Wednesday, January 22, 2025
No menu items!
Homeबिहारआराआरा के रमना मैदान में डीएम राजकुमार ने किया झंडोत्तोलन

आरा के रमना मैदान में डीएम राजकुमार ने किया झंडोत्तोलन

Ramna Ground of Ara: 78 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भोजपुर जिले के आरा रमना मैदान में डीएम राजकुमार ने झंडोत्तोलन किया।

Ramna Ground of Ara: 78 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भोजपुर जिले के आरा रमना मैदान में डीएम राजकुमार ने झंडोत्तोलन किया।

  • हाइलाइट : Ramna Ground of Ara
    • झंडोत्तोलन से पहले भोजपुर डीएम और एसपी ने परेड की सलामी ली

आरा: 78 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भोजपुर जिले के आरा रमना मैदान में डीएम राजकुमार ने झंडोत्तोलन किया। झंडोत्तोलन से पहले डीएम और एसपी ने परेड की सलामी ली। वही, झंडोत्तोलन के बाद भोजपुर डीएम राजकुमार ने बिहार सरकार द्वारा लाई गए योजनाओं के बारे में रमना मैदान में आए तमाम भोजपुर वासियों को विस्तार से बताया। झंडोत्तोलन कार्यक्रम के दौरान जिले के सभी जनप्रतिनिधि ,पदाधिकारी और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। रमना मैदान को बिल्कुल दुल्हन की तरह सजाया गया था।

Republic Day
Republic Day

15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश साम्राज्य की दासता से मुक्त हुआ भारत
भारत का स्वतंत्रता संग्राम एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक घटना है, जिसने देश को ब्रिटिश साम्राज्य की दासता से मुक्त किया। 15 अगस्त 1947 को भारत ने अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की, जो कि एक लंबी और कठिन चेष्टाओं का परिणाम था । ब्रिटिश शासन ने भारतीय समाज, संस्कृति और अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाला। इस काल में लोगों ने अनेक कठिनाइयों का सामना किया, जैसे कि भुखमरी, बेरोजगारी और राजनीतिक अधिकारों की कमी।

Pintu bhaiya
Pintu bhaiya

प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 का सिपाही विद्रोह

प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 का सिपाही विद्रोह, जिसे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम या भारतीय विद्रोह के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। यह विद्रोह अंग्रेजी शासन के खिलाफ भारतीय सैनिकों द्वारा उठाया गया एक सामूहिक प्रतिरोध था, जिसने समस्त उपमहाद्वीप में स्वतंत्रता की लालसा को जागृत किया। भारत में राष्ट्रीयता की भावना और स्वतंत्रता संग्राम की धारणा मजबूती से उभरी।

1857 का सिपाही विद्रोह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखने वाला एक महत्वपूर्ण चरण था, जिसने देशवासियों को क्रांति की राह पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। इस प्रकार, यह विद्रोह केवल एक सैन्य संघर्ष नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक परिवर्तन का प्रतीक बना, जिसने भारतीय समाज में स्वतंत्रता के प्रति समर्पण की भावना को जगाया।

इस विद्रोह की जड़ें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की नीतियों में निहित थीं, जिन्होंने भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों, विशेषकर सैनिकों, के बीच असंतोष उत्पन्न किया। 1857 में, नई कारतूसों की प्रचलित धारणा, जो गाय और सुअर की चर्बी से बनी थी, ने हिंदू और मुस्लिम दोनों ही सैनिकों में आक्रोश पैदा किया। यह आक्रोश शीघ्र ही एक बड़े विद्रोह का रूप ले लिया, जब सैनिकों ने दानापुर में बगावत की और फिर मेरठ, दिल्ली, झांसी, कानुपर तथा अन्य स्थानों पर फैल गया।

विद्रोह का मुख्य ध्येय ब्रिटिश शासन को समाप्त करना और स्वराज्य की स्थापना करना था। हालांकि, यह विद्रोह विभिन्न भारतीय रियासतों और नेताओं द्वारा संचालित था, जैसे कि वीर कुंवर सिंह, रानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे और बहादुर शाह ज़फ़र। यह विद्रोह ना केवल एक सैन्य संघर्ष था, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक भी था, जिसने भारतीय जनमानस में जागरूकता और एकता का संचार किया।

स्वतंत्रता के लिए शुरू हुए आंदोलन

बढ़ते समय के साथ स्वतंत्रता के लिए आंदोलन शुरू हुए, महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, सरदार बल्लभ भाई पटेल डॉ राजेन्द्र प्रसाद और अन्य महान नेताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांधी जी के नेतृत्व में असहमति और सत्याग्रह के शांतिपूर्ण तरीकों ने भारतीय जनमानस को जागरूक किया और साम्राज्य के विरुद्ध एकजुट किया। विभिन्न आंदोलन, जैसे असहमति आंदोलन, नौसैनिक विद्रोह, और भारत छोड़ो आंदोलन, ने स्वतंत्रता प्राप्ति की दिशा में बल प्रदान किया।

15 अगस्त 1947 को जब भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की, तो यह केवल एक राजनीतिक विजय नहीं थी, बल्कि यह भारतीय जनता की संकल्प शक्ति और सहनशक्ति का प्रतीक था। आज हम स्वतंत्रता के इस महोत्सव को मनाते हैं, जिसे हम आज़ादी का दिन कहते हैं। ब्रिटिश शासन से भारत की आज़ादी न केवल एक ऐतिहासिक घटना है, बल्कि यह देश के आत्म-निर्णय और पहचान के लिए महत्वपूर्ण है। स्वतंत्रता प्राप्ति के इस सफर ने भारतीय समाज को गहराई से प्रभावित किया और आज भी ये संघर्ष हमें प्रेरणा देते हैं।

- Advertisment -
Bhojpur News - बिहया में फर्जी दारोगा गिरफ्तार
Bhojpur News - बिहया में फर्जी दारोगा गिरफ्तार

Most Popular