आरा: नवादा थाना क्षेत्र के उमानगर चंदवा मोहल्ले में रहने वाले बक्सर निवासी हवलदार नागेंद्र सिंह के बेटे ओमकेश सिंह की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया।
- हाइलाइट :-
- हवलदार के बेटे की निर्मम तरीके से हुई थी हत्या
- नगर थाना क्षेत्र में कुड़वा नदी से मिला था शव
आरा: शहर के नवादा थाना क्षेत्र के उमानगर चंदवा मोहल्ले में रहने वाले बक्सर निवासी हवलदार नागेंद्र सिंह के बेटे ओमकेश सिंह की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। मारपीट के प्रतिशोध में दोस्तों की ओर से बुलाकर ले जाने के बाद उसकी निर्मम तरीके से हत्या की गयी थी। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपित को यूपी से पकड़ा। वह आरा के चंदवा निवासी विद्यासागर तिवारी का पुत्र सुशांत दीप उर्फ सुशांत तिवारी है। हालांकि चार आरोपित अब भी फरार हैं। चारों के खिलाफ कुर्की की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है। इसके तहत पुलिस वारंट के लिए कोर्ट पहुंची है।
एसपी प्रमोद कुमार यादव की ओर से सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि ओमकेश 24 नवंबर को दोस्त के साथ घर से निकला था। इसी बीच गोली मार उसकी हत्या कर दी गयी थी। 25 नवंबर की सुबह नगर थाना क्षेत्र में स्थित कुड़वा नदी के किनारे से उसका खून से सना कपड़ा, चप्पल और बुलेट बरामद किया गया था। घटनास्थल पर खून के छींटें भी गिरे थे। उस मामले में उसकी बहन अनु कुमारी के बयान पर पांच दोस्तों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। उस आधार पर उसकी बरामदगी और आरोपितों की गिरफ्तारी एएसपी चंद्रप्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी। 27 नवंबर की सुबह नगर थाना क्षेत्र में कुड़वा नदी से उसका शव बरामद किया गया था।
इधर, वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपित दूसरे राज्यों की ओर भाग निकले। रविवार को लोकेशन के आधार पर यूपी से सुशांत दीप उर्फ सुशांत तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया। अन्य चार आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर भी छापेमारी की जा रही है। एसपी ने बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आयी है कि घटना के दिन किसी बात को लेकर दोस्तों में मारपीट हुई थी। उसी का बदला लेने के लिए दोस्त के जरिए उसे नदी के पास बुलाया गया और हत्या कर दी गयी। हालांकि चार अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद हत्या का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगा। टीम में नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार और डीआईयू के अफसर व जवान शामिल थे।
गोली मार हत्या करने के बाद शव को जलाया और बोरे में बंद कर नदी में फेंका ओमकेश सिंह की काफी निर्मम तरीके से हत्या की गयी थी। उसे पहले तीन गोलियां मारी गयीं। इसके बाद शव जला दिया, ताकि पहचान नहीं हो सके। बाद में शव को बोरे में बंद कर नदी में डाल दिया गया था। पोस्टमार्टम के दौरान उसके सबूत मिले थे। एक्स-रे के दौरान उसके शरीर में तीन बुलेट पाए गए हैं। इनमें एक गोली उसके सिर, दूसरी दाहिने साइड सीने और तीसरी उसके दाहिने साइड जबड़े में फंसी दिखाई दे रही थी।
उस आधार पर यह आशंका जतायी जा रही है कि पहले उसकी गोली मार हत्या की गयी। इसके बाद शव जलाया गया और बोरे में बांध नदी किनारे दफना दिया गया। 18 वर्षीय स्नातक का छात्र ओमकेश सिंह मूल रूप से कृष्णब्रह्म थाना क्षेत्र के अरक गांव निवासी नागेंद्र सिंह का पुत्र था। वह पिछले करीब 14 साल से परिवार के साथ नवादा थाना क्षेत्र के उमा नगर मोहल्ले में किराए के मकान में रहता था। वह शुक्रवार की दोपहर से दोस्तों के साथ निकला था। उसके बाद से ही गायब था।