Politics of special state status: आरजेडी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि ये बिहार के लोगों के साथ बेइमानी है। वोट चाहिए झोली भर-भरकर, क्या बिहार वोटिंग स्टेट बनकर रहेगा।
- हाइलाइट :Politics of special state status
- बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग को केंद्र सरकार ने सिरे खारिज कर दिया
- मनोज झा ने कहा कि मुझे लगा अभी 2AB की सरकार है> ए मतलब आंध्र, बी मतलब बिहार
Politics of special state status: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा फिलहाल मिलता नहीं दिख रहा है। जिस पर बिहार में सियासत तेज हो गई है। लालू यादव की पार्टी आरजेडी नीतीश सरकार समेत बीजेपी पर हमलावर है। आरजेडी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि ये बिहार के लोगों के साथ बेइमानी है। वोट चाहिए झोली भर-भरकर, क्या बिहार वोटिंग स्टेट बनकर रहेगा। सीएम नीतीश पर भी मनोज झा ने निशाना साधा।
आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि ये बेइमानी बिहार के साथ है। राजद के साथ नहीं, महागठबंधन के साथ नहीं है। बल्कि बिहार के लोगों के साथ बेइमानी है। झारखंड जब बिहार से अगल हुआ तो हमारे हिस्से सिर्फ धूप, धूल और वर्षा आई। पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से विशेष राज्य का दर्जा से मांगा था। तब ये मांग लालू यादव और तेजस्वी यादव बढ़ा रहे हैं। अभी डबल इंजन की सरकार है।
मनोज झा ने कहा कि मुझे लगा अभी 2AB की सरकार है> ए मतलब आंध्र, बी मतलब बिहार, फिर भी आप हासिल कर पाएंगे। माफ कीजिएगा नीतीश जी फेल कर गए। केंद्र सरकार की तरफ से एनडीसी का हवाला दिया गया है। आप किसको बरगला रहे हैं साहब। एक एग्जीक्यूटिव डिजीशन से बदला जा सकता है। 1966 में सरकारी कर्मचारियों को आरएसएस की गतिविधि में भाग लेने से बैन किया गया था। आपने हटा दिया बैन, ये तो उससे भी आसान काम है। एक कलम के दस्तख्त से आप बदल सकते हो, लेकिन आपकी मंशा नहीं है।
आप बिहार को लेबर सप्लाई स्टेट का दर्जा देकर रखना चाहते हैं। जनसाधारण टाइप की ट्रेन देंगे ताकि हम श्रम आपूर्ति करते रहे। बिहार के साथ नाइंसाफी हो रही है। हमारे पार्टी अध्यक्ष लालू यादव ने कहा सड़क से संसद तक संघर्ष होगा। बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा ले कर रहेंगे।
वहीं लालू यादव के नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करने के सवाल पर मनोज झा ने कहा कि इसके अलावा क्या विकल्प है। कितनी बड़ी-बड़ी बातें हो रही थी। उनके (नीतीश की पार्टी जेडीयू) के राज्य सभा में सांसद और केंद्रीय मंत्री कह रहे थे। विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज। यह या कहां से बीच में आ गया। ये खैरात नहीं है। हमें विशेष राज्य का दर्जा भी चाहिए और स्पेशल पैकेज भी।
दरअसल आज संसद के मॉनसून सत्र में बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग को केंद्र सरकार ने सिरे खारिज कर दिया है। जेडीयू सांसद कमलप्रीत के सवाल पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में जवाब देते हुए कहा कि बिहार को स्पेशल स्टेटस नहीं मिल सकता है। जिसकी वजहें भी बताईं, और कहा कि राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) की ओर से दिया जाता है। इसके लिए कुछ पैमाने तय किए गए हैं, जिसपर बिहार कहीं से भी खरा नहीं उतरता है।