Friday, April 26, 2024
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ईद के मौके पर शाहरुख खान के 10 डायलॉग,जिसमे जीवन के समस्या का है समाधान

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खबरें आपकी:- ईद के मौके पर शाहरुख खान के 10 डायलॉग,जिसमे जीवन के समस्या का समाधान दिखाई देता है।एसआरके यानी शाहरुख खान, एक भारतीय फिल्म अभिनेता जिन्हें अन्य भी कई नामो से जाना जाता है जैसे “बॉलीवुड का बादशाह”, “किंग ख़ान”, “रोमांस किंग” और किंग ऑफ़ बॉलीवुड नामों से इन्हें जाना जाता है,और ये नाम दिया है इनके चाहनेवालों ने,मीडिया ने।

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चार नामजद सहित 30-40 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी-

इनके हर एक सुपर हिट फिल्म के साथ प्रशंसकों व मीडिया के विश्लेषण में फिल्मी नामांकनों का अवार्ड बढ़ता गया।फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिये उन्होंने तीस नामांकनों में से चौदह फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार जीते हैं।2005 में भारत सरकार ने उन्हें भारतीय सिनेमा के प्रति उनके योगदान के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया। दो नवम्बर उन्नीस सौ पैंसठ को जन्मे शाहरुख खान के 10 डायलॉग, जिसमे जीवन के समस्या का समाधान भी दिखाई देता है।

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  1. जब मन निराश हो-‘हार के जीतने वाले को ही बाज़ीगर कहते हैं’
  2. अगर कभी बड़ी गलती हो जाती है:- ‘बड़े-बड़े शहरों में ऐसी छोटी-छोटी बातें होती रहती है’
  3. और आपके सपने जब पूरे होते है:- ‘कहते हैं अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने कि कोशिश करती हैं।
  4. जब निराशा मन दुविधा में हो:-आज एक और हंसी बाँट लो, आज एक और दुआ मांग लो, आज एक और आँसू पी लो, आज एक और ज़िंदगी जी लो, आज एक और सपना देख लो, आज … क्या पता कल हो, ना हो।’
  5. जब प्यार में दिल टूटे – ‘हम एक बार जीते हैं, एक बार मरते हैं, शादी भी एक बार होती है, और प्यार भी एक बार ही होता है।’
  6. जब सरकारी अधिकारी धाक जमाये – ‘डोंट अंडरएस्टिमेट द पावर ऑफ अ कॉमन मैन’
  7. जब घोर निराशा दिखाई दे – ‘पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त’
  8. जब आप हार जाते है – ‘दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं, विनर और लूजर। लेकिन ज़िंदगी हर लूजर को एक मौका ज़रूर देती हैं, जिसमे वह विनर बन सकता हैं।’
  9. जब आगे के रास्ते असमंजस पैदा करे – ‘ज़िंदगी में अगर कुछ बनना हो, कुछ हासिल करना हो, कुछ जीतना हो, तो हमेशा दिल कि सुनो। और दिल कोई भी जवाब ना दे तो, आँखें बंद करके अपनी माँ और पापा का नाम लो। फिर देखना हर मंज़िल पार कर जाओगे, हर मुश्किल आसान हो जाएगी। जीत तुम्हारी होगी, सिर्फ तुम्हारी।’
  10. और अंतिम में जब मुंहमियाँ मिट्ठू बनना हो तो – ‘डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।’
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Vikas singh
Vikas singh
sambhavna
aman singh

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