ्तारी

  • जमीन म्यूटेशन के नाम पर दस हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार
  • राजस्व कर्मी के एजेंट के रूप में कार्य करता था घूसखोर पंचायत न्याय सचिव
  • भोजपुर में एक माह में निगरानी के हत्थे चढ़ा दूसरा घूसखोर कर्मी

Bihar/Ara खबरे आपकी: निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने बुधवार को जगदीशपुर अनुमंडल के वार्ड नंबर -4 स्थित आवास में धावा बोलकर पंचायत न्याय सचिव को दस हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। घूस की यह रकम जमीन म्यूटेशन के नाम पर वसूली जा रही थी। वह राजस्व कर्मी के एजेंट के रूप में कार्य कर रहा था। एक माह के भीतर निगरानी द्वारा घूसखोर कर्मी के ट्रैप करने की दूसरी घटना है। निगरानी के इस कार्रवाई से घूसखोर अफसरो एवं कर्मियों में हड़कंप व्याप्त है।

जानकारी के अनुसार गिरफ्तार (Mantosh Kumar Ram arrested) पंचायत न्याय सचिव जगदीशपुर थाना क्षेत्र के हेतमपुर गांव निवासी मंतोष कुमार राम है। वह संविदा पर पंचायत सचिव के पद पर कार्यरत था। वह जगदीशपुर वार्ड नंबर-4 में किराये के रूम में रहता था।

बताया जाता है कि जगदीशपुर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर वार्ड नंबर -17 निवासी मो.इमरान ने सवा 16 डिसमिल जमीन का म्यूटेशन कराने के लिए पंचायत न्याय सचिव के पास गए थे। जिसको लेकर मंतोष कुमार राम द्वारा उनसे दस हजार रुपये घूस की मांग की गई थी। जिसके बाद मो. इमरान अली द्वारा इसकी शिकायत निगरानी विभाग के पटना कार्यालय में की गई। जिसके बाद निगरानी विभाग द्वारा इसकी जांच की गई और जांच के दौरान मामला सत्य पाया गया। तब निगरानी विभाग की टीम द्वारा एक धावा दल का गठन किया गया। इसके बाद तयशूदा रणनीति के तहत निगरानी की धावा दल ने बुधवार की दोपहर जगदीशपुर वार्ड नंबर-4 स्थित उसके घर से दस हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इसके पश्चात निगरानी विभाग की टीम उसे अपने साथ पटना ले गई।

इस मामले में निगरानी विभाग के डीएसपी आलोक कुमार ने बताया कि जगदीशपुर निवासी मो.इमरान अली से दाखिल खारिज के संबंध में रिश्वत की मांग की गई थी। जिसके बाद मोहम्मद इमरान अली द्वारा इसकी शिकायत कुछ दिन पूर्व निगरानी विभाग पटना में की गई थी। जिसके बाद निगरानी थाना ने इसकी जांच कराई और सत्यापन में इनका आरोप सत्य पाया गया। जिसके बाद मेरे नेतृत्व में धावा दल का गठन किया गया और इनको दस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए (Mantosh Kumar Ram arrested) रंगेहाथ पकड़ा गया।

उन्होंने बताया कि आरोपी अनुबंध पर पंचायत न्या सचिव के पद पर कार्यरत था। वह राजस्व कर्मचारी एजेंट के रूप में काम कर रहा था और राजस्व कर्मचारी के तरफ से पैसा लेने का काम करता था। वही निगरानी विभाग में गिरफ्तार करने आए टीम में डीएसपी आलोक कुमार, गोपाल कृष्णा, इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार जसवाल, आसिफ इकबाल मेहंदी, शालिग्राम कुमार, एएसआई शैलेंद्र शुक्ला, जय प्रकाश, मिथिलेश कुमार सिंह एवं सत्यापन कर्ता कृष्ण मुरारी शामिल थे।

बता दें कि 9 जनवरी 2023 को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने आरा श्रम विभाग के अधिकारी (एलईओ) को दस हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। घूस की यह रकम कन्या विवाह योजना की राशि देने के एवज में वसूली जा रही थी।

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