Sedaha News : भोजपुर जिले के पीरो थाना क्षेत्र के पीरो बाजार स्थित निजी अस्पताल के बाहर हथियारबंद बदमाशों ने एक छात्र को अस्पताल से बाहर बुलाकर गोली मार दी।
- हाइलाइट : Sedaha News
- जख्मी युवक का आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल में कराया जा रहा है इलाज
- घटना का कारण स्पष्ट नहीं मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
- पीरो थाना क्षेत्र के पीरो बाजार स्थित निजी अस्पताल के बाहर शुक्रवार की दोपहर घटी घटना
आरा/पीरो: भोजपुर जिले के पीरो थाना क्षेत्र के पीरो बाजार स्थित निजी अस्पताल के बाहर हथियारबंद बदमाशों ने एक छात्र को अस्पताल से बाहर बुलाकर गोली मार दी। जख्मी युवक को गोली बाय साइड सीने में गोली मारी गई है। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसके बाद परिजन द्वारा उसे इलाज के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लगाया गया। जहां उसका इलाज कराया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार जख्मी छात्र तरारी थाना क्षेत्र के सेदहां गांव निवासी सूर्यकांत सिंह उर्फ मिंटू सिंह का 24 वर्षीय पुत्र प्रीतम कुमार है एवं वह स्नातक का छात्र है। दिनदहाड़े इस घटना के बाद पीरो बाजार एवं आसपास के इलाके में सनसनी मच गई है। वहीं घटना की सूचना मिलते ही पीरो थानाध्यक्ष सुबोध कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुट गए हैं।
इधर, प्रीतम कुमार ने बताया कि उसकी दादी देवमुनी कुंवर का पैर टूट गया था। जिसको लेकर वह उनके पैर का प्लास्टर कराने के लिए पीरो बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया था। तभी शुक्रवार की दोपहर पांच की संख्या में युवक अस्पताल के बाहर आए और उसे आवाज देकर अस्पताल से बाहर बुलाया। जैसे ही वह अस्पताल से बाहर आया। उसी दौरान उन्होंने उसे गोली मार दी। जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इसके बाद परिजन द्वारा उसे इलाज के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया।
वहीं दूसरी ओर जख्मी प्रीतम कुमार ने गुड्डू एवं उसके साथ रहे चार अन्य लड़कों पर खुद को गोली मारने का आरोप लगाया है। साथ ही उसने अपने उक्त लड़कों से किसी भी विवाद एवं दुश्मनी की बातों से साफ इनकार किया है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से मामले की छानबीन कर रही है।
जख्मी का इलाज कर रहे सर्जन चिकित्सक डॉ.विकाश सिंह ने बताया कि जख्मी छात्र को गोली पेट के बीचो-बीच लगी थी। गोली लगने के कारण लीवर एवं पेनक्रियाज पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। ऑपरेशन कर बुलेट निकाल दिया गया है और उसके डैमेज पार्ट्स को रिपेयर कर दिया गया है। मरीज का बीपी व पल्स बिल्कुल स्टेबल है। हालांकि भी उसे 72 घंटे तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा