Murder of Daya Kumar Singh:गजराजगंज ओपी क्षेत्र के महतवनिया हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे से सोमवार की सुबह बरामद हुआ शव
- परिजन ने हत्या कर शव को फेंके जाने का लगाया आरोप
- घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची डॉग स्क्वायड एवं एफएसएल की टीम
खबरे आपकी आरा। भोजपुर में चार दिन से लापता पांचवी के छात्र की हत्या कर फेंका गया शव बरामद हुआ है। उसका गजराजगंज ओपी अंतर्गत महतवनिया हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से सोमवार की सुबह बरामद हुआ। मृत बालक का एक हाथ, एक पैर एवं गर्दन कटा हुआ है। शव मिलने से गांव एवं आसपास के इलाके में सनसनी मच गई। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए। सूचना मिलते ही एएसपी सह सदर एसडीपीओ हिमांशु डीएसपी विनोद कुमार सिंह, आरा सर्किल इस्पेक्टर गौतम कुमार, उदवंतनगर थाना इंचार्ज शशि भूषण प्रसाद, बिहिया थाना इंचार्ज भानु सिंह, मुफस्सिल थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह एवं गजराजगंज ओपी इंचार्ज सहित काफी संख्या में पुलिस घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गई है।
Murder of Daya Kumar Singh:पांचवी कक्षा का छात्र था
जानकारी के मृतक गजराजगंज के हली टोला वार्ड नंबर-8 निवासी अशोक कुमार सिंह का 12 वर्षीय पुत्र दया कुमार सिंह है। वह पांचवी कक्षा का छात्र था। हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था। इधर, मृत बालक के पिता अशोक कुमार सिंह ने बताया शुक्रवार दोपहर वह उपनी चचेरी बहन को परीक्षा दिलवाने के लिए स्थानीय थाना क्षेत्र के बामपाली गांव स्थित मध्य विद्यालय गया था।
परिजनो के मुताबिक वह अपनी बहन निधी कुमारी से नकल कराने को लेकर ईंट मार रहा था। तभी ईट वहां बैठी दूसरी लड़की को लग गई। उक्त लडकी ने सोचा की वह मुझे छेड़ रहा है। इसके बाद उसने इसकी शिकायत अपने भाई से की। लडकी के भाई ने अपने साथियों के साथ उसकी जमकर पिटाई करवा दी थी। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। जिसके बाद उक्त लड़कों द्वारा ही आरा शहर के निजी अस्पताल में इलाज कराया गया था।
Murder of Daya Kumar Singh उसकी बहन वापस घर लौटी, तो उसने परिजनों को बताया कि कुछ लड़के भाई को पीट रहे थे। जिसके परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था। तब मृतक के पिता गांव में ही शिवजी नामक व्यक्ति के घर गए और पूछताछ की। तो उनके नाती ने कहा कि हां मैंने आपके बेटे को मारा था। इसके बाद उन्होंने सभी जगहों पर खोजबीन की थी। लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया था।
जिसके बाद परिजन द्वारा के गायब होने के लिखित आवेदन दिया स्थानीय थाना में दी गई थी। इसी बीच सोमवार की सुबह महतवनिया हाल्ट के समीप रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ी से छात्र का शव बरामद हुआ। उसका एक हाथ, एक पैर एवं गर्दन भी कटा हुआ है। इसके बाद परिजन द्वारा उसके कपड़े को देखकर उसकी पहचान की गई। मृतक के पिता ने ने धारदार हथियार से उसकी हत्या कर शव को फेंकने का आरोप लगाया है।
- मृतक के परिजनों से मिले एसपी संजय कुमार सिंह
- एसपी बोले: बच्चों के बीच में झगड़ा होने की बात आई है सामने
घटना की सूचना मिलते ही एसपी संजय कुमार सिंह सदर अस्पताल पहुंचे और मृतक के परिजनों से मिल घटना की पूरी जानकारी ली। एसपी श्री सिंह ने बताया कि 13 अक्टूबर को सूचना मिली थी गजराजगंज ओपी क्षेत्र के हली टोला का एक 12 वर्षीय लड़का लापता हो गया है। जिसके बाद लगातार तीन-चार दिनों से पुलिस द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा था। जिसमें डॉग स्क्वायड की भी मदद ली गई थी और सीनियर ऑफिसर के उपस्थिति में वहां अभियान चल रहा था।
रविवार की शाम एक बच्चे का पैर का एक हिस्सा बरामद हुआ था। जिसके बाद और भी इंटेंसिफाई किया गया था। उसके बाद जब रेलवे ट्रैक के पास के हिस्से में जब झाड़ियों में सर्च किया गया, तभी एक क्षत-विक्षत शव मिला। इसके बाद उस शव को जप्त कर परिजन के माध्यम से पहचान कराने की कोशिश की गई। वही परिजन अभी प्रथम दृष्टया कह रहे हैं कि यह तो उन्हीं के बच्चे का शव है। जिसके बाद शव के अत्यंत परीक्षण रिपोर्ट एवं आगे की करवाई जैसे डीएनए सैंपलिंग कराते हुए की जा रही है।
सीएस से रिक्वेस्ट कर डॉक्टर टीम का गठन कर शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। इसके अलावे जो आगे की जांच और प्रक्रिया है, वह चलेगी। इसमें बच्चों के बीच में ही झगड़ा होने की बात आई है। जो हमारा बच्चा मिसिंग है। साथी इनमें जो अन्य बच्चे शामिल हैं। उनमें से दो पर परिजनों का संदेह था। उन दोनो को भी और उनके बयान पर दो और बच्चो को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ किया। जिसमें उन्होंने मारपीट करने की बात को कुबूल किया और आगे की जांच की जा रही है। इसमें किशोर न्यायालय से भी मदद लेंगे और कॉन्सलिंग कराएंगे, ताकि बच्चों से इसमें कोई और तथ्य आ सके। इसके अलावा परिजनों का किसी तथ्य पर कोई और साक्ष्य आएगा तो उस पर भी आगे कार्रवाई की जाएगी।
घटनास्थल पर पहुंची डॉग स्क्वायड की टीम ने किया जांच
छात्र की हत्या के (Murder of Daya Kumar Singh) मामले में डॉग स्क्वायड की टीम घटनास्थल पर पहुंची। टीम का खोजी कुता घटनास्थल एवं आसपास के इलाके में घूमा। लेकिन कोई उपलब्धि हासिल नही हुई। इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
चिकित्सकों की तीन सदस्यीय टीम ने किया शव का पोस्टमार्टम
पुलिस द्वारा बनाए गए मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट के अनुसार (Murder of Daya Kumar Singh) बालक की मौत धारदार हथियार से गला एवं शरीर का अन्य अंग काटकर हत्या करना प्रतीत होता है। इस मामले में पुलिस द्वारा कई बिंदुओं पर डॉक्टरों की टीम से मंतव्य मांगा। वही सदर अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अरुण कुमार के निर्देश पर तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया। जिसमें ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ.शैलेंद्र कुमार, डॉ.अमन एवं डॉ. केएस चौबे कर मौजूदगी में वीडियोग्राफी कर शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
चार भाई-बहनों में मांझिल था मृतक दया
Murder of Daya Kumar Singh बताया जाता है कि मृत बालक अपने दो भाई व दो बहन ने दूसरे स्थान पर था। मृत बालक के परिवार में मां बेबी देवी व दो बहन निशा कुमारी, रमिता कुमारी एवं एक भाई ऋतु राज है। घटना के बाद मृत बालक के घर में कोहराम मच गया है। घटना के बाद मृत बालक की मां बेबी देवी एवं परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था।