- हाईलाइट
- संभावना आवासीय उच्च विद्यालय परीसर में लगाई गई प्रदर्शनी
- यदि हम आज नहीं सुधरे, तो हमारा कल बर्बाद हो जाएगा
खबरे आपकी आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित Sambhavna school Arrah ‘शान्ति स्मृति’ सम्भावना आवासीय उच्च विद्यालय में मंगलवार को ‘बाल दिवस’ के उपलक्ष्य में “पर्यावरण संरक्षण” विषय पर “विज्ञान प्रदर्शनी” का आयोजन किया गया। उद्घाटन राघवेन्द्र प्रताप सिंह (पूर्व कैबिनेट मंत्री, बिहार सरकार सह बडहरा विधायक), मुख्य अतिथि राज कुमार (जिलाधिकारी, भोजपुर), कार्यक्रम के अध्यक्ष सीताराम सिंह (पूर्व प्राचार्य, क्षत्रिय स्कूल, आरा), पूर्व महासचिव, बिहार राज्य नागरिक परिषद्, भाई ब्रहमेश्वर, विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र तथा प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने संयुक्त रूप से किया।
उद्घाटन के उपरान्त विद्यालय की छात्राओं द्वारा मनमोहक एवं समसामयिक स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया, जिसमें पर्यावरण संरक्षण को दर्शाया गया है। प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ (बुके) देकर स्वागत किया। उद्घाटनकर्ता राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि यह विज्ञान प्रदर्शनी एक ओर जहां आने वाली समस्याओं को रेखांकित करती है, वहीं दूसरी और उसके समाधान को भी प्रस्तुत करती है। मैं यहां के बच्चों की कल्पनाशीलता और प्रतिभा को देखकर आर्श्यचकित हूं। उन्होंने कहा कि शिक्षा का असली उद्देश्य न सिर्फ ज्ञान प्राप्त करना है बल्कि आत्मनिर्भर बनना भी है। यह विद्यालय अपने बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने की ओर अग्रसर है।
Sambhavna school Arrah: जिलाधिकारी ने की विद्यालय प्रबंधन की प्रशंसा
मुख्य अतिथि जिलाधिकारी राज कुमार ने विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा छात्र-छात्राओं के वैज्ञानिक सोच की सराहना की। उन्होनें कहा कि इस विद्यालय के बच्चों की कल्पनाशीलता तथा रचनाधर्मिता देखने लायक है। इस कार्य के लिए विद्यालय प्रबंधन की प्रशंसा किया।
इसके पूर्व स्वागत करते हुए प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि आज प्रदूषण वैश्विक समस्या है। न सिर्फ भारत, बल्कि विश्व के अनेक देश प्रदूषित वातावरण से जूझ रहे हैं। प्रदूषित वातावरण से बचने के लिए एक मात्र उपाय “पर्यावरण संरक्षण” है। हमारा विद्यालय अपने बच्चों के माध्यम से स्वच्छता, प्रदूषण, जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर हमेशा जागरूकता कार्यक्रमों को आयोजन करते रहता है।
इस आयोजन में हमारे विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने प्रोजेक्ट, पोस्टर, मॉडल तथा विज्ञान व तकनीक से संबंधित विभिन्न मशीनरी उपकरणों के माध्यम से यह बताया है कि हम कैसे पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं? हमारे छात्र-छात्राओं का यह प्रयास न सिर्फ सराहनीय हैं, बल्कि समाज को संदेश देने वाला भी है। मैं समझती हूं कि यहां उपस्थित जितने भी अभिभावक तथा अतिथि है। वे इस “विज्ञान प्रदर्शनी” से एक सकारात्मक संदेश लेकर जाएगे।
प्राचार्या ने कहा कि पिछले छुट्टियों में विद्यालय (Sambhavna school Arrah) के सभी छात्र-छात्राओं को यह टास्क दिया गया था कि आप पर्यावरण को कैसे संरक्षित रख सकते है। इसे प्रोजेक्ट, पोस्टर और मॉडल के माध्यम से बतायें। हमारे दो हजार बच्चों ने इस विषय पर गंभीरता के साथ कार्य किया और यह प्रदर्शनी उसी का प्रतिफल है। यहां दर्शायी गई प्रत्येक कृति बच्चों की मौलिक कल्पनाशीलता है। इसमे किसी भी शिक्षक का सहयोग या विचार शामिल नहीं है।
अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पूर्व प्राचार्य सीताराम सिंह कहा कि जहां एक ओर विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में धूम-धाड़ाका, केक काटने तथा हंगामे के बीच बाल दिवस मनाया जाता है। वहीं दूसरी ओर इस विद्यालय में पूरी तरह से शांत एवं अनुशासित वातावरण में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन कर समाज को एक संदेश दिया जा रहा है। मैं इस विद्यालय के प्रबंधन तथा यहां के छात्र-छात्राओं के संस्कार एवं संस्कृति को देखकर अभीभूत हूं। जिले के सभी शैक्षणिक संस्थानों को इस विद्यालय के अनुशासन से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने बच्चों की कल्पनाशीलता की प्रशंसा की।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए निदेशक डॉ. कुमार द्विजेन्द्र ने कहा कि विद्यालय में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए हम हमेशा प्रयत्नशील रहते हैं। इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में कल्पनाशीलता तथा वैज्ञानिक सोच का विकास होता है। उद्घाटन के बाद सभी अतिथियों, अभिभावकों तथा आम लोगों ने विज्ञान प्रदर्शनी का स्वावलोकन किया। छोट-छोटे बच्चों की कल्पनाशीलता को देखकर सभी अतिथि, अभिभावक और आम लोग हतप्रभ थे।
कार्यक्रम में बिहार राज्य नागरिक परिषद् के पूर्व महाचिव भाई ब्रहमेश्वर सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर प्रो. गांधी जी राय, प्रो. नीरज सिंह, प्रो. बलराम सिंह, कवि जर्नादन मिश्र, पूर्व प्राचार्या कुमुद सिन्हा, डॉ. सबीता रूगटा, डॉ. कन्हैया बहादुर सिन्हा, मेजर राणा प्रताप सिंह, सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। संचालन शिक्षिका ममता सिंह ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के उप प्राचार्य ऋषिकेश ओझा, विज्ञान शिक्षक ब्रजेश तिवारी, चन्द्रकान्त उपाध्याय, अमरेश राज, अनिल कुमार, रेणु कुमारी पाण्डेय, मुन्ना कुमार, एसके द्विवेदी, अन्नु सिंह, मधुयामिनी, विश्वजीत सिंह, अंशु कुमारी, रीता उपाध्याय, कला शिक्षक विष्णु शंकर, संजीव सिन्हा तथा सरोज कुमार का अहम योगदान रहा। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्रा तथा अभिभावकों के साथ-साथ भारी संख्या में आम लोगों ने भी इस विज्ञान प्रदर्शनी का अवलोकन किया तथा इसकी सराहना की।
पेंटिग और पोस्टर के माध्यम से जल एवं पर्यावरण संरक्षण की अपील
विज्ञान प्रदर्शनी में कई बच्चों द्वारा प्रोजेक्ट पोस्टर, मॉडल और विज्ञान व तकनीक के माध्यम से रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, ग्रीन सिटी, स्मार्ट सिटी, स्मोक अब्जॉबर, उड़ने वाली ड्रोन वर्षा जल से बिजली उप्पादन, हाइड्रोलिक से चलने वाली ट्रेन, वॉटर सईकल, ब्लूटूथ से चलने वाली कार तथा डैम का मॉडल प्रस्तुत किया है। वहीं कई छात्र-छात्राओं ने पेंटिग और पोस्टर के माध्यम से जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण की मार्मिक अपील की है। कुल मिलाकर यह विज्ञान प्रदर्शनी आम लोगों से यह अपील करती हैं कि यदि हम आज नहीं सुधरे तो हमारा कल बर्बाद हो जाएगा।
छात्र-छात्राओं को किया गया पुरस्कृत
संभावना स्कूल Sambhavna school Arrah में विज्ञान प्रदर्शनी में प्रोजेक्ट, पोस्टर, मॉडल तथा अन्य मशीनरी उपकरणें कों तैयार करने वाले विभिन्न कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं में अनव सागर, समृद्धि सिन्हा, अयान श्रीवास्तव, पीहू कुमारी, आयात प्रवीण, अभिराज सौरभ, लक्की सम्राट, राशि भारद्वाज, आलोक राज, आयूष राज, अशिफा नाज, रुची कुमारी, स्वाती सिंह, आलोक अतुल्य, राहुल, रूपेश, रोहनी कुमारी, प्रतीक कुमार, खुशी, प्राची, राजीव रंजन, गीताजंली सिंह, मानवी ओझा, सिया सोनी, अदिति कुमारी एवं अन्य छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इन सभी छात्र-छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए निदेशक, प्राचार्या तथा अतिथियों द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये।