DIG awarded Bhojpur police: नौ दिन में ब्लाइंड केस का खुलासा,डीआईजी ने किया पुरस्कृत
- उत्कृष्ट अनुसंधान और समय पर दाखिल करें चार्जशीट- डीआईजी
- आरोपित को गिरफ्तारी करने वाली टीम को डीआईजी ने किया पुरस्कृत
- डीआईजी बोले: समय पर सजा दिलाने के लिए चलाया जाएगा स्पीडी ट्रायल
- कहा: कांड के खुलासा में एसपी के नेतृत्व में टीम ने किया काफी सराहनीय काम
Bihar/Ara: आरा शहर के हाई प्रोफाइल प्रोफेसर दंपती हत्याकांड का सफल उद्भेदन और आरोपित की गिरफ्तारी के बाद पुलिस सजा दिलाने की कवायद में जुटी है। इसके लिए समय पर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी चल रही है। आरोपित की गिरफ्तारी में शामिल टीम को पुरस्कृत करने मंगलवार को आरा पहुंचे शाहाबाद रेंज के डीआईजी नवीन चंद्र झा द्वारा यह जानकारी दी गयी।
डीआईजी द्वारा हत्याकांड के उद्भेदन में लगे एसपी प्रमोद कुमार और एएसपी हिमांशु, नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह, डीआईयू के शंभु भगत, संजय कुमार सिन्हा और राकेश कुमार के अलावा तकनीकी सेल के सिपाही अविनाश, मिथिलेश और सुकेश को सम्मानित किया। सभी को प्रशस्ति पत्र और नगद राशि देकर पुरस्कृत किया गया। साथ ही भविष्य में इसी तरह काम करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।
डीआईजी ने कहा कि जिस तरह एसपी और एएसपी के नेतृत्व में टीम द्वारा हत्याकांड को उत्कृष्ट तरीके से डिटेक्ट किया गया। कांड को अंजाम देने वाले आरोपित को असम राज्य के सुदूरवर्ती इलाके से गिरफ्तारी किया और ट्रांजिट रिमांड पर आरा लाया गया। वह काफी सराहनीय कार्य था। केस काफी ब्लाइंड और पूरा प्लांड केस था। उसे बहुत ही चालाकी के साथ भोजपुर पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया। उसी तरह कांड की डायरी और अनुसंधान भी पूरा करते हुए दोषी को सजा दिलायी जायेगी।
डीआईजी ने कहा कि टीम वर्क से यह सफलता मिली है। उन्होंने अफसरों को भविष्य में इस तरह टीम वर्क में काम करने और कांडों का खुलासा करने की बात कही। उन्होंने बताया कि अफसरों को उत्कृष्ट अनुसंधान और समय पर चार्जशीट दाखिल करने का आदेश दिया गया है। एसपी द्वारा खुद उसकी रोजाना मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अनुसंधान पूरी होने के बाद अभियुक्त को कठोर सजा दिलाने स्पीडी ट्रायल चलाने का प्रस्ताव कोर्ट को भेजा जाएगा।
DIG awarded Bhojpur police:नौ दिन में ब्लाइंड केस का भोजपुर पुलिस ने किया था खुलासा
29 जनवरी की रात शहर के कतीरा वीर कुंवर सिंह नगर निवासी रिटायर प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह और उनकी प्रोफेसर पत्नी पुष्पा सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी। 30 जनवरी की रात साढ़े नौ बजे दंपती का शव उनके फ्लैट से बरामद किया गया था। घर से पैसे और जेवरात लूट लिया गया था। पुलिस के पास हत्या करने वालो़ का कोई सुराग नहीं मिल रहा था। परिजनों द्वारा भी किसी पर संदेह नहीं जताया जा रहा था। बाद में सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान प्रोफेसर के घर से जाते एक संदिग्ध दिखा था। उसके पास से बैग भी था। उसी आधार पर टीम ने जांच आगे बढाई। उस क्रम में पांच सौ से अधिक फुटेज खंगाला गया तब संदिग्ध के बारे में कुछ क्लू मिला। उसके बाद टीम ने लगातार मेहनत कर महज नौ दिनों के अंदर आरोपित तपन डे उर्फ दीपक को असम से गिरफ्तार कर लिया था।