Bihar CM Nitish Kumar: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को प्रगति यात्रा के क्रम में भोजपुर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में जिला समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की।
- हाइलाइट्स: Bihar CM Nitish Kumar
- मुख्यमंत्री ने भोजपुर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की समीक्षात्मक बैठक की
- समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की कई महत्वपूर्ण घोषणायें
Bihar CM Nitish Kumar आरा: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को प्रगति यात्रा के क्रम में भोजपुर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं के संबंध में जिला समाहरणालय सभागार में समीक्षात्मक बैठक की। बैठक में जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने भोजपुर जिले में चल रही विकासात्मक योजनाओं की प्रगति एवं अद्यतन स्थिति के संबंध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी।

जिलाधिकारी ने प्रस्तुतीकरण में बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना, कुशल युवा कार्यक्रम, हर घर नल का जल एवं उनका अनुरक्षण, हर घर तक पक्की गली-नाली, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, हर खेत तक सिंचाई का पानी, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री कृषि विद्युत कनेक्शन योजना, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, स्वास्थ्य उपकेंद्र में टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सा परामर्श, पशु चिकित्सा सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी एवं पंचायत सरकार भवन के निर्माण की अद्यतन स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
इसके अलावे हर पंचायत में 10+2 विद्यालय, ग्राम पंचायत/नगर पंचायत में खेल-कूद को बढ़ावा देने हेतु स्पोर्ट्स क्लब का गठन, प्रत्येक पंचायत में खेल का मैदान, मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना (अवशेष), मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना, शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों मैं स्वयं सहायता समूहों का गठन, राजस्व प्रशासन में पारदर्शिता, दाखिल खारिज, परिमार्जन, परिमार्जन प्लस एवं जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जीर्णोद्धार कराए गए सार्वजनिक कुओं, पोखर तथा तालाबों की अद्यतन स्थिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के समक्ष जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं भी रखीं।
समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आप सभी का इस समीक्षात्मक बैठक में अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। जिलाधिकारी तनय सुल्तानिया ने भोजपुर जिले में चल रहे विकासात्मक कार्यों की जानकारी दी है, उसको ध्यान में रखना चाहिये। मैं इसके लिये जिलाधिकारी को धन्यवाद देता हूं। यहां उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी कुछ बातें रखी हैं। आज हमने भी यहां कई जगहों पर जाकर विकास कार्यों को देखा है। हम बराबर घूमते रहते हैं। लोगों से जो जानकारी मिलती है उसको ध्यान में रखते हुए विकास कार्यों को किया जाता है।
प्रगति यात्रा शुरू होने से पूर्व ही अधिकारियों ने बैठक कर प्रत्येक जिले की जरूरतों और वहां की समस्याओं के बारे में जानकारी एकत्रित कर ली थी। आज 34वें जिले की प्रगति यात्रा के क्रम में हम यहां पहुंचे हैं। प्रगति यात्रा के क्रम में जो भी घोषणायें की जा रही हैं। उनको कैबिनेट से स्वीकृति भी हमलोग दे रहे हैं। हम अधिकारियों से कहेंगे कि यहां जो भी जरूरतें हैं, उसे ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करें। हमारा उद्देश्य है हर प्रकार से बिहार की तरक्की हो। प्रारंभ से ही हमलोग हर क्षेत्र में विकास का काम करते रहे हैं। हमलोगों ने बिहार में कानून का राज स्थापित किया है और विकास कार्यों को निरंतर आगे बढ़ाने में लगे रहते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवंबर 2005 को बिहार में हमारी सरकार बनी। वर्ष 2005 से पहले बिहार की क्या स्थिति थी, आप सभी इससे अवगत हैं। शाम के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में करते थे। हिन्दू-मुस्लिम के बीच प्रायः झगड़े होते थे, जिसे हमने खत्म कराया। अस्पतालों में इलाज का इंतजाम नहीं था, सड़कें जर्जर थी। शिक्षा की हालत ठीक नहीं थी। सड़कों का काफी अभाव था। अस्पतालों में मरीजों को दवा नहीं मिलती थी। जब बिहार के लोगों ने हमलोगों को काम करने का मौका दिया, तब से बिहार की स्थिति बदली है। हर क्षेत्र में विकास के काम किए जा रहे हैं।
बिहार में अब डर और भय का माहौल खत्म हो गया है। शांति एवं भाईचारा का वातावरण कायम है। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में हम मंत्री थे। उन्होंने ही हमें मुख्यमंत्री बनवाया। हम सभी जन प्रतिनिधियों की बात बराबर सुनते हैं। उनकी जो जरूरी मांगें होती हैं, उन्हें पूरा भी किया जाता है, चाहे वह किसी भी पार्टी के क्यों नही हों।